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प्रहार के गोलू पाटिल ने उठाया था मुद्दा
अमरावती/दि.14 – स्थानीय जिला परिषद के राष्ट्रीय स्वास्थ्य विभाग में बडे प्रमाण में गोलमाल का आरोप प्रहार के गोलू पाटील ने लगाते हुए राज्यमंत्री बच्चू कडू को ज्ञापन सौंपा था. राज्यमंत्री ने ज्ञापन की दखल लेते हेतु स्वास्थ्य संचालक मुंबई को पत्र दिया था. इस पत्र के आधार पर जांच समिति गठित की गई. जांच समिति में चार सदस्यों का समावेश किया गया था. इस विषय को लेकर गोलू पाटील ने मांग की कि, समिति में जांच के लिए महिला अधिकारी को भी नियुक्त करे. जिस पर विभाग की ओर से सकारात्मक निर्णय लेते हुए महिला अधिकारी के साथ 7 सदस्य जांच समिति में शामिल किए है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के अंतर्गत केंद्र की ओर से प्रति वर्ष करोडों की निधि आवंटित की जाती है.
इस अभियान को कुशलतापूर्वक चलाने का जिस विभाग को जिम्मा सौंपा गया है वह बडे प्रमाण समें गोलमाल रहने का आरोप प्रहार के गोलू पाटील ने लगाते हुए 15 अगस्त को राज्यमंत्री बच्चू कडू को ज्ञापन सौंपा था. इस ज्ञापन की दखल लेते हुए 17 अगस्त को राज्यमंत्री कडू ने स्वास्थ्य संचालक मुंबई को पत्र दिया था. स्वास्थ्य संचालक महेश बोरले ने 22 अक्टूबर को इस मामले की जांच के आदेश जारी कर जांच समिति गठित की. जांच समिति में महिला अधिकारी का समावेश नहीं था. जिस पर पाटील ने मांग की कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के संदर्भ में कुछ महिलाएं भी शिकायत के लिए सामने आ सकती है. इसलिए समिति में महिला सदस्य का भी समावेश करें. इस मांग की स्वास्थ्य संवालक ने दखल ली, तथा जांच समिति में महिला अधिकारी के अलावा दो और सदस्यों को नियुक्त किया. राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान में हुए गोलमाल की जांच हेतु 7 सदस्यीय समिति गठित की है. जांच के बाद समिति की ओर से रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाएगा. जांच रिपोर्ट पर समूचे जिल के नागरिकों का ध्यान केंद्रीत है.