अमरावतीमहाराष्ट्र

पोहरा-चिरोडी जंगल में बाघ का एक साल से डेरा

वन अधिकारी सुरक्षा का रख रहे ध्यान

अमरावती/दि. 29– बाघ यह वैसे तो हमेशा कोअर एरिया में ही दिखाई देता है. लेकिन पिछले एक साल से वडाली और चांदुर रेलवे वनपरिक्षेत्र अंतर्गत पोहरा-चिरोडी के घने जंगल में करीबन 6 से 7 वर्ष की आयु के एक नर बाघ ने मुक्काम किया हुआ है. वह इस परिसर में अब डेरा जमा चुका है.
शिकार और पानी की भरपूर सुविधा रहने से यह बाघ पिछले एक साल से इस जंगल में डेरा जमाए हुए है. पोहरा-चिरोडी जंगल में बाघ रहने के सबूत भी मिले है. इस बाघ के दो दिन पूर्व पंजो के निशान प्राप्त हुए है. बाघ रहने के कारण वनपरिक्षेत्र अधिकारी, वनपाल, वनरक्षक लगातार गश्त लगा रहे है. वडाली और चांदुर रेलवे वनपरिक्षेत्र में एक साल से एक पट्टेदार बाघ का अस्तित्व रहने के सबूत बार-बार मिले है.

* आरक्षित जंगल पट्टेदार बाघ के लिए उपयुक्त
वडाली और चांदुर रेलवे वनपरिक्षेत्र का कुछ जंगल घना है. एकांतवासी रहने से यह पट्टेदार बाघ अब यहां अधिवास में रहकर अपना डेरा जमा चुका है, ऐसा कहा जाता है. वडाली, चांदुर रेलवे वनपरिक्षेत्र 21 हजार 485 हेक्टेअर में फैला है. इसमें का कुछ जंगल परिसर अति संवेदनशील और आरक्षित भी है.

* अक्तूबर 2023 में बाघ का आगमन
अक्तूबर 2023 में पट्टेदार बाघ का इस जंगल में प्रवेश हुआ. अक्तूबर 2023 से नवंबर 2024 की कालावधि हो गई है. इस पट्टेदार बाघ का मुक्काम यही है, यह विशेष.

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