तीर्थ वानखडे हत्या प्रकरण
रवि नगर वासियों का थाने और आयुक्तालय पर बडा मोर्चा

* जाहीर निषेध के पोस्टर झलकाए
* तीनों आरोपियों को फांसी दिलाने की मांग
अमरावती/ दि.17 – सोमवार रात रवि नगर के पास मौजूद इंद्रप्रस्थ शाला के समीप हुई तीर्थ गजानन वानखडे की भीषण हत्या का निषेध करते हुए परिसर के सैकडों लोगों ने आज राजापेठ थाने और पुलिस आयुक्तालय पर मोर्चा ले जाकर नारेबाजी और जमकर प्रदर्शन किया. इस मामले में पकडे गये तीनों आरोपियों चेतन पिंजरकर, सूरज बगेकर, रोशन पिंजरकर पर कडी कार्रवाई कर फांसी दिलाने की मांग बुलंद की. मोर्चे में वानखडे परिजन के साथ ही तीर्थ की बुआ, माता-पिता और क्षेत्र के लोग बडी संख्या में और बडे गुस्से के साथ सहभागी थे.
* राजापेठ पर जोरदार नारेबाजी
युवा कार्यकर्ता तीर्थ वानखडे की हत्या से खौले रवि नगर वासियों ने बोलेरो और अन्य वाहनों से आज दोपहर अचानक राजापेठ थाने कूच किया. वहां पहुंचकर जमकर नारे लगाए. जाहीर निषेध के पोस्टर लहराए. तीनों आरोपियों को फांसी दिलवाने की मांग की. उनका जोश और गुस्सा देख डीसीपी गणेश शिंदे पहुंचे. डीसीपी से इन लोगों ने चर्चा की. आरोपियों पर मोक्का लगाने की मांग की.
* अचानक धमके सीपी ऑफीस
रवि नगर वासी गुस्से में तो थे ही. उन्होंने राजापेठ थाने में डीसीपी को निवेदन देने के उपरांत पुलिस आयुक्तालय का रूख किया. वहां सीपी नवीनचंद्र रेड्डी से मुलाकात की. सीपी ने उन्हें बताया कि आरोपियों को फोरन दबोचा गया है. पुलिस बराबर कार्रवाई कर रही है. प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को कठोर सजा दिलाने का अनुरोध सीपी रेड्डी से किया.
मोर्चे में संकेत गुल्हाने, प्रतीक कलस्कर, अंकुश कडू, आकाश इंगले, ओम मावल, संकेत मोकलकर, मनोज लोखंडे, विकास इंगले, तन्मय पाटिल, नीलेश चाकर, विक्की ढोके, राम गिरमकर, नारायण कावरे, रोहण वानखडे, सुरेंद्र मावले, सुनील वाटनकर, लाल चाकर , मनीष किल्लेकर, सुभाष किल्लेकर, झाडे, कुशल तुरनकर, अर्पित खंडारकर, सुनील वर्हाडे, दहापुते, गणोरकर, किरणपूरे, प्रशांत मोंढे, शेटे, खंडखापे, अमित कलस्कर, वैभव जगताप, गजू झासरे, अभिनव बरडे, ओम वानखडे, अमोल साबले, मनीष ढोके, कुंदन इंगले, एनपी तायडे, चेतन कुलकर्णी, सचिन मोहोड, तेजस जडे, विष्णुपंत गावंडे, बालू गावंडे, अजिंक्य वानखडे, अमोल साखरे, प्रणीत सगणे, गजानन बोकडे, अमोल नागरीकर, शुभम बानेवार, अंकुश धोटे, कपिल मोरे, संजय बोरकर, अमित राजगुरे, स्वप्निल डहाके, शशिकांत खंडारकर, हर्षल पेटे, राहील बोकडे, तेजस बालापुरे, अमन नाचोने, मयूर मुले, श्रेयस गवई, अंकेत जाधव, विक्की तुरनकर आदि अनेक की उपस्थिति रही.
* न हो राजकीय हस्तक्षेप
मोर्चे के निवेदन मेंं यह भी कहा गया कि तीर्थ वानखडे हत्या प्रकरण में राजकीय हस्तक्षेप की भनक लगी है. इसलिए सीपी से वे निवेदन करते है कि वे व्यक्तिगत रूप से प्रकरण की जांच पर ध्यान दें. साथ ही मोर्चे ने सीपी को भरोसा दिलाया कि उनकी तरफ से कोई उग्र बात या तनाव नहीं होगा. बस राजकीय हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए.