घटांग-चिखलदरा मार्ग पर हुआ बाघ का दर्शन
परतवाडा/दि.2- विगत 30 जुलाई को घटांग-चिखलदरा मार्ग पर शहापुर गांव के निकट एक बाघ दिखाई दिया. जिसे देखकर परिसर से गुजरनेवाले लोगों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई. हालांकि इस समय कई लोगों ने रास्ते के किनारे से गुजर रहे इस बाघ के फोटो व वीडियो भी निकाले, जो कुछ ही देर में मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत गाविलगड वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय तक पहुंच गये. जिसके बाद वन महकमा तुरंत ही इस परिसर में पहुंचा और बाघ के फुट प्रिंट के आधार पर यह पता लगाने का प्रयास किया जाने लगा कि, आखिर यह बाघ किस ओर गया है. पता चला कि, घटांग-चिखलदरा मार्ग पर स्थित शहापुर गांव से सटे परिसर में बाघ द्वारा इससे पहले ‘किल केस’ किया गया है, यानी बाघ द्वारा किये गये हमले में किसी इन्सान या मवेशी की मौत हुई है.
मिली जानकारी के मुताबिक आलाडोह निवासी तुषार गायन अपने चाचा व मौसी के साथ कार में सवार होकर धारणी से घटांग होते हुए विगत 30 जुलाई को चिखलदरा की ओर जा रहे थे और अपरान्ह 3.45 बजे के आसपास शहापुर गांव से 500 मीटर दूरी पर उन्हें यह बाघ दिखाई दिया. पहाडी रास्ते के मोड पर अपने वाहन को मोडते समय अचानक ही सामने बाघ दिखाई देने पर उन्होंने तुरंत अपना वाहन रोका और करीब पांच से सात मिनट तक वे वहीं रूके रहे. अपनी आंखों के ठीक सामने बाघ को देखकर वाहन में सवार सभी लोग नि:शब्द हो गये. इस दौरान बाघ ने गुर्राते हुए पीछे मुडकर भी देखा और फिर वह बडे आराम से अपने रास्ते चला गया. इस समय तुषार गायन ने अपने मोबाईल में पांच से सात सेकंड का एक वीडियो बनाने में सफलता हासिल की. वही उनके चाचा ने अपने मोबाईल में बाघ का एक फोटो भी खींचा, जो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वन विभाग अधिकारियों तक पहुंचा.
घटांग-चिखलदरा मार्ग पर शहापुर गांव के पास विगत 30 जुलाई को बाघ दिखाई देने की पुष्टि हुई है. इस परिसर में बाघ की मौजूदगी है. जिसके द्वारा इससे पहले ‘किल केस’ भी हुई है. ऐसे में परिसरवासियों ने सावधान व सतर्क रहना चाहिए.
– दिनेश वालके
वन परिक्षेत्र अधिकारी, गाविलगड