अमरावती

डेप्यूटी सीएम के तीन ट्विट बेअसर, ना जांच ना रिपोर्ट, प्रशासन को चाहिए लिखित आदेश

मामला राजेंद्र लॉज की इमारत ढहकर 5 लोगों की मौत का

* अब मामले मेें जमकर हो रही राजनीति, केवल कागजों पर चल रही जांच
अमरावती/दि.7 – स्थानीय प्रभात चौक स्थित राजेंद्र लॉज की पुरानी व जर्जर इमारत विगत 30 अक्तूबर की दोपहर अचानक ढह गई थी. जिसमेें 5 बेकसूरों की जान चली गई. इस घटना के तुरंत बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा जिला पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक के बाद एक तीन ट्विट करते हुए कहा था कि, मामले की जांच करने के आदेश संभागीय आयुक्त को दिये जा चुके है और मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता निधि से 5-5 लाख रुपए की सहायता देने का निर्णय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्बारा लिया गया. लेकिन इस घटना और ट्विट को एक सप्ताह का समय बीत जाने के बावजूद अब तक स्थानीय प्रशासन द्बारा मामले की कोई जांच शुरु नहीं की गई. ऐसे में रिपोर्ट बनने का कोई सवाल ही नहीं उठता. प्रशासन के मुताबिक उन्हें अब तक इस मामले की जांच करने के लिए उपर से कोई लिखित आदेश नहीं मिला है.
विभागीय आयुक्त कार्यालय के सूत्रों द्बारा बताया गया कि, डेप्यूटी सीएम व पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्बारा किया गया ट्विट उन्होंने ने भी देखा है. लेकिन जब तक लिखित आदेश नहीं मिलता तब तक जांच कैसे शुरु की जाये. यह अपने आपमें बडा सवाल है. ऐसे में विचारनीय तत्थ यह है कि, जहां एक ओर बडे-बडे निर्णय लेकर उसकी घोषणा के संदर्भ में ट्विट किये जाते है और इन दिनों सभी राजनेता तथा सरकारी व प्रशासकीय कार्यालय ट्विटर के साथ जुडे है. वहीं दूसरी ओर राजेंद्र लॉज जैसे गंभीर हादसे की जांच के संदर्भ में ट्विट करने के बावजूद भी प्रशासन को जांच शुरु करने के लिए लिखित आदेश का इंतजार क्यों है और हादसा घटीत हुए एक सप्ताह का समय बीत जाने के बावजूद भी प्रशासन ने इन 5 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार रहने वालों को खोजने की तकलिफ तक क्यों नहीं उठाई.
इसके अलावा सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि, हादसे का शिकार हुए मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता निधि से 5-5 लाख रुपए दिये जाने की घोषणा भी डेप्यूटी सीएम फडणवीस द्बारा अपने ट्विट में की गई थी. परंतु इस घोषणा पर भी अब तक कोई अमल नहीं हुआ है. ऐसे में इस घोषणा पर तब तक अमल हो पाता है इस ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है.

* मनपा आयुक्त ने जारी किये थे जांच के निर्देश
राजेंद्र लॉज वाला हादसा घटीत होते हुए मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टीकर ने उपायुक्त को शहर अभियंता के नेतृत्व में जांच समिति गठित करने के निर्देश दिये थे. लेकिन उसी शाम सीधे उपमुख्यमंत्री व पालकमंत्री द्बारा घटना की जांच के आदेश दिये जाने के चलते मनपा आयुक्त ने इस जांच के अलावा बेहद जर्जर व खस्ता हाल हो चुकी इमारतों के स्पॉट वेरिफिकेशन का आदेश जारी किया.

* क्या था फडणवीस का ट्विट
राज्य के उपमुख्यमंत्री व जिला पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 30 अक्तूबर की शाम 5.38 बजे तीन ट्विट किये. जिसमें उन्होंने लिखा कि, अमरावती में एक पुरानी इमारत ढह जाने की वजह से हुए हादसे में 5 लोगों की मौत हुई है तथा 2 लोग घायल हुए है. मलबे को हटाने का काम चल रहा है. मैं लगातार जिलाधीश के संपर्क में हूं और इस घटना की सघन जांच करने के आदेश विभागीय आयुक्त को दिये गये है. इस घटना में मारे गये लोगों को मैं भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. हम सभी उनके परिवारों के दुख में शामिल है. मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता मुख्यमंत्री सहायता निधि से देने का निर्णय मुख्यमंत्री एकनाथराव शिंदे ने लिया है. साथ ही हादसे में घायल हुए लोगों के इलाज का खर्च भी राज्य सरकार द्बारा वहन किया जाएगा.

* नगर परिषद प्रशासन विभाग से मांगी रिपोर्ट
विभागीय आयुक्त कार्यालय के सूत्रों के अनुसार उपमुख्यमंत्री व जिला पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्बारा किये गये ट्विट के बाद अब तक जांच को लेकर कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए है. ऐसे में किसी भी तरह की कोई जांच समिति स्थापित नहीं की गई है. साथ ही इसे लेकर महानगर पालिका अथवा किसी अन्य प्रशासन से घटना के संदर्भ में कोई पत्र व्यवहार भी नहीं किया गया है. बल्कि केवल जिलाधीश कार्यालय में स्थित नगर परिषद प्रशासन संचालनालय के स्थानीय कार्यालय प्रमुख से इस बारेे में रिपोर्ट मांगी गई है.

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