* पूरे संभाग से हजारों इज्तेमाई जुटे
* इज्तेमागाह हुआ आबाद, हर ओर चहल-पहल
* फजर की नमाज से शुरु हुआ बयानों का सिलसिला
* इज्तेमागाह से लाईव रिपोर्टिंग : शाहबाज खान/बशीर पटेल
अमरावती/दि.2 – स्थानीय नवसारी-वलगांव मार्ग पर ऑर्चिड इंटरनेशनल स्कूल के पास आयोजित 3 दिवसीय तब्लीगी इज्तेमा का आज 2 दिसंबर को सुबह फजर की नमाज के साथ आगाज हुआ. इस समय बाद नमाजे फजहर अकाबरीन के बयानात का सिलसिला शुुरु हुआ. इस तब्लीगी इज्तेमा में शामिल होेन के लिए कल गुरुवार 1 दिसंबर को असर की नमाज के बाद से ही अमरावती शहर व जिले सहित संभाग के विभिन्न जिलों से इज्तेमाईयों का इज्तेमागाह में आना शुरु हो गया था. जिसके चलते कल रात से ही इज्तेमागाह पूरी तरह से आबाद दिखा और इज्तेमागाह पर हर ओर अच्छी खासी चहल-पहल दिखाई दी.
इस आयोजन के पहले दिन आज शुक्रवार 2 दिसंबर को जुमे की नमाज से पहले मौलाना अहमद हुसैन का बयान हुआ. वहीं असर की नमाज के बाद दिल्ली से आये मौलाना सनुबर ने अपना बयान पेश किया. वहीं मगरीब की नमाज के बाद मौलाना अहमद लाट द्बारा अपना बयान दिया जाना है. हर बयान में करीब एक से डेढ घंटे का रहा. जिसमें अकाबरीन द्बारा उपस्थित इज्तेमाईयों को दीन और मजहब के बारे में मालूमात दी गई तथा उन्हें नेकी के रास्तें पर चलने को लेकर मार्गदर्शन किया गया.
वहीं इस आयोजन के दूसरे दिन कल शनिवार 3 दिसंबर को फजर की नमाज के बाद मौलाना इस्माइल गोधेरा, जोहर की नमाज के बाद मौलाना अल्ताफ (दिल्ली), असर की नमाज के बाद मौलाना उस्मान व मगरीब की नमाज के बाद मौलाना इब्राहिम देवला के बयानात होगे. साथ ही इज्तेमा के आखरी दिन रविवार 4 दिसंबर को सुबह फजहर की नमाज के बाद मौलाना मेहमूद खान (अमरावती), सुबह 10 बजे मौलाना फरीद द्बारा बयान दिये जाएंगे. पश्चात सुबह 11 बजे मौलाना इब्राहिम द्बारा इज्तेमाई दुआ पढाई जाएगी. इस सामूहिक दुआ में करीब 70 हजार लोगों के एकसाथ उपस्थित रहने का अनुमान इंतजामिया कमिटी द्बारा जताया गया है.
* इशा की नमाज के बाद कोई बयान नहीं
रात 8.30 बजे लाउड स्पिकर बंद करने का निर्णय
विशेष उल्लेखनीय है कि, तीन दिन चलने वाले इस तब्लीगी इज्तेमा में फजर, जोहर, असर व मगरीब की नमाज के बाद तो देश के अलग-अलग हिस्से से आये अकाबरीन के बयानात हो रहे है. लेकिन आपसी मशविरा करने के बाद रात 8 बजे होने वाली इशा की नमाज के बाद कोई बयान नहीं देने का फैसला किया गया है. साथ ही इशा की नमाज के बाद रात 8.30 बजे लाउड स्पिकर का प्रयोग भी नहीं करने का फैसला यहां आये अकाबरीन द्बारा लिया गया है. इसके तहत यह तय किया गया कि, इशा की नमाज के बाद सभी इज्तेमाई एक-दूसरे के साथ दीन और मजहब से जुडे मसाईल पर बातचीत करें. साथ ही दिन भर के दौरान दिये गये बयानों पर विचार-विमर्श करते हुए रात में जल्दी सो जाये, ताकि अगले दिन सुबह फजर की नमाज से पहले उठकर खुद को दिन भर चलने वाले आयोजन के लिए तैयार कर सके इसी तरह सुबह फजर की नमाज के बाद होने वाले बयान के पश्चात दोपहर 1 बजे तक जोहर की नमाज के बीच कोई कार्यक्रम नहीं होगा. बल्कि इस दौरान इज्तेमाईयों से अपने-अपने स्तर पर दुआ करने और कलमा पडने के लिए कहा गया है. साथ ही इस दौरान सभी इज्तेमाई भोजन और स्नान जैसे काम भी निपटा सकते है.
* इज्तेमाईयों के लिए पंडाल में ही रुकने की व्यवस्था
इस आयोजन में अमरावती शहर सहित अकोला, वाशिम, बुलढाणा, नागपुर व गोंदिया जैसे जिलों के साथ-साथ अमरावती जिले की सभी तहसीलों से इज्तेमाईयों की आमद हुई है. इसमें से जो लोग अमरावती शहर से वास्ता रखते है, वे रात के वक्त इशा की नमाज के बाद अपने घर वापिस जा सकते है. वहीं बाहर से आये इज्तेमाईयों के लिए इज्तेमागाह पर बनाये गये 600 बाय 500 वर्ग फीट वाले विशालकाय पंडाल में ही रुकने व सोेने का इंतजाम किया गया है.
* कल होंगे 20 इज्तेमाई निकाह
इस आयोजन के दौरान कल शनिवार 3 दिसंबर को दोपहर में असर की नमाज के बाद करीब 20 सामूहिक यानि इज्तेमाई निकाह भी होने जा रहे है. इस समय मौलाना उस्मान द्बारा निकाह की रस्म को पूरा करवाया जाएगा. इंतजामिया कमिटी के मुताबिक फिलहाल तक 20 जोडो के निकाह के आवेदन मिले है और कल तक यह संख्या और भी अधिक बढ सकती है.
* नये सीपी सुधीर हीरेमठ ने किया मुआयना
गत रोज अमरावती की शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह अकस्मात ही 5 दिसंबर तक अवकाश पर चली गई और उनके स्थान पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुधीर हीरेमठ को अमरावती शहर पुलिस आयुक्त का जिम्मा सौंपा गया. ऐसे में नये पुलिस आयुक्त सुधीर हीरेमठ ने अमरावती पहुंचते ही आज सुबह सबसे पहले इज्तेमागाह परिसर जाकर वहां किये गये सभी इंतेजामों का जायजा लिया. साथ ही इस परिसर में कानून व व्यवस्था को बनाये रखने हेतु लगाए गए पुलिस बंदोबस्त की भी समीक्षा की. इंतजामिया कमिटी के सदर मौलाना महमूद खान पठान के साथ चर्चा के करने के साथ ही पुलिस आयुक्त सुधीर हीरेमठ ने पूरे इज्तेमागाह परिसर का दौरा किया और यहां पर किये गये इंतजामों का खुद जायजा लेते हुए कुछ जरुरी दिशा-निर्देश भी जारी किये. इस समय कुछ स्थानों पर पुलिस की फिक्स प्वॉईंट ड्यूटी लगाने के साथ ही सीपी सुधीर हीरेमठ ने इस परिसर में रात 9.30 बजे तक यातायात पुलिस की तैनाती रखने का निर्देश दिया. ताकि इशा की नमाज के बाद जब स्थानीय इज्तेमाई अपने-अपने घर जाने निकले, तो वलगांव रोड पर भीडभाड की वजह से यातायात को लेकर कोई समस्या ना हो, इस समय पुलिस आयुक्त सुधीर हीरेमठ के साथ पुलिस उपायुक्त विक्रम साली व डॉ. संदीप पाटील, गाडगे नगर क्षेत्र की सहायक पुलिस आयुक्त पूनम पाटील तथा गाडगे नगर पुलिस स्टेशन के थानेदार आसाराम चोरमले उपस्थित थे.
* शहर पुलिस के साथ बाहर की पुलिस भी तैनात
तीन दिन चलने वाले इज्तेमा और इस आयोजन में जुटने वाली हजारों लोगों की भीड को ध्यान में रखते हुए अमरावती शहर पुलिस द्बारा आयोजन स्थल पर कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने हेतु तगडा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया है. जिसके तहत आयोजन स्थल पर 2 पुलिस उपायुक्त, 5 सहायक पुलिस आयुक्त, 29 पुलिस निरीक्षक, 50 पुलिस उपनिरीक्षक तथा 810 पुलिस कर्मचारी तैनात किये गये है. इसके साथ ही अकोला, यवतमाल व बुलढाणा से 6 पुलिस निरीक्षक, 15 पुलिस उपनिरीक्षक व 150 पुलिस कर्मचारियों के साथ-साथ नागपुर एसआरपीएफ व नागपुर आरटीपीएस की एक-एक कंपनी को ही इज्तेमागाह परिसर में बंदोबस्त हेतु तैनात किया गया है.
* मौलाना लियाकत ने पढाई जुमे की नमाज
आज इस आयोजन के पहले दिन छाया नगर मस्जिद के इमाम मौलाना लियाकत ने जुमे की नमाज पढाई. इस समय देश भर के अलग-अलग हिस्सों से आए अकाबरीन और पूरे संभाग से जुटे इज्तेमाईयों ने एकसाथ जुमे की नमाज अदा की.
* आईएमपीए ने संभाला मेडिकल झोन का काम
इज्तेमागाह पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टरों की टीम भी मौजूद है. जिनके जरिए यहां पर 2 सबील (टेंट) में मेडिकल झोन बनाये गये है. इस मेडिकल झोन की जिम्मेदारी आईडीएल मेडिकल प्रैक्टिशल्स एसो. (आईएमपीए) द्बारा संभाली जा रही है. यहां पर 4 बेड का अस्थायी हॉस्पिटल बनाने के साथ ही सामान्य व कार्डियाक एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. इसके अलावा यहां पर कृत्रिम ऑक्सिजन और दवाईयों का स्टॉक भी तैयार रखा गया है. इस मेडिकल झोन में डॉ. सोहेल बारी, डॉ. सोफियान असकरी, डॉ. अजीम खान, डॉ. असलम भारती, डॉ. हाफिज मोहम्मद जुबेर, डॉ. फहीम किदवई, डॉ. इमरान आमान, डॉ. मोहम्मद शाकेद, डॉ. रिजवान, डॉ. मजहर अली, डॉ. इलियास शेख, डॉ. जैनुल आबिदीन, डॉ. आकीब, डॉ. नईमोद्दीन आदि अपनी टीम के साथ पूरा समय तैनात है.
* भोजन के लिए है 7 झोन, पूरी तरह शाकाहारी खान
3 दिन चलने वाले इज्तेमागाह के लिए आयोजन स्थल पर भोजन हेतु 7 अलग-अलग झोन तैयार किये गये है. जहां पर इज्तेमाईयों के लिए पूरी तरह शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था की गई है. जिसके तहत यहां तीनों दिन दाल-चावल, खिचडी, तीहरी तथा वेज बिरयाणी परोसे जाएंगे. साथ ही यहां पर इज्तेमाईयों के लिए फलो एवं सुखे मेवो का भी इंतजाम किया गया है.
* आने जाने के रास्तों पर चाय-पानी की सुविधा
चूंकि इस इस्तेमा के लिए समूचे संभाग के दूर-दराज के क्षेत्रों से इज्तेमाईयों के जत्थे आ रहे है, ऐसे में इज्तेमागाह की ओर आने वाले तमाम रास्तोें पर स्थानीय समाज बंधुओं द्बारा चाय-पानी व अल्पाहार की सबीले लगाई गई है. जहां पर बाहर से आने वाले इज्तेमाईयों का शानदान इस्तकबाल हो रहा है.
जोड मेन बॉक्स
* दीन और इस्लाम खैरख्वाही का दुसरा नाम
– मौलाना अहमद हुसैनी ने रखी अपनी बात
तीन दिवसीय इज्तेमा में जुमे की नमाज से पहले मौलाना अहमद हुसैनी ने मजलिस से खिताब करते हुए फरमाया कि, दीन खैरख्वाही का नाम है. तमाम आलम में जो दीनी इज्तेमा होते है, वह सारे आलम में इन्सानियत अमन और खैरख्वाही किस तरह फैले, इसी फिक्र को लेकर होते है. हर इंसान को यह जानना जरुरी है कि, दीन के साथ-साथ इन्सानियत पर उसकी क्या-क्या जिम्मेदारियां है. एक अच्छे-सच्चे और पक्के मोमिन (मुसलमान) की पहचान उसके अंदर मौजूद इंसानियत, तकवा, परहेजगारी और इमान की बढती सतह से होती है. कामिल इमानवाला हर मोमिन पाक-परवरदीगार से करीबतर होता है, इसलिए हर मुसलमान को अपने अंदर इमान की सतह किस तरह बढे तथा वह दीन और इमान पर किस तरह साबित कदम रहे, इसकी फिक्र करना बेहद जरुरी है.