अमरावती

शिवाझिरी में किसान पर बाघ ने किया हमला

बाल-बाल बची किसान की जान, भाई व पोता भी थे साथ

* वन विभाग में इलाज के लिए अस्पताल में कराया भर्ती
धारणी/दि.9- मेलघाट के सुसर्दा वन परीक्षेत्र अंतर्गत आने वाले शिवाझिरी खेत परिसर में एक किसान पर बाघ द्बारा हमला किए जाने की एक ओर घटना सामने आयी है. जिसमें उक्त किसान गंभीर रुप से घायल हो गया. जिसे वन विभाग के दल ने अपने वाहन से उपजिला अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया. इस घटना के समय उक्त किसान का भाई व पोता भी मौके पर उपस्थित थे. जिनके द्बारा की गई चिखपुकार व सहायता के चलते उक्त किसान की जान बच गई.
जानकारी के मुताबिक शिवाझिरी गांव निवासी नारसिंह घटल्या चौंघड नामक 65 वर्शीय किसान शुक्रवार की सुबह साढे 8 बजे के आसपास गांव के पास स्थित अपने खेत में मक्के की फसल की देखरेख करने गए थे. जब वे अपने खेत की मेढ पर खडे थे. तभी वन खंड क्रमांक 1187 से एक बाघ ने बाहर निकलकर सीधे उन पर हमला किया. इस समय नारसिंह की चिखपुकार सुनते ही मौके पर उपस्थित उनके भाई गोरेलाल चौंघड ने तुरंत सहायता के लिए दौड लगाई. जिसे देखकर बाघ भाग निकला. इस समय तक बाघ ने नारसिंह चौंघड की गर्दन पर पंजा मारकर काफी गहरा घाव कर दिया था. जिसकी वजह से नारसिंह चौंघड गंभीर रुप से घायल हो गए. पश्चात बाघ द्बारा किए गए हमले की जानकारी परिसर में गश्त पर रहने वाले वन विभाग को मिलते ही वन विभाग के दल ने नारसिंह चौंघड को अपने वाहन के जरिए धारणी के उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया.
उल्लेखनीय है कि, सुसर्दा वन परिक्षेत्र अंतर्गत दादरा, हिरा बंबई व शिवाझिरी नामक तीन गांव 5 से 6 किमी की दूरी पर जंगल व्याप्त परिसर के बीच बसे हुए है और इस परिसर में विगत करीब डेढ माह से एक बाघ ने लगातार उत्पाथ मचा रखा है. हाल ही में दादरा गांव निवासी 22 वर्षीय महिला को खेत में काम करते समय बाघ ने हमला करते हुए घायल कर दिया था. ऐसे में इन सभी गांवों के किसान अब अपने खेतों में जाने से भी घबराने लगे है. जिससे उनकी खेती किसानी का जमकर नुकसान हो रहा है. ऐसे में महाराष्ट्र जनक्रांति संगठन द्बारा उठाई गई मांग को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने खेती किसानी में हुए नुकसान का कृषि विभाग के जरिए सर्वेक्षण कराते हुए मुआवजा देने की बात कही है.

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