अमरावती

तीन युवक बाढ के पानी में बहे

माडू नदी से दो के शव बरामद

* पूर्णा में बहे युवक की खोजबीन जारी
अमरावती/दि. ४-जिले में विगत २४ घंटे के दौरान दो अलग-अलग हादसों में तीन युवक नदी में आयी बाढ में बह गये. इसमें से दो युवकों के शव मध्यप्रदेश से होकर बहनेवाले माडू नदी से बरामद कर लिये गये है. वहीं पूर्णा नदी में बहे युवक की तलाश राहत व बचाव दल द्वारा की जा रही है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक २ अगस्त को मोर्शी से करीब आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित श्री क्षेत्र सालबडी में मध्यप्रदेश के शिवणी निवासी आठ से दस युवक प्राचीन शिवगुफा में दर्शन हेतु आये थे और महाराष्ट्र की सीमा में स्थित मारूती महाराज देवस्थान में दर्शन लेने के बाद इनमें से दुर्योधन लक्ष्मण राउत (ृ२७) तथा गणेश धोंड्याजी चवारे (२६) तैरने के लिए गंगा नदी व माडू नदी के संगमवाले क्षेत्र में उतरे. इस समय पानी का बहाव काफी अधिक तेज रहने के चलते ये दोनोें ही पानी के तेज बहाव में बहने लगे. यह देखकर किनारे पर मौजूद उनके साथीदारों ने दौडभाग करते हुए गांववासियों को बुलाया. साथ ही इस घटना की जानकारी मोर्शी पुलिस सहित मध्यप्रदेश की आठनेर पुलिस को भी दी गई. चूंकि घटनास्थल मध्यप्रदेश के सीमाक्षेत्र में आता है. जिसके चलते आठनेर पुलिस स्टेशन के थानेदार अजय सोनी व प्रभातपट्टण के तहसीलदार वीरेंद्र उईके ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद बैतूल से रेस्क्यू टीम को बुलाया. परंतू इस समय तक शाम हो गई थी और नदी परिसर में अंधेरा हो गया था. ऐसे में शोध कार्य को रोक दिया गया. वहीं ३ अगस्त की सुबह घटनास्थल से करीब ५०० मीटर की दूरी पर इन दोनों युवकों के शव बरामद हुए. जिन्हे आठनेर पुलिस व सालबर्डी के कुछ लोगोें की सहायता से नदी से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम हेतु रवाना किया गया. उल्लेखनीय है विगत अनेक दिनों से माडू नदी में ऐसे हादसे लगातार घटित हो रहे है. इन दिनों श्रावण मास चल रहा है. ऐसे में इस परिसर में भाविक श्रध्दालुओं का बडी संख्या में आना-जाना चल रहा है. जिसमें से कई लोग-बाग यहां से होकर गुजरती नदी में तैरने का मोह नहीं रोक पाते और इस वजह से यहां पर कई हादसे घटित होते है.
उधर दूसरी ओर भातकुली तहसील के आष्टी में रहनेवाले ४२ वर्षीय राजू झिंगले के पूर्णा नदी में बह जाने की जानकारी सामने आयी. पता चला है कि, राजू झिंगले खोलापुर स्थित कोटेश्वर मंदिर में धार्मिक विधि के लिए आये थे और नदी में उतरते ही वे पानी के तेज बहाव के साथ बहते चले गये. इस बात की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू टीम ने पूर्णा नदी में चारों ओर राजू झिंगले की खोजबीन करनी शुरू की, लेकिन काफी प्रयासों के बावजूद राहत एवं बचाव दल को इस काम में सफलता नहीं मिली. ऐसे में आज लगातार दूसरे दिन भी राहत एवं बचाव कार्य शुरू रखा गया.

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