नागपुर प्रतिनिधि/दि.१२ – निजी ट्रैवल बसों के साथ स्पर्धा करने के लिए रापनि ने भी अब पूरी तरह से कमर कस ली है. यात्रियों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. वहीं अब रापनि ने विदर्भ के 3 हजार बसों को ऑनलाइन करने की तैयारियां शुरु कर दी है. इनमें से 1700 बसों में व नागपुर जिले की 470 बसों में जीपीएस प्रणाली क्रियान्वित की जाएगी.
यहां बता दें कि बस स्टॉप पर पहुंचने के बाद अनेक मर्तबा बस की राह यात्रियों को तकनी पडती है. पूछताछ कक्ष के कर्मचारी व्दारा बताये गए समय के अनुसार कभी भी बस छूटती नहीं है, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पडता है. यात्रियों की परेशानियों को दूर करने के लिए रापनि की ओर से बस यात्रियों के लिए बसेस का टाईम यात्रियों के मोबाइल पर ऑनलाइन दिखाने का प्रबंध किया है. जिसके तहत विदर्भ के तीन हजार बसों में जीपीएस प्रणाली लगाई जा रही है. 1700 बसों में जीपीएस प्रणाली लगाई गई है. जिसमें से नागपुर जिले की 470 बसों का समावेश है. बसों में जीपीएस प्रणाली लगने के बाद यात्रियों को प्ले स्टोर पर उपलब्ध एमएसआरटीसी कम्प्यूटर एप व्दारा मोबाइल पर जानकारी मिलेगी. यात्रियों व्दारा एप पर मार्ग का उल्लेख करने पर उस मार्ग पर कितनी बसेस दौड रही है और कौनसी बस कितने समय में पहूंचेगी, नजदीकी बस स्टॉप, मार्ग पर आने वाले स्टॉपेज की जानकारी मिलेगी. किसी बस का नंबर डालने के बाद बस हाल की घडी में कहा है, इसकी भी जानकारी मिलेगी. किसी बस में खराबी आने पर उसकी भी जानकारी बस स्टॉप के कर्मचारियों को मिलेगी. रापनि के माल ढूलाई करने वाले वाहनों में जीपीएस प्रणाली लगाई गई है. इस प्रणाली से बस से सफर करने वाले यात्रियों का समय भी बचेगा.
-
बस में महिलाओं की सुरक्षा की व्यवस्था
एमएसआरटीसी कम्प्यूटर एप में बस में बैठी महिलाओं की सुरक्षा भी विशेष ख्याल रखा गया है. उसे महिला व्दारा सुरक्षा को लेकर इमरजन्सी बटन दबाने पर महिला की शिकायत संबंधित अधिकारी के मोबाइल पर पहुंचेगी. जिसके बाद तत्काल महिला को सुरक्षा पहुंचाई जाएगी. इसके अलावा इमरजन्सी बंटन पर गाडी ब्रेकडाउन होने, मेडिकल सहायता लगने अथवा बस हादसे का शिकार होने पर तत्काल सूचानाएं देने की व्यवस्था भी की गई है.