तीन प्रतिशत पॉजीटीव घुम रहे खुले, कैसे नियंत्रित होगा कोरोना
एमपीएससी परीक्षा प्रक्रिया में 1200 में से 36 निकले पॉजीटीव
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अमरावती/प्रतिनिधि दि.२७ – जारी सप्ताह में हुई कोविड टेस्ट में पॉजीटिविटी का प्रमाण 40 फीसदी से घटकर 7 प्रतिशत पर आ गया है. जिससे जिले को काफी हद तक राहत मिली है. किंतु इसी बीच किये गये एक रैण्डम सर्वे में तीन प्रतिशत अधिकारी व कर्मचारी पॉजीटिव पाये गये, जो अब तक बिना किसी प्रतिबंध के खुलेआम घुम रहे थे. ऐसे में सबसे बडा सवाल यह है कि, यदि कोविड संक्रमण की चपेट में रहनेवाले लोगों का इसी तरह मुक्त संचार जारी रहा, तो कोविड संक्रमण को कैसे रोका जायेगा. इस सवाल से फिलहाल जिला प्रशासन जूझ रहा है.
बता देें कि, शनिवार को राज्य लोकसेवा आयोग की राज्यसेवा पूर्व परीक्षा ली जा रही है. जिसके लिए जिले के विभिन्न विभागों के 1 हजार 200 अधिकारियों व कर्मचारियों की शुक्रवार तक कोविड टेस्ट की गई. जिसमें 36 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटीव आयी. यदि इसे एक तरह से रैण्डम सर्वे भी माना जाये, तो इसका परिणाम यह है कि, फिलहाल औसतन तीन प्रतिशत नागरिक कोविड पॉजीटिव है, जो बिना टेस्ट कराये मुक्त रूप से इधर-उधर घुम रहे है. चूंकि ये लोग एसिम्टोमैटिक है और उनमें अब तक लक्षण दिखाई नहीं दे रहे है. किंतु उनकी वजह से अन्य लोग कोविड संक्रमित हो सकते है. विशेषकर पहले से ही विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे कोमार्बिड मरीज के लिए ऐसे एसिम्टोमैटिक मरीजों के संपर्क में आना खतरनाक साबित हो सकता है.
उल्लेखनीय है कि, जिले में जनवरी माह से कोरोना की रफ्तार बढने लगी और फरवरी माह में हालात विस्फोटक हो गये. इस दौरान पॉजीटिविटी रेट 45 फीसदी तक जा पहुंचा था. वहीं अब इसमें धीरे-धीरे कमी आने लगी है और अब पॉजीटिविटी रेट 7 से 9 प्रतिशत के बीच है. इससे पहले रोजाना करीब 2 हजार लोगों की कोविड टेस्ट की जा रही थी. वहीं अब रोजाना 6 हजार लोगों की कोविड टेस्ट की जा रही है. जिसमें से 400 से 500 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है. जहां एक ओर कोरोना की रफ्तार धीरे-धीरे सुस्त हो रही है. वहीं दूसरी ओर एसिम्टोमैटिक मरीज सुपर स्प्रेडर साबित न हो, इस हेतु समय रहते आवश्यक कदम उठाना बेहद जरूरी है.
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एक माह में फिर बढ सकता है संक्रमण, सतर्कता जरूरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ द्वारा अलर्ट जारी किया गया है कि, आगामी एक माह के दौरान कोरोना की एक और लहर आ सकती है. ऐसे में जिले में हर तरह की सतर्कता व सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. जिसके लिए स्वास्थ्य प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और सभी आवश्यक तैयारियां की गई है. ऐसी जानकारी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा दी गई है.
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ग्रापं चुनाव दौरान भी मिले थे दो प्रतिशत पॉजीटीव
ज्ञात रहें कि, विगत जनवरी माह में जिले की 553 ग्राम पंचायतों के आम चुनाव हुए थे. उस समय 11 हजार अधिकारियों व कर्मचारियों की कोविड टेस्ट की गई थी. जिसमें से 300 की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी थी. इससे पहले विधान परिषद चुनाव के समय चलाये गये कोविड जांच अभियान में भी दो प्रतिशत लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी थी. ऐसे में जिला प्रशासन को और अधिक सतर्कता बरतना जरूरी है.
उद्योगधंधों व आस्थापनाओं में कार्यरत 80 प्रतिशत लोगों की कोविड टेस्ट करवायी गयी है. साथ ही परीक्षा प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों व कर्मचारियों की भी कोविड टेस्ट करवायी गयी है. जिनमें से कुछ लोगों की रिपोर्ट पॉजीटीव आयी है. इसके मद्देनजर सभी विभागों को सतर्कता के संदर्भ में आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये है. साथ ही नागरिकों को भी चाहिए कि, वे पंचसूत्री के नियम का कडाई के साथ पालन करे.
-शैलेश नवाल
जिलाधीश,अमरावती.