थकना मना है : 81वें वर्ष में कमलताई ने दिया जीवन का मूलमंत्र
डॉ. गोविंद कासट मित्र मंडल ने लिया कमलताई गवई का आशीर्वाद
अमरावती/दि.15- पूर्व लेडी गवर्नर, धम्म अमरावती विपश्यना केंद्र के वरिष्ठ आचार्य लुंबिनी मोगरा, पूर्व प्राचार्य, संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय पोस्ट-पीएचडी शोध प्रबंध प्रस्तुत, डॉ. गोविंद कासट मित्रमंडल के कार्य में सदैव तन, मन और धन से सक्रिय रहते थे. यहां तक कि वें सुबह पांच बजे निकले और वरोरा (चंद्रपुर) में श्रध्येय बाबा आमटे के आनंदवन में दर्शन करने के बाद रात को एक गरीब व्यक्ति के विवाह समारोह में पहुंचे. प्रातःकाल प्रसन्न मन से उपस्थित हों. स्वस्थ, तंदुरुस्त कमलताई 82 साल की उम्र में अपने पदार्पण में भी सामाजिक कार्यों में सक्रिय है. जोश आज भी युवाओं को शर्मिंदा करता है. ऐसे मां साहब डॉ.कमलताई रा.सू गवई के 81 वें जन्मदिन के अवसर पर, डॉ. गोविंद कासट मित्र मंडली को सरल तरीके से मेरा जन्मदिन मनाएं, ऐसा आवाहन किया था. लेकिन मित्र मंडल ने माँ साहेब को किताब, पुष्पगुच्छ, देकर अभिनंदन और आशीर्वाद लिया.
इस अवसर पर सुपुत्र डॉ. राजेंद्र गवई का दीक्षाभूमि स्मारक समिति, नागपुर के सचिव के रूप में नियुक्ति के लिए और सुपुत्री कीर्ति अर्जुन को भी सम्मानित किया गया. धीरूभाई सांगाणी, सुदर्शनभाऊ गांग, प्रदीप जैन, डॉ. राजू डांगे, प्राचार्य शिरभाते, राजेंद्र पचगाड़े, विवेक सहस्त्रबुद्धे, अविनाश राजगुरे, दीपक दारव्हेकर, प्रवीण वासनिक, मोतीलाल गवई, प्रभा आवारे, रामचंद्र गुल्हाने, सुनंदा खरड, भाऊराव व आनंद मनोरे, इंदुताई गावंडे, डॉ. गोविंद कासट आदि मौजूद थे. इस उम्र में भी इतनी भीड़ में भी आई साहब ने बहुत खुशी से डॉ. गोविंद कासट मित्र मंडली से मुलाकात की, उन्हें आशीर्वाद दिया और उनके स्वास्थ्य और अन्य सामाजिक गतिविधियों के बारे में पूछा. उनमें कहीं भी थकान नहीं दिखी, मानो थकना भी मना है ये संदेश मित्र मंडल को दिया गया.