अमरावती

मोघे आदिवासी आश्रमशाला की तीन निलंबित शिक्षिका भूख हडताल पर

अमरावती आदिवासी अपर आयुक्त कार्यालय के सामने शुरू किया आंदोलन

आयुक्त के मनमाने कामकाज को लेकर महिला शिक्षिका आक्रामक
प्रोटॉन शिक्षक संगठना ने शिक्षिकाओं का निलंबन वापस न लेने पर दी तीव्र आंदोलन की चेतावनी
अमरावती/दि.20- यवतमाल जिले के दत्तरामपुर आर्णी की शिवाजीरामजी मोघे आदिवासी आश्रम शाला की मुख्याध्यापिका शेंडे व संस्था के सचिव विजय मोघे की मिलीबगत से संस्था में मनमाना कामकाज चल रहा है. दसवीं बोर्ड की परीक्षा मुंहाने पर रहते इस शाला की तीन महिला शिक्षिकाओं को सचिव द्वारा मुख्याध्यापिका के कहने पर निलंबित किए जाने के प्रकरण में पुसद प्रकल्प कार्यालय व अपर आदिवासी आयुक्त कार्यालय के आयुक्त के विरोध में तीनों निलंबित शिक्षिकाओं ने आज से स्थानीय अपर आदिवासी आयुक्त कार्याळय के सामने भूख हडताल शुरू की है.
भूख हडताल पर बैठी इन तीनों निलंबित की गई शिक्षिकाओं ने आरोप किया है कि दत्तरामपुर के शिवाजीराम मोघे आदिवासी आश्रमशाला की मुख्याध्यापिका शेंडे और संस्था सचिव विजय मोघे ने मिलीभगत कर इस संस्था में मनमाना कामकाज शुरू किया है. मुख्याध्यापिका के कहने पर सचिव ने तीन शिक्षिकाओं को निलंबित किया है. इस प्रकरण में पुसद प्रकल्प कार्यालय व अपर आदिवासी आयुक्त कार्यालय के अधिकारियों को निलंबित तीनों शिक्षिका को सेवा में वापस लेने की मांग को लेकर अनेक बार ज्ञापन सौंपे गए. इन शिक्षिका ओं के लिए प्रोटॉन शिक्षख संगठना ने भी ज्ञापन सौंपे. लेकिन इन दोनों कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने संस्था से मिलीभगत करते हुए निलंबित शिक्षिकाओं को किस तरह परेशान करना, इस बाबत योजना बनाई. इस कारण संतप्त इन तीनों शिक्षिकाओं ने पुसद के प्रकल्प अधिकारी आत्माराम धाबे व मनमाने कामकाज के लिए पहचाने जानेवाले अमरावती आदिवासी अपर आयुक्त कार्याळय के आयुक्त सुरेश वानखडे के विरोध में शुक्रवार 20 जनवरी सुबह 11 बजे से भूख हडताल शुरू की है. इन पीडित महिला शिक्षिकाओं के साथ अनेक कर्मचारी भी इस आंदोलन में शामिल हुए है. साथ ही अपर आयुक्त सुरेश वानखडे के मनमाने कामकाज के विरोध में राष्ट्रीय मूल निवासी बहुजन कर्मचारी संघ नामक इस राष्ट्रव्यापी ट्रेड युनियन के माध्यम से प्रोटॉन शिक्षक संगठना के नेतृत्व में इन महिला शिक्षकों के समर्थनार्थ बेमियादी धरना आंदोलन शुरू किया गया है. इस आंदोलन के तहत पहले चरण में अमरावती, नाशिक और मुंबई में धरना दिया जा रहा है. यदि मोघे संस्था पर तत्काल प्रशासक नियुक्त कर निलंबित शिक्षिकाओं को सेवा में नहीं लिया गया और पुसद के आदिवासी विभाग के प्रकल्प अधिकारी आत्माराम धाबे को तत्काल निलंबित कर उनके संपत्ति की जांच नहीं की गई तो अमरावती आदिवासी अपर आयुक्त वानखडे के मनमाने कामकाज के विरोध में ट्रेड युनियन की तरफ से संगठित व असंगठित कामगारो को सडकों पर उतरकर राज्य के 36 जिलो में और 358 तहसीलो में आंदोलन करना पडेंगा, ऐसी चेतावनी इस अवसर पर प्रोटॉन शिक्षक संगठना के अमरावती जिलाध्यक्ष गजानन उल्हे ने दी है.

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