स्कायवॉक के काम में बाघ प्रकल्प की बाधा
विधायक पोटे ने की उपमुख्यमंत्री से शिकायत
* आरडीसी के तत्काल कार्यवाही के आदेश
चिखलदरा/दि.25- चिखलदरा गोराघाट पॉईंट व हरिकेन पॉईंट की खाई पर निर्माणाधीन 407 मीटर लंबे स्कायवॉक का काम सीडको द्वारा शुरु है. इस प्रकल्प हेतु बाघ परियोजना की एनओसी मिलने में विलंब होने की शिकायत विधायक प्रवीण पोटे ने उपमुख्यमंत्री और पालकमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से की. उपमुख्यमंत्री कार्यालय से तुरंत आदेश जारी हुआ. जिलाधिकारी कार्यालय ने बाघ प्रकल्प को इस बारे में तत्काल कार्यवाही करने और उसकी रिपोर्ट आरडीसी को देने कहा है.
* 40 करोड़ का खर्च
40 करोड़ रुपए की लागत से एशिया का सबसे बड़ा स्कायवॉक बनवाया जा रहा है. बताया गया कि स्कायवॉक का 77 प्रतिशत काम हो गया है. उसे केंद्रीय वनमंत्रालय ने विगत जनवरी में ही मान्यता दे दी थी. राज्य वन्यजीव बोर्ड ने स्कायवॉक को मान्यता देने तीन शर्तें सीडको के सामने रखी.
* नवंबर में 8 लाख का भुगतान
सीडको ने वन्यजीव मंडल की तीनों शर्तों को पूर्ण करने कार्यवाही शुरु कर दी है. उसकी एक शर्त के अनुसार स्कायवॉक की लागत का 2 प्रतिशत हिस्सा वनविभाग में गत 9 नवंबर को भुगतान किया गया. विभाग सभी आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के बाद स्कायवॉक प्रकल्प का शेष कार्य अगले एक वर्ष में पूर्ण करने की जानकारी सीडको ने पत्र से विधायक पोटे को दी. पोटे ने इस बारे में पालकमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को पत्र देकर विनती की थी. उपमुख्यमंत्री कार्यालय से अमरावती जिलाधिकारी कार्यालय को निर्देश दिये गये. उस आधार पर निवासी उपजिलाधिकारी विवेक घोडके ने बाघ प्रकल्प के मुख्य वनसंरक्षक को पत्र देकर र्कावाही करने और उसकी रिपोर्ट पेश करने का हुक्म दिया है. बता दें कि स्कायवॉक की चर्चा तीन बरस से हो रही है. अमरावती और चिखलदरा के पर्यटकों को स्कायवॉक जल्द से जल्द पूर्ण होने की आतुरता है.