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आरटीओ के तीन अधिकारी भ्रष्टाचार के मामले में नामजद

सरकारी वाहनों की एसेसिरिज के नाम पर किया था 46.75 लाख रुपयों का भ्रष्टाचार

* राज्य के विविध आरटीओ कार्यालयों से वसूली थी रकम
* मुंबई एसीबी ने तीनों के खिलाफ दर्ज किया मामला
* अमरावती के पूर्व मोटर परिवहन निरीक्षक की शिकायत पर हुई कार्रवाई
अमरावती /दि.5- प्रादेशिक परिवहन आयुक्त के मुंबई स्थित कार्यालय में मोटर वाहन निरीक्षक के तौर पर पदस्थ परीक्षित पाटिल शितोले, संतोष काथार व धनराज शिंदे के मुंबई के भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने सरकारी पद व सरकारी निधि का दुरुपयोग करते हुए सरकारी रकम के अपहार का मामला दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक इन तीनों अधिकारियों ने सरकारी वाहनों की साधन सामग्री के खर्च को लेकर प्रतिवाहन 25 हजार रुपए ऐसे कुल 187 सरकारी वाहनों हेतु 46 लाख 75 हजार रुपए की रकम राज्य के सभी प्रादेशिक व उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालयों से मांगी और इस रकम को एंथोनी गैरेज प्रा. लि. (पनवेल) में गैर कानूनी रुप से जमा कराते हुए इस रकम का अपने फायदे के लिए उपयोग किया.
किसी समय अमरावती में मोटर वाहन निरीक्षक के तौर पर पदस्थ रहने वाले एक शिकायतकर्ता अधिकारी की ओर से इस मामले की शिकायत मुंबई के भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग से की गई थी. जिसके बाद एलसीबी ने पूरे मामले की जांच करते हुए शिकायत को सही पाया. जिसके उपरान्त मुंबई स्थित परिवहन आयुक्त कार्यालय में पदस्थ रहने वाले तीनों मोटर वाहन निरीक्षकों के खिलाफ भ्रष्टाचार प्रतिबंधक अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया.
यह कार्रवाई मुंबई एलसीबी के अपर पुलिस आयुक्त संदीप दीवान तथा अपर पुलिस उपायुक्त अनिल घेरडीकर व राजेंद्र सांगले के मार्गदर्शन में जांच अधिकारी के तौर पर सहायक पुलिस आयुक्त सरिता भोसले द्वारा की गई.

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