अमरावतीमहाराष्ट्र

चिखलदरा के तीन गांवों में बाघ की दहशत, अब तक 9 का शिकार

पूरे परिसर में सतर्कता की मुनादी, गांववासी दहशत के साए में

अमरावती /दि. 4– जिले की चिखलदरा तहसील अंतर्गत अंबापाटी, खोंगडा व केली गांव परिसर में इस समय वन विभाग द्वारा बाकायदा ढिंढोरा पीटकर मुनादी कराई जा रही है. जिसके तहत गांववासियों को परिसर में बाघ होने की सूचना देते हुए सावधान व सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही यह निवेदन भी किया जा रहा है कि, कोई भी गांववासी किसी सुनसान स्थान की ओर अकेले न जाए, क्योंकि ऐसा करना खतरनाक साबित हो सकता है. जिसके चलते पूरे परिसर में रहनेवाले गांववासी इस समय अच्छी-खासी दहशत के साए में रहने के लिए मजबूर है और अब वे गांव के आसपास रहनेवाले बाघ सहित अन्य वन्य प्राणियों का बंदोबस्त किए जाने की मांग उठा रहे है.
बता दें कि, गत रोज ही चिखलदरा तहसील अंतर्गत खोंगडा गांव के निकट विनोद चिमोटे नामक आदिवासी युवक को किसी बाघ अथवा वन्य प्राणी द्वारा हमला करते हुए जान से मार दिया गया. इस परिसर में विगत दो वर्ष के दौरान यह अपनी तरह की चौथी वारदात है. विगत दो वर्षों के दौरान मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत आनेवाले हरिसाल परिक्षेत्र के केसरपुर, कारा व जामली आर गांव में वन्य प्राणियों के हमले की वजह से तीन लोगों की जान गई थी. वहीं अब सोमवार को केली गांव में रहनेवाले विनोद चिमोटे का भी बाघ अथवा किसी अन्य वन्य प्राणी द्वारा शिकार किया गया है. जिसकी सूचना गांव के पुलिस पाटिल की ओर से मिलते ही वन विभाग एवं व्याघ्र प्रकल्प द्वारा केली गांव सहित आसपास के परिसर में मुनादी कराते हुए गांववासियों को जंगल क्षेत्र में अकेले नहीं जाने तथा सावधान व सतर्क रहने के संदर्भ में सूचित किया गया.

* मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प का जंगल पूरी तरह से जानवरों का ही अधिवास है. अत: जंगल के पास स्थित गांवों के लोगों ने जंगल क्षेत्र में बिलकुल भी प्रवेश नहीं करना चाहिए, साथ ही रात-बेरात के समय तो जंगल में बिलकुल भी नहीं जाना चाहिए. वनक्षेत्र में वन कर्मचारियों की नियमित गश्त चल रही है, साथ ही साथ गांववासियों से भी सावधानी व सतर्कता बरतने का आवाहन किया गया है.
– अभय चंदेल, वनपरिक्षेत्र अधिकारी.

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