अमरावतीमहाराष्ट्र

‘ताईंचा जिल्हा’ में अब तक रही 5 महिला सांसद

अमरावती/दि.18– आजादी पश्चात लोकसभा के लिए पहली बार सन 1951 में चुनाव हुआ था. जिसके बाद सन 2019 तक यानि अगले 73 वर्षों के दौरान अमरावती संसदीय क्षेत्र से लोकसभा पहुंचने का मौका 5 महिलाओं को मिला. जिसमें से उषा चौधरी ने सन 1980 व सन 1984 ऐसे लगातार दो चुनाव में जीत हासिल करते हुए लगातार 10 वर्षों तक लोकसभा में अमरावती संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया, जो तत्कालीन महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बेहद नजदीकी भी थी. साथ ही जिले की महिला सांसद रह चुकी प्रतिभाताई पाटिल को आगे चलकर देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनने का भी मौका मिला. वहीं इस समय वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव में नवनीत राणा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल करते हुए अमरावती से महिला सांसद निर्वाचित होने की परंपरा को आगे बढाया. स्थानीय स्वायत्त निकायों से लेकर विधानसभा व लोकसभा में महिला जनप्रतिनिधियों को मिलने वाले मौकों की वजह से ही अमरावती जिले की पहचान ‘ताईंचा जिल्हा’ के तौर पर होती है.

बता दें कि, स्थानीय स्वायत्त संस्था यानि ग्रामपंचायत से लेकर नगर पंचायत, नगरपालिका, महानगरपालिका व जिला परिषद में महिलाओं को पुरुषों के बराबर यानि 50 फीसद प्रतिनिधित्व देने का नियम है. हालांकि इसकी तुलना में विधानसभा व लोकसभा में महिलाओं को अपेक्षित प्रतिनिधित्व नहीं मिलता. लेकिन इसके बावजूद भी अमरावती जिले की कर्तुत्ववान महिलाओं ने लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भी अपनी सशक्त उपस्थिति व दावेदारी पेश की है.

* सन 65 में पहली बार मिली महिला सांसद
देश के प्रथम कृषि मंत्री डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहब देशमुख के निधन पश्चात सन 1965 में कराये गये उपचुनाव में भाउसाहब की पत्नी विमलाबाई देशमुख विजयी हुई थी और अमरावती जिले को पहली बार महिला सांसद मिली थी.

* 10 साल उषाताई चौधरी रही सांसद
सर्वसामान्य परिवार से वास्ता रखने वाली उषाताई चौधरी को लगातार दो बार अमरावती संसदीय क्षेत्र का सांसद बनने का अवसर मिला. उन्होंने सन 1980 व सन 1984 के चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद सन 1989 में हुए चुनाव में भाकपा के कॉ. सुदाम देशमुख ने उनके विजयरथ को रोक दिया.

* पूर्व राष्ट्रपति भी रही जिले की सांसद
सन 1991 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभाताई पाटिल जिले की सांसद चुनी गई. जो आगे चलकर राजस्थान की राज्यपाल और देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति भी बनी. जिनकी वजह से राष्ट्रीयस्तर की राजनीति में अमरावती जिले का काफी मानसम्मान भी हुआ.

* जिले में इस समय भी महिला सांसद
इस समय भी लोकसभा में अमरावती जिले का प्रतिनिधित्व सांसद नवनीत राणा के जरिए एक महिला द्वारा ही हो रहा है. जिन्होंने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की थी. साथ ही वे इस बार के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में है. साथ ही इस बार एक अन्य राजनीति दल द्वारा ही महिला प्रत्याशी को मैदान में उतारा गया है. वहीं 4 अन्य महिलाएं भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड रही है. जिसमें से मतदाताओं द्वारा किसके पक्ष में जनादेश दिया जाता है. यह आगामी 4 जून को स्पष्ट होगा.

* जिले में इस समय दो महिला विधायक
जिले में इस समय कांग्रेस पार्टी की दो महिला विधायक भी है. जिसमें से शहरी भाग रहने वाले अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कांग्रेस की विधायक सुलभा खोडके तथा ग्रामीण क्षेत्र रहने वाले तिवसा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कांग्रेस की विधायक यशोमति ठाकुर द्वारा किया जा रहा है.

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