सफल चिकित्सक होने के लिए वेदना से नाता जोडो
शिविर के उद्घाटन अवसर पर डॉ. दिलीप वांगे का कथन
अमरावती/दि. 9– पीआर पोटे पाटिल ग्रुप ऑफ एज्युकेशन द्वारा संचालित पीआर पोटे पाटिल कॉलेज ऑफ मेडीकल सायंसेस आयुर्वेद के सत्र 2024-25 में प्रथम वर्ष आयुर्वेद अभ्यासक्रम के लिए प्रवेशित विद्यार्थी व पालकों की संयुक्त सभा स्व. रामचंद्र पोटे पाटिल स्मृति सभागृह में संपन्न हुई.
प्राचार्य डॉ. श्यामसुंदर भूतडा की अध्यक्षता में शुरु हुए शिष्योपनयन संस्कार शिविर का उद्घाटन महाराष्ट्र कौन्सिल ऑफ इंडियन मेडीसीन के निबंधक डॉ. दिलीप वांगे के हाथों शैक्षणिक अधिष्ठाता प्रा. डॉ. रणजीत देशमुख, आयोजन समिति की अध्यक्ष डॉ. स्वाती चौधरी, समिति सचिव डॉ. प्रगति वजीरे, समन्वयक निलिमा जैन व पालक प्रतिनिधि मारोती सरोदे, किशोर बुरंगे की उपस्थिति में संपन्न हुआ. कॉलेज के नए प्रवेशित विद्यार्थियों का औषधी वनस्पति देकर स्वागत किया गया. इस अवसर पर उद्घाटक डॉ. वांगे ने पोटे आयुर्वेद महाविद्यालय की तरफ से चलाए जा रहे विविध उपक्रमों की प्रशंसा की. विद्यार्थियों को वेदना से नाता जोडकर सफल चिकित्सक होने के लिए परिश्रम करने और जो अच्छा लगे उसे हासिल करने का प्रयास करने का आवाहन किया. अतिथियों के हाथों दीप प्रज्वलन के बाद स्व. रामचंद्र पोटे पाटिल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस अवसर प्राचार्य डॉ. श्यामसुंदर भूतडा ने महाविद्यालय व अस्पताल के पिछले तीन साल की समीक्षा प्रस्तुत कर विद्यार्थियों को भावी जीवन की शुभेच्छा दी. इस अवसर पर शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. रणजीत देशमुख ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
* प्रवीण पोटे पाटिल का पौधारौपण कर मनाया जन्मदिन
संस्था के अध्यक्ष प्रवीण पोटे पाटिल का 56 वा जन्मदिन विद्यार्थी व पालकों ने संयुक्त रुप से 56 औषधी पौधों का रौपण कर मनाया. इसके पूर्व वृक्षदिंडी के जरिए विभिन्न वेशभूषा में विद्यार्थी पौधारौपण क्षेत्र में पहुंचे. यह पौधे उन्हें साढे 5 साल के लिए दत्तक दिए गए. प्राचार्य डॉ. भूतडा ने सभी शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का परिचय तथा पंकज ठाकरे ने विद्यार्थियों सहित पालकों को संपूर्ण परिसर का भ्रमण करवाया. डॉ. हेमलता माहोरे ने अस्पताल की उपलब्ध सुविधा व प्रगति का लेखाजोखा प्रस्तुत किया. इस अवसर पर विख्यात शल्य चिकित्सक डॉ. सुभाषचंद्र वार्ष्णेय, निसर्गोपचार तज्ञ डॉ. जीवनलाल गांधी, पुलिस अधिकारी दीप्ती ब्राह्मणे, डॉ. भारती बिरे, जीवनशैली तज्ञ डॉ. अविनाश सावजी, प्रा. डॉ. वैशाली वानखडे, प्रा. डॉ. मकरंद सोनारे ने विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन किया. 15 दिवसीय इस शिविर का समापन 25 नवंबर को होगा. संचालन प्रा. निलिमा जैन ने, प्रस्तावना डॉ. प्रगति वजीरे ने तथा आभार प्रदर्शन प्रा. डॉ. स्वाती चौधरी ने किया. स्नेहभोजन के साथ उद्घाटन समारोह का समापन हुआ.