धारणी/ दि.30 – दो दिनों से तापमान काफी अधिक बढ गया. इस वजह से गुगामल वन्यजीव परिसर के जंगल में आग की लपटे दिखाई देने लगी और ढाकणा के जंगल में दो दिन के बाद आग पर काबु पाने की जानकारी मिली है. दूसरी तरह गडगा नदी से पानी पीने के बाद बाघ ढाकणा गांव के जंगल में निकल गया. इसे कई लोगों ने देखा है, जिससे आदिवासियों में भय का वातावरण निर्माण हुआ है.
लगातार तापमान बढते ही जा रहा है. जिसके चलते मेलघाट के जंगल में जगह-जगह आग लगना शुरु हो गया. एक जानकारी के अनुसार ढाकणा गांव के पास चौकीनाला नाम से पहचाने जाने वाले जंगल से पट्टेदार बाघ बुधवार और गुरुवार की शाम निकलते समय दिखाई दिया. प्रत्यक्षदर्शियों ने दी जानकारी के अनुसार गांव के समीप जंगल में बाघ निकला है. ग्रामीणों ने बताया कि, इस मार्ग पर पहली बार बाघ दिखाई दिया. जंगल में लगी आग के कारण तापमान में वृध्दि हुई है, इस वजह से उस क्षेत्र से बाघ ने निकल जाना उचित समझते हुए गांव के समीप जंगल में शरण ली है.
बाघ के आवागमन को लेकर ढाकणा क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता भुरेलाल चिमोटे और पूर्व उपसरपंच चंद्रभान पाटील ने बाघ के अस्तित्व की पुष्टी की. गडगा नदी के डोह में पानी पीने के बाद समीपस्थ जंगल में बाघ निकल गया, ऐसा कई आदिवासियों ने भी देखा है. ढाकणा के सुरक्षित जंगल में कई बार आग लगी थी. टायगर विभाग ने समय रहते आग पर काबु पाया. बार-बार आग लगने के कारण जंगल का तापमान बढने लगा है, इस वजह से बाघ इधर-उधर भटकने लगे है. मई माह में गुगामल के जंगल में पेट्रोलिंग बढाने की ज्यादा जरुरत है, ऐसी मांग गांववासियों ने की है.