तिवसा के मांडले हत्याकांड का हुआ पर्दाफाश, राज मिस्त्री निकला हत्यारा
देउरवाडा से हिरासत में लिया गया रोशन तांबटकर
* तीन माह से घर में चल रहे निर्माण का कर रहा था काम
* मजदूरी के पैसे लेने को लेकर हुआ था विवाद
* गुस्से में आकर संजय मांडले के सिर पर मारा था लकडी का फट्टा
* गहने व नगद रकम लेकर हुआ था फरार, आर्वी के देउरवाडा से लिया गया हिरासत में
* चोरी के माल सहित हत्या में प्रयुक्त लकडी का डंडा बरामद
* मामले को सुलझाने वाली एलसीबी की टीम होगी पुरस्कृत
* एसपी आनंद व एएसपी साली ने पत्रवार्ता में दी जानकारी
अमरावती/दि.29 – तिवसा शहर सहित समूचे जिले में सनसनी मचा देने वाले संजय मांडले हत्याकांड का पुलिस ने आखिरकार पर्दाफाश कर दिया है तथा इस मामले में वर्धा जिले की आर्वी तहसील अंतर्गत देउरवाडा में रहने वाले रोशन तांबटकर नामक 24 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया गया है. जिसने पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद अपना अपराध कबूल कर लिया है. जिसके घर से चोरी के गहने व नगद रकम बरामद करने के साथ ही उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लकडी का मोटा डंडा भी एक कुएं से बरामद कर लिया गया है. इसके साथ ही सुवर्णकार व सराफा व्यवसायी संजय मांडले की हत्या के पीछे रहने वाली वजह भी सामने आ गई है. जिसके मुताबिक रोशन तामटकर व संजय मांडले के बीच तांबटकर की मजदूरी के पैसों को लेकर कुछ विवाद हुआ था. जिसके चलते तैश में आकर तांबटकर ने संजय मांडले के सिर पर लकडी का फट्टा दे मारा था. जिससे संजय मांडले की मौत हो गई थी. जिसके बाद रोशन तांबटकर वहा से नगद रकम व कुछ गहने लेकर भाग गया था. इस आशय की जानकारी आज स्थानीय जोग स्टेडियम स्थित मंथन हॉल में बुलाई गई पत्रवार्ता के दौरान ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद एवं अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम साली द्वारा दी गई.
बता दें कि, सोमवार 27 नवंबर को दोपहर 2 से शाम 6 बजे के बीच तिवसा के त्रिमूर्ति नगर में रहने वाले सुवर्ण व्यवसायी संजय भगवंतराव मांडले की उनके ही घर में घुसकर निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी गई थी. घटना के वक्त घर में संजय मांडले व उनके 82 वर्षीय पिता भगवंत मांडले भी थे तथा परिवार के अन्य सदस्य अमरावती गए हुए थे. इस हत्याकांड का खुलासा शाम 7 बजे उस वक्त हुआ, जब उनकी पत्नी और बेटा अमरावती से तिवसा स्थित अपने घर वापिस लौटे. इस घटना का खुलासा होते ही तिवसा शहर सहित तहसील एवं पूरे जिले में हडकंप मच गया था तथा घटना की गंभीरता को देखते हुए खुद ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद एवं अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम साली दल-बल सहित मौके पर पहुंचे थे. जिसके बाद मामले की जांच हेतु तिवसा एवं ग्रामीण पुलिस के 4 पथक गठित करते हुए उन्हें काम पर लगाया गया था. इसी दौरान मांडले परिवार की ओर से पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया था कि, उनके घर से करीब 70 से 75 लाख रुपए का सोना और लगभग 3 लाख रुपए की नगद रकम नदारद है. ऐसे में इसे लूटपाट के उद्देश्य से की गई हत्या का मामला मानते हुए पुलिस ने अपनी जांच करनी शुरु की. परंतु मांडले परिवार के घर के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा लगा नहीं रहने की वजह से मामले की जांच और आरोपी की तलाश में काफी दिक्कते आ रही थी. लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने अगले 36 घंटे के भीतर संजय मांडले की हत्या करने वाले देउरवाडा पुलिस रोशन तांबटकर को खोज निकाला. साथ ही उसे गिरफ्तार करते हुए उसके पास से 120 ग्राम सोना और करीब 12 हजार रुपए नगद जब्त किये. इसके अलावा रोशन तांबटकर ने जिस लकडी के डंडे से संजय मांडले के सिर पर वार करते हुए इस हत्याकांड को अंजाम दिया था, उस लकडी के डंडे को भी ‘आला ए कत्ल’ के तौर पर पुलिस ने परिसर के एक कुएं से रोशन तांबटकर की निशानदेही पर जब्त किया. साथ ही इस पूरे मामले की जानकारी देने हेतु ग्रामीण एसपी विशाल आनंद व एएसपी विक्रम साली ने आज एक पत्रवार्ता बुलाई.
इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, तिवसा के त्रिमूर्ति नगर में रहने वाले सुवर्ण व्यवसायी संजय मांडले के घर पर विगत करीब 3 माह से कुछ निर्माणकार्य चल रहा था. जहां पर देउरवाडा निवासी रोशन तांबटकर मिस्त्री के तौर पर काम किया करता था. जिसके चलते रोशन तांबटकर का रोजाना ही मांडले परिवार के घर पर आना-जाना था. पूछताछ के दौरान रोशन तांबटकर ने बताया कि, पिछले 2 दिन से मांडले परिवार के यहां जारी रहने वाला काम बंद था और उसका कुछ हिसाब-किताब बाकी था. ऐसे में सोमवार की दोपहर पश्चात वह अपनी मजदूरी के पैसे मांगने के लिए संजय मांडले के घर पहुंचा और उसने अपनी मजदूरी के पैसे मांगे, जिसे देने से संजय मांडले ने इंकार किया. जिसकी वजह से उन दोनों के बीच काफी हद तक कहा सुनी हुई, तो उसने गुस्से में आकर पास ही पडा लकडी का फट्टा उठाकर संजय मांडले के सिर पर कई बार दे मारा. जिससे संजय मांडले लहूलूहान होकर वहीं पर गिर पडा. पश्चात उसने सामने दिखाई दे रहे कुछ सोने के गहने व नगद रकम को उठा लिया तथा वहां से भाग गया. रोशन तांबटकर के इस बयान के आधार पर पुलिस के पथक ने देउरवाडा स्थित उसके घर से 120 ग्राम सोने सहित करीब 12 हजार रुपए की नगद रकम को बरामद कर लिया है. साथ ही हत्या हेतु प्रयुक्त लकडी के फट्टे को भी एक कुएं से जब्त किया गया. यह जानकारी के देने के साथ ही एसपी विशाल आनंद व एएसपी विक्रम साली ने बताया कि, इस पेचिदा मामले को महज 36 घंटे में हल करते हुए आरोपी को खोज निकालने में ग्रामीण अपराध शाखा के दल ने बेहद शानदार काम किया है. जिसके लिए एलसीबी के पथक को पुरस्कृत किया जाएगा.
* कितने की चोरी हुई थी, इसे लेकर अब भी संभ्रम
विशेष उल्लेखनीय है कि, संजय मांडले हत्याकांड को लेकर मांडले परिवार की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया था कि, मांडले परिवार के घर से करीब 70 से 75 लाख रुपए का सोना और 3 लाख रुपए नगद चुराए गए है. जबकि हत्या के मामले में धरे गए रोशन तांबटकर के पास से केवल 120 ग्राम सोना और 12 हजार रुपए नगद बरामद हुए है. जिनकी कुल कीमत 7 लाख 36 हजार 500 रुपए है. वहीं पुलिस द्वारा की गई जांच में यह भी पता चला है कि, ऑर्डर के मुताबिक आभूषण व अन्य साहित्य तैयार करने हेतु अलग-अलग सुवर्णकारों से संजय मांडले द्वारा लाया गया सोना उनकी घर की अलमारियों में ही रखा हुआ है. ऐसे में मांडले परिवार की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में उल्लेखीत चोरी के माल की कीमत को लेकर भी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. जिसके तहत इस बात की पडताल की जा रही है कि, आखिर निश्चित तौर पर मांडले परिवार के घर से कितने रुपयों के माल की चोरी हुई थी और मांडले परिवार द्वारा किस आधार पर अपने यहां से करीब 75 से 80 लाख रुपयों की चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी.