युवा स्वाभिमान के तीनोें पार्षदों ने दिया इस्तीफा
सभागृह नेता तुषार भारतीय पर लगाये बेहद संगीन आरोप
* छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला हटाये जाने की कार्रवाई का किया निषेध
* मनपा की अगली आमसभा में पुतले को लेकर प्रस्ताव पारित करने की मांग उठाई
अमरावती/दि.17– इस समय राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित किये जाने और उस पुतले को मनपा प्रशासन द्वारा हटा दिये जाने का मामला जमकर गरमाया हुआ है तथा मनपा द्वारा की गई कार्रवाई का निषेध करते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी के तीनों नगरसेवकों द्वारा आज अपने पद से इस्तीफा दिया गया. साथ ही तीनों नगरसेवकों ने इस कार्रवाई के लिए मनपा प्रशासन को जमकर आडे हाथ लेते हुए मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय पर बेहद संगीन आरोप लगाये.
इन तीनों नगरसेवकों ने निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर को सौंपे तीन अलग-अलग त्यागपत्रों में कहा कि, मनपा प्रशासन ने राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा स्थापित किये गये शिवाजी महाराज के पुतले को रात के अंधेरे में सब्बल व हतौडी जैसे अवजारों का प्रयोग करते हुए बडी निष्ठूरता के साथ हटा दिया और जिस स्थान पर मनपा के अतिक्रमण विभाग द्वारा कार्रवाई में जप्त कबाड साहित्य को लाकर डम्प किया जाता है, उसी स्थान पर महाराष्ट्र के आराध्य दैवत छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले को भी अवमानजनक ढंग से ले जाकर रखा गया है. इस पूरी कार्रवाई को महापौर चेतन गावंडे व मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय की भी मूक सहमति है. तीनों पार्षदों के मुताबिक सभागृह नेता तुषार भारतीय के बडे भाई श्रीकांत भारतीय भाजपा के बडे नेता है और मनपा के भाजपा पार्षदों में उनकी एक तरह से दादागिरी चलती है. यहीं वजह है कि, सत्ता पक्ष द्वारा किये जानेवाले गलत कामों के खिलाफ भाजपा पार्षद अपना मुंह नहीं खोलते, ताकि कहीं अगले चुनाव में उनकी टिकट ना कट जाये. तीनों पार्षदों ने अपने इस्तीफे में यह भी कहा कि, जिस महानगर पालिका में छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए कोई सम्मान नहीं है, वे उस मनपा के सदन में काम नहीं करना चाहते. साथ ही उन्होंने यह निवेदन भी किया कि, राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला दुबारा सम्मानपूर्वक स्थापित करने हेतु आगामी 20 जनवरी को होनेवाली आमसभा में यह प्रस्ताव पहले स्थान पर रखते हुए इसे सर्वसम्मति से मंजूर करना चाहिए. इसके लिए सरकारी दिशानिर्देशों एवं मापदंडो के अनुसार पुतले का आकार-प्रकार खुद मनपा प्रशासन तय करे और यदि इसमें निधी की कमी पडती है, तो जिले की सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा खुद को मिलनेवाला वेतन भी पुतले की स्थापना हेतु देने के लिए तैयार है. किंतु राजापेठ आरओबी पर हर हाल में छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित होना ही चाहिए.