कमलेश पोपट हत्याकांड के तीन आरोपी गिरफ्तार
चिखली के आनंद इलेक्ट्रॉनिक्स में हुई थी लूटपाट व हत्या की वारदात
* देउलगांव राजा पुलिस ने लगाया आरोपियों का पता
बुलडाणा/दि.26- बुलडाणा जिले के चिखली में घटित आनंद इलेक्ट्रॉनिक्स के मालिक कमलेश पोपट की हत्या के मामले की गुत्थी अब सुलझ गई है. इस हत्याकांड की जांच में बुलडाणा जिला पुलिस दल दिन-रात जुटा हुआ था. इसी दौरान कमलेश पोपट के तीन हत्यारों का सुराग देउलगांव राजा पुलिस के हाथ लगा. पश्चात चिखली व देउलगांव राजा पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से की गई कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. हिरासत में लिये गये आरोपियों के नाम राहुल किसन जायभाये (23, देउलगांव मही, तह. देउलगांव राजा) तथा राहुल अशोक बनसोड (20) व नामदेव पंढरीनाथ बोंगाणे (20, धोतरा नंदई, तह. देउलगांव राजा) बताये गये है. इसमें से राहुल जायभाये एक कुख्यात व पेशेवर अपराधी है. जिस पर औरंगाबाद में हत्या का एक मामला दर्ज है. साथ ही जालना में लूटपाट व विनयभंग के मामले भी दर्ज है.
गत रोज बुलडाणा के जिला पुलिस अधीक्षक अरविंद चावरिया ने एक पत्रकार परिषद बुलाते हुए इस पूरे मामले की जानकारी दी. इसमें उन्होंने बताया कि, छह माह पूर्व होम थिएटर खरीदने को लेकर हुए विवाद में कमलेश पोपट द्वारा गाली-गलौच किये जाने का गुस्सा राहुल जायभाये ने अपने मन में रखा था और विगत 16 नवंबर को रात करीब 9.30 से 10 बजे के दौरान अपने दो साथियोें के साथ मिलकर कमलेश पोपट की दुकान में घुसकर तलवार से वार करते हुए उनकी हत्या कर दी. इस घटना के चलते बुलडाणा जिले सहित समूचे राज्य में जबर्दस्त सनसनी व्याप्त हो गई थी और कमलेश पोपट के हत्यारों को खोजना पुलिस के लिए काफी बडी चुनौती थी. इस घटना को घटित हुए आठ दिन बीतते-बीतते व्यापारियों व स्थानीय नागरिकों में जबर्दस्त रोष की लहर व्याप्त हो रही थी. साथ ही पुलिस पर लगातार आरोपियों को पकडने के लिए दबाव बन रहा था. जबकि इस दौरान चिखली पुलिस स्टेशन, स्थानीय अपराध शाखा व साईबर पुलिस स्टेशन के कुल 7 पथक इस मामले की जांच में लगे हुए थे. उधर इससे पहले 3 नवंबर को देउलगांव राजा में डाके व लूटपाट की एक घटना घटित हुई थी. जिसकी जांच देउलगांव राजा पुलिस कर रही थी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर देउलगांव राजा पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई. चूंकि देउलगांव राजा व चिखली में घटित घटनाओं के आरोपियों में काफी हद तक समानता दिखाई दे रही थी. जिसके आधार पर की गई जांच में साफ हो गया कि, दोनों ही मामलोें में यहीं आरोपी शामिल थे. पश्चात पुलिस द्वारा संयुक्त तौर पर कोम्बिंग ऑपरेशन चलाते हुए देउलगांव मही व धोतरानंदई गांव में 25 नवंबर को तडके करीब 2.30 बजे छापा मारा गया और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही कमलेश पोपट हत्याकांड की गुत्थी पूरी तरह से सुलझ गई.