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उपसंचालक की कार्रवाई, महिला शिरस्तेदार की विभागीय जांच
अमरावती/दि.8 – स्थानीय उपअधिक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय में कार्यरत दो कनिष्ठ लिपिक ने मुख्यालय सहायक इस तरह तीन लोगों को बोगस पीआर कार्ड मामले में निलंबित किया गया है. उपअधिक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक योगेश शिरभाते, कनिष्ठ लिपिक स्वप्नील उंबरकर तथा मुख्यालय सहायक अविनाश दशरथकर इन तीनों को निलंबित किया गया हैं. निलंबन की यह कार्रवाई उपसंचालक भूमि अभिलेख ने की है. उपअधिक्षक भूमि अभिलेख में कार्यरत कनिष्ठ लिपिक उंबरकर, शिरभाते व प्रापर्टी ब्रोकर संदीप राठी ने मिलीभगत कर शहर के कैम्प परिसर में रहने वाले करोडों रुपए के भूखंड का बोगस पीआर कार्ड तैयार किया था. इसी बोगस पीआर कार्ड के आधार पर उन्होंने इस करोडों के भूखंड के मूल मालिक को अंधेरे में रखकर परभारे बिक्री की. इस समय संदीप राठी ने एक नकली मालिक भी खडा किया था. इस मामले का भंडाफोड भूखंड के मूल मालिक की शिकायत पर व उपअधिक्षक भूमि अभिलेख अनिल फुलझेले की जांच में हुआ. इस बीच इस मामले में उपअधिक्षक फुलझेले ने की हुई जांच रिपोर्ट पर मुख्यालय सहायक अविनाश दशरथकर ने गाडगे नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की थी. उस शिकायत पर योगेश शिरभाते व स्वप्नील उंबरकर इन दो कनिष्ठ लिपिकों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था. किंतु जांच के दौरान अविनाश दशरथकर की इस बोगस पीआर कार्ड पर हस्ताक्षर रहने की बात उपअधिक्षक भूमि अभिलेख की जांच में निष्पन्न हुई. उसी कारण उन्होंने उंबरकर शिरभाते समेत दशरतकर का भी निलंबन किया है. साथ ही इसी कार्यालय की एक महिला शिरस्तेदार की अन्य एक मामले में विभागीय जांच लगाई गई है. इस कार्रवाई से शहर में अच्छी खासी सनसनी मची हुई है. वहीं दूसरी ओर इस मामले की जांच करते समय आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया था.
दो कनिष्ठ लिपिक समेत तीन कर्मचारी निलंबित
बोगस पीआर कार्ड तैयार करने के मामले में कनिष्ठ लिपिक उंबरकर, कनिष्ठ लिपिक शिरभाते इन दोनों के साथ ही इस बोगस कार्ड पर मुख्यालय सहायक दशरथकर ने हस्ताक्षर किये, ऐसा सामने आया है. उसी कारण उन्हें भी निलंबित किया गया है.
– अनिल फुलझेले, उपअधिक्षक, भूमि अभिलेख