अमरावती

वरुड में लम्पी बीमारी से तीन मवेशियों की मौत

87 प्रभावित, 18 पथक तैनात

शेंदुरजनाघाट परिसर के मवेशी पालक चिंतीत
वरुड-/ दि.26  वरुड तहसील के 87 मवेशी लम्पी बीमारी से प्रभावित है. शेंदुरजनाघाट के 49 पशुओं का समावेश है और तीन मवेशियों की इसी बीमारी से मौत हो चुकी हेै. इसमें सातनुर के दो मवेशियों का समावेश है. लम्पी बीमारी नियंत्रण के लिए पशु स्वास्थ्य यंत्रणा तैनात है.
तहसील में लम्पी बीमारी से पशुओं के लिए खतरा मंडराने लगा है. पशु विभाग ने 18 दल तैनात किये है, इसके बाद भी लम्पी बीमारी बडे पैमाने में फेैल रही है. तहसील के 87 मवेशी लम्पी बीमारी से प्रभावित होने का दर्ज किया गया है. जबकि हकिकत में कितने मवेशी प्रभावित हुए होंगे, यह बता पाना फिलहाल संभव नहीं है. शेंदुरजनाघाट के 49 पशु लम्पी बीमारी से प्रभावित हुए हैं. सातनुर के दो मवेशियों की मोैत होने की जानकारी शेंदुरजनाघाट के घाट के पशुधन विकास अधिकारी डॉ. प्रवीण सारडे ने दी. तहसील में कुल 3 मवेशियों की मौत हुई. 47 में सुधार लाया गया, 31 मवेशियों पर इलाज शुरु है. प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल उपाय योजना की गई. मवेशियों को टीके लगाए गए. मच्छर, गोचडी पर प्रतिबंधक किटनाशक का छिडकाव किया गया. 13 सितंबर को शेंदुरजनाघाट को प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया. इसके अंतर्गत झटांगझिरी, तिवसा घाट व मालखेड में 1 हजार 800 पालतू पशुओं का टीकाकरण किया गया. तहसील के 16 हजार मवेशियों का टीकाकरण पूरा हुआ है, मगर परिसर को छिडकाव करने के बारे में पत्र दिया गया. इस पत्र को नगर परिषद ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल छिडकाव शुरु किया है. शेंदुरजनाघाट के पशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सारडे, यु. टी. सांडे, एम. एस. शिरभाते, सेवानिवृत्त परिचर भाउराव उघडे सेवा दे रहे है. वरुड तहसील में लम्पी बीमारी से मुक्ति पाने के लिए 18 पथक तैनात किये गए है. 16 हजार मवेशियों का टीकाकरण किया गया. पशुपालक वक्त रहते अस्पताल में संपर्क साधे, ऐसा आह्वान पशुवैद्यक सहायक आयुक्त बी. बी. खान ने किया है.

 

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