* नवसंजीवनी योजना के तहत दी जाएगी सहायता
अमरावती/दि.22 – बारिश के मौसम दौरान कई इलाकों में मूसलाधार पानी बरसता है और राज्य के कई इलाके विशेष रुप से दुरदराज वाले गांव बाढ के पानी से घीर जाते है. ऐसे समय अन्य इलाकों के साथ संपर्क टूट जाने पर संबंधित गांव में रहने वाले लोगों को भूखमरी का सामना करना पडता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए बारिश का मौसम शुरु होने से पहले ही बाढ का खतरा रहने वाले गांवों को तीन माह का राशन उपलब्ध कराया जाएगा. यह राशन मई माह के अंत तक संबंधित गांवों तक पहुंचाने का राज्य सरकार द्बारा आपूर्ति विभाग को दिया गया है. साथ ही नवसंजीवनी योजना के जरिए बारिश का मौसम शुुरु होने से पहले ही यह अनाज लाभार्थियों को उपलब्ध कराने तथा राज्य के सभी बाढ प्रभावित क्षेत्रों को इस योजना में शामिल करने का निर्देश दिया गया है.
बता दें कि, राज्य में प्रतिवर्ष कई इलाकों में अतिवृष्टि होती है. जिसके बाद नदी-नालों में तूफान आने के साथ ही बाढ सदृश्य हालात बन जाने पर राज्य के कई गांवों का अन्य इलाकों से संपर्क टूट जाता है. बाढ के पानी से घीरे जाने वाले गांव में रहने वाले लोगों के पास यदि पर्याप्त अनाज व राशन नहीं है, तो ऐसे परिवारों को बाढ का पानी उतरने तक भूखमरी का सामना करना पडता है. साथ ही ऐसे कई लोगों को शिविर वाले स्थानों पर जाकर रहना पडता है. ऐसी सभी स्थिति के दौरान उसके पास पर्याप्त अनाज व राशन का रहना बेहद जरुरी होता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्बारा बाढ प्रभावित क्षेत्र रहने वाले गांवों के लिए नवसंजीवनी योजना तैयार की गई है. जिसमें ऐसे गांवों का समावेश किया जा रहा है. जहां पर नदी-नालों में बाढ आने के बाद 24 घंटे से अधिक समय तक बाढ वाली स्थिति बनी रहती है. तहसीलदारों को अपने कार्यक्षेत्र अंतर्गत आने वाले ऐसे गांवों के नाम सुझाने के निर्देश दिए जाए. जिसके अनुसार समूचे राज्य सहित प्राकृतिक आपदा विभाग व राजस्व विभाग के जरिए ऐसे गांवों के नाम आपूर्ति विभाग को प्राप्त हुए है और इन सभी गावों को मई माह के अंत तक 3 माह का राशन एक साथ उपलब्ध कराया जाएगा. यह अनाज गांव में रहने वाली सरकारी सस्ते राशन की दुकान से राशनकार्ड धारक प्राप्त कर सकेंगे. जिसके लिए गांव की राशन दुकानों में गेहूं, चावल व शक्कर का अतिरिक्त कोटा भिजवाया जा रहा है. जिसके लिए नियोजन विभाग द्बारा आवश्यक कदम उठाए जा रहे है.
* पूरे राज्य में होगा अमल
इस योजना पर पूरे राज्य में अलम किया जा रहा है और सभी स्थानों पर बाढ की संभावना वाले गांवों में अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसके चलते आगे चलकर बाढ वाली स्थिति में गांव के फंस जाने पर लोगों को अनाज के लिए कोई फिक्र नहीं करनी पडेगी. बल्कि उन्हें सरकारी राशन दुकानों से काफी राहत मिलेगी. ऐसा आपूर्ति विभाग द्बारा बताया गया है.