तीन हीरो ने लोकसभा चुनाव कराया शांतिपूर्ण
जनवरी से लगे थे चुनावी काम में
* कलेक्टर, सीपी और एसपी का तालमेल प्रभावी
अमरावती/ दि. 27- देश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को हुआ. इस चरण में अमरावती संभाग की चारों सीटों सहित प्रदेश की 8 सीटें शामिल रही. अमरावती जिले में वर्धा, लोकसभा क्षेत्र भी आता है. ऐसे अमरावती में शांतिपूर्ण और सुचारू मतदान करवाने के लिए जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर सौरभ कटियार, खाकी बल के प्रधान सीपी नवीनचंद्र रेड्डी और एसपी ग्रामीण विशाल आनंद का शानदार तालमेल काम आने की चर्चा आम से लेकर खास जनों तक हो रही है. तीनों ही अधिकारियों ने अपने मातहतों को विश्वास में लेकर भयमुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न करवाने की प्रतिक्रिया राजनीतिक दल और सामाजिक क्षेत्र में एक्टीव लोग दे रहे हैं. बेशक हजारों सामान्य कर्मचारियों, अधिकारियों ने भी धूप, बेमौसम बारिश की परवाह किए बगैर प्रजातंत्र के उत्सव में मतदान को सुसंपन्न करवाने योगदान किया, किंतु उपरोक्त तीनों नायकों का नेतृत्व भी उतना ही असरकारक रहा.
* हर समय तैयार रहे अधिकारी
चुनाव की घोषणा भलेे ही मार्च माह में हुई. जनवरी से ही जिला प्रशासन का चुनाव विभाग काम से लग गया था. 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन 23 जनवरी को प्रशासन ने लोकसभा चुनाव की वोटर लिस्ट जारी की. तब से लेकर प्रशासन और पुलिस हर समस्या से निपटने मुस्तैद था.
* हजारों अधिकारी और जवान तैनात
पुलिस प्रशासन ने 6 हजार अधिकारी और कर्मचारी चुनाव दौरान तैनात किए थे. नेताओं की सभाएं, रैलियों से लेकर मतदान संपन्न कराने तक विविध बंदोबस्त लगाए गए. 80 से अधिक वाहन पेट्रोलिंग कर रहे थे. मतदान के दिन पुलिस हर समय चौकन्नी रही. जिससे देर रात तक भयमुक्त वातावरण में मतदान संपन्न हुआ. राजस्व प्रशासन के साथ मिलकर बैठकों का दौर चला. जिसमें लिए गये फैसले कडाई से अमल में लाए गये. पुलिस ने मतदान से पहले असामाजिक तत्वों गुंडे, बदमाशों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की बौछार की. इससे भी प्रत्यक्ष मतदान के दिन पुलिस का भार कम हो गया था.
* निपटी बडी सभाएं
गांव देहात में प्रदेश और देश के बडे नेता जैसे राहुल गांधी, देवेंद्र फडणवीस, नितिन गडकरी आदि की सभाओं दौरान पुलिस प्रशासन का बंदोबस्त कडा रहने से यह सभाएंं और प्रचार कार्यक्रम निर्विघ्न हो सका. पल-पल का अपडेट लेकर बडी सभाएं सकुशल करवाई गई. जिसमें अमरावती साइंसकोर मैदान की देश के गृह मंत्री की सभा शामिल है. इस सभा और ग्राउंड को लेकर विवाद उपजा था. उसे भी अधिकारियों ने संयम से हल किया.
* मतदान के दिन रहे अलर्ट
शुक्रवार सबेरे जब वोटिंग की बारी आयी तो कलेक्टर सौरभ कटियार हो या एसपी और सीपी. सबेरे से ही अपने अधीनस्थों के साथ इन अधिकारियों ने मोर्चा संभाल रखा था. कलेक्टर कटियार इतने एक्टीव रहे कि आम लोगों के कॉल उन्होंने रिसीव और रिस्पॉन्स किए. वार रूम के माध्यम से भी उनकी मतदान पर सतत नजर रही. मतदान संबंधी शिकायतें उन्होंने यथासंभव हल की. याद दिला दे कि पोलिंग बूथ मतदान केंद्रोें का कलेक्टर ने पुलिस प्रशासन को साथ लेकर पहले ही अवलोकन कर वहां बिजली, पानी, भरपूर प्रकाश, आने जाने की भरपूर जगह के प्रबंध सुनिश्चित किए थे. इससे भी अमरावती में लोकसभा का मतदान सुचारू, शांतिपूर्ण, भयमुक्त वातावरण में उपरोक्त तीनों नायकों कलेक्टर, सीपी, एसपी के कारण संभव हुआ.