नए उद्यमियों के लिए अण्णासाहब पाटील आर्थिक विकास महामंडल की तीन योजना
युवाओं को मिलेंगी आर्थिक सहायता, मराठा उद्योजकों को लाभ
अमरावती / दि. २९-युवाओं के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करने की द़ृष्टि से अण्णासाहब पाटील विकास महामंडल के माध्यम से तीन योजना लागू की है. उद्योजक बनने इच्छुक मराठा व अन्य प्रवर्ग का स्वतंत्र महामंडल अस्तित्व में नहीं रहने वाले युवाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी. अण्णासाहब पाटील आर्थिक विकास महामंडल द्वारा व्यक्तिगत कर्ज ब्याज पुनर्भुगतान योजना, समूह कर्ज ब्याज पुनर्भुगतान योजना और समूह प्रकल्प योजना चलाई जाती है. व्यक्तिगत कर्ज ब्याज पुनर्भुगतान योजना की १० लाख की सीमा अब १५ लाख रुपए की गई है. लाभार्थियों ने इस योजना का लाभ लेना चाहिए.
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५४ आवेदकों को ९० लाख रु.कर्ज
व्यक्तिगत कर्ज ब्याज पुनर्भुगतान योजना में इस वर्ष १ जनवरी से लेकर अब तक अनेक लाभार्थियों को लाभ दिया गया है. विविध बैंकों ने ५४ आवेदकों को करीब ९० लाख रुपए कर्ज दिया है.
४.५० करोड़ कर्ज वितरण
अण्णासाहब पाटील आर्थिक विकास महामंडल की सिफारिश से विविध बैंकों ने उद्योग व्यवसाय करने के लिए इच्छुक लाभार्थियों को अब तक साढे़ चार करोड़ रुपए कर्ज वितरण किया है. लगभग ४० से ४५ लाख ब्याज पुनर्भुगतान लाभार्थियों को दिया गया है.
जिले के लाभार्थी लें लाभ
अण्णासाहब पाटील आर्थिक पिछड़ा विकास महामंडल द्वारा तीन योजना चलायी जाती है. जिले के लाभार्थियों ने योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेना चाहिए. व्यक्तिगत कर्ज ब्याज पुनर्भुगतान योजना में १० लाख की सीमा अब १५ लाख रुपए कर दी है.
रोहित मोंढे, अमरावती जिला समन्वयक, अण्णासाहब पाटील महामंडल
इस प्रकार है महामंडल की तीन योजना
* व्यक्तिगत कर्ज ब्याज पुनर्भुगतान योजना : अण्णासाहेब पाटील आर्थिक विकास महामंडल द्वारा चलायी जा रही व्यक्तिगत कर्ज ब्याज पुनर्भुगतान योजना में अब १० लाख रुपए के बजाय १५ लाख रुपए कर्जसीमा की गई है. इसलिए उद्योजक बनने इच्छुक मराठा समाज के युवाओं ने इस योजना का लाभ लेना चाहिए.
* समूह कर्ज ब्याज पुनर्भुगतान योजना : लाभार्थियों ने कर्ज किश्त का नियमित भुगतान करने पर कर्जदार के बैंक खाते में ब्याज की रकम महामंडल की ओर से जमा की जाती है. इस योजना में ज्यादा से ज्यादा सात साल तक कर्ज भुगतान की समयावधि है.
* समूह प्रकल्प योजना : दो अथवा इससे ज्यादा लोगों ने मिलकर तैयार किए समूह को उद्योग व्यवसाय के लिए महामंडल की ओर से बैंक के जरिये कर्ज दिया जाता है. कर्जभुगतान की किश्त भरने के बाद महामंडल समूह के कर्ज खाते में ब्याज जमा करता है.