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अमरावती आरटीओ के तीन अधिकारी गिरफ्तार

नवी मुंबई की एसआईटी ने लिया हिरासत में

* चोरी के ट्रको के फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करने का मामला
* दूसरे राज्यो से चुराकर लाए गए ट्रको के बनाते थे जाली दस्तावेज
अमरावती/दि. 3- अरुणाचल प्रदेश, मिझोरम व आसाम जैसे अन्यो राज्यो से चुराए गए ट्रको को अमरावती लाकर उनका फर्जी तरीके से नया रजिस्ट्रेशन करते हुए उनके जाली दस्तावेज बनाने के मामले में नवी मुंबई पुलिस की एसआईटी ने अमरावती प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई के चलते अमरावती प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में अच्छा-खासा हलकंप व्याप्त है. गिरफ्तार किए गए अधिकारियों में उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी सिद्धार्थ भोगे सहित सहायक मोटर वाहन निरीक्षक भाग्यश्री पाटिल व गणेश वरुटे का समावेश है.
जानकारी के मुताबिक चोरी के ट्रको के लिए ऑनलाइन तरीके से ‘असाइनमेंट ऑफ न्यू रजिस्ट्रेशन’ यानि आरएमए की प्रक्रिया पूरी करते हुए फर्जी दस्तावेज तैयार करने का यह मामला विगत लंबे समय से चल रहा था. जिसके तहत चोरी के ट्रको का अमरावती व नागपुर सहित अन्य स्थानो पर फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन व पासिंग करवाते हुए उन्हें महाराष्ट्र के अन्य शहरो में बेच दिया जाता था. ऐसे ही दो ट्रको को मुंबई अपराध शाखा के मोटर वाहन विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक शशीकांत चांदेकर के पथक ने नवी मुंबई के एपीएमसी से पकडा था. जिनकी जांच-पडताल के बाद पाया गया कि, दोनो ट्रको के चेसीस नंबर फर्जी थे और इन ट्रको का जाली दस्तावेजो के जरिए रजिस्ट्रेशन व पासिंग किया गया था. इसके बाद नवी मुंबई पुलिस ने इस मामले में शेख जावेद उर्फ मणियार शेख अब्दुल (49) नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था. जिससे की गई पुछताछ में उसके अन्य पांच साथिदारो सहित इस गिरोह की मदद करनेवाले अमरावती आरटीओ के तीन अधिकारियों के नाम सामने आए. जावेद शेख और उसके पांच साथिदारो के पास से नवी मुंबई पुलिस ने साडेपांच करोड रुपए मूल्य के 29 ट्रक जब्त किए थे. जिसमें से 19 ट्रको की नागपुर और 6 ट्रको की अमरावती आरटीओ से फर्जी दस्तावेजो के जरिए पासिंग करवाई गई थी.
यह जानकारी मिलते ही करीब एक माह पूर्व नवी मुंबई की एसआईटी ने अमरावती आकर पूरे मामले की जांच की और कई दस्तावेजो को खंगाला. इस टीम में नवी मुंबई की अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अमित काले के आदेशानुसार वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शशीकांत चांदेकर, पुलिस उपनिरीक्षक संजय रेड्डी व प्रताप देसाई के नेतृत्व में गठित विशेष जांच पथक का समावेश किया गया था. इस दल ने अमरावती आरटीओ के तीनो अधिकारी को विगत 17 अप्रैल को मुंबई बुलाकर उनके बयान दर्ज किए गए. इसके उपरांत अभी हाल ही में विगत 30 अप्रैल को इन तीनों अधिकारियों को एक बार फिर मामले में पुछताछ हेतु मुंबई बुलाया गया और इस बार तीनों अधिकारियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. जहां पर एक दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने के बाद इन तीनों अधिकारियों को न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया गया.
इस मामले जहां एक ओर नवी मुंबई पुलिस की एटीएस ने मुख्य सूत्रधार जावेद के साथ ही उसके सहयोगी रहनेवाले मो. असलम बाबा शेख (49), शिवाजी आसाराम गिरी (48), अमित सिंह उर्फ मोनू राजपूत (33), शेख रफिक उर्फ रफिक मामू शेख दिलावर मन्सुरी (40) और वरुण उर्फ सील रमेश जिभेवर को नागपुर, अमरावती, धुलिया, बुलढाणा, सुरत व औरंगाबाद से खोज निकालते हुए गिरफ्तार करने के साथ ही अमरावती आरटीओ कार्यालय के उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी सिद्धार्थ ठोके एवं सहायक मोटर वाहन निरीक्षक गणेश वरुटे व भाग्यश्री पाटिल को हिरासत में लिया. वहीं दूसरी ओर इसी मामले को लेकर अमरावती आरटीओ कार्यालय में एजंट के तौर पर काम करनेवाले जमील, जावेद व काशिफ नामक तीन लोगों से भी नवी मुंबई पुलिस के एटीएस ने सघन पुछताछ की है. पुलिस को पता चला है कि, इन तीनों एजंटो को दूसरे राज्यो से चुराकर लाए गए ट्रको की फर्जी तरीके से पासिंग करवाने हेतु जाली दस्तावेज तैयार करने का काम एक-एक लाख रुपए में दिया गया था और इन्हीं तीन एजंटो के जरिए अमरावती आरटीओ कार्यालय से 6 ट्रको का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन व पासिंग किया गया.

* नागपुर से भी जुडे है तार
जानकारी के मुताबिक इस गोरखधंधे का मुख्य सूत्रधार रहनेवाले जावेद शेख के पास दो-दो आधारकार्ड है और वह अरुणाचल प्रदेश, आसाम, मिझोरम, हरियाणा व उत्तर प्रदेश जैसे राज्यो से चुराए गए ट्रको का चेसीस नंबर बदलकर उन वाहनो के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाया करता था और फिर इन्ही दस्तावेजो के जरिए वह अमरावती व नागपुर सहित अन्य स्थानो के आरटीओ कार्यालयो में आरटीओ अधिकारी एवंम् वहां पर काम करनेवाले एजंटो के जरिए चोरी के इन ट्रको का नए सिरे से रजिस्ट्रेशन व पासिंग करवाया करता था. इसके बाद इन ट्रको को मुंबई सहित अन्य शहरो में ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों को बेच दिया जाता था.

* हरियाणा में भी 9 मामले दर्ज
इस संदर्भ में नवी मुंबई के पुलिस उपायुक्त अमित काले ने दैनिक अमरावती मंडल को जानकारी देते हुए बताया कि, इस गिरोह के खिलाफ कुल 19 मामले दर्ज है. जिसमें महाराष्ट्र में 10 और हरियाणा में 9 मामले है. ऐसे में अब हरियाणा की पुलिस भी इन आरोपियों को अपने कब्जे में ले सकती है. इसके साथ ही जावेद उर्फ मणियार की टोली द्वारा और किन-किन स्थानो से वाहनो की चोरी करते हुए उनका नए सिरे से रजिस्ट्रेशन करवाकर उन वाहनो को कहां बेचा गया है, इसकी भी जांच-पडताल की जा रही है.

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