सफलता के शिखर पर पहुंचने के लिए अपने सपनों को ताकत देनी चाहिए
सत्कार समारोह में विधायक खोडके ने छात्रों से किया आह्वान
* भारतीय बावने कुनबी (कृषक) समाज मंडल का आयोजन
अमरावती/दि.12- मेधावी एवं सफल विद्यार्थियों का शानदार प्रदर्शन समाज के लिए सम्मान की बात है. छात्रों के दृढ़ संकल्प और उनके द्वारा की गई कड़ी मेहनत और अपने अपेक्षित लक्ष्यों को प्राप्त करने में निरंतर प्रयासों से उन्हें जो सफलता मिली है, वह निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी होगी. अब सफलता के शिखर को छूने के लिए इन छात्रों को अपने सपनों को साकार करने और अपनी नई पहचान और करियर बनाने के लिए इच्छाशक्ति की ताकत देने की जरूरत है, यह बात विधायक सुलभा खोडके ने कही. रविवार 10 सितंबर को प्राविण्य प्राप्त छात्र, खिलाडी तथा समाजभूषण पुरस्कार प्राप्त करनेवालों का सत्कार समारोह आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में वे बोल रही थी.
फर्शी स्टॉप – पूजा कॉलोनी परिसर में स्थित श्री नरहरि मंगल कार्यालय में भारतीय बावने कुनबी (कृषक) समाज मंडल, अमरावती द्वारा सम्मान समारोह आयोजित किया गया. इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में अंजनगाव सुर्जी नगरपरिषद मुख्याधिकारी प्रशांत उरकुडे, व्यवसाय प्रशिक्षण विभाग के सहायक संचालक अनिलराव भुते, अमरावती सह.निबंधक गणेशराव बांते, कामरगांव सरपंच साहेबराव तुमसरे, टोंगलाबाद सरपंच तुलसीदास शेबे, पूर्व सैनिक श्रीकृष्णराव खोकले, कृषक विकास नागरी सहकारी पतसंस्था उपाध्यक्ष देवीदासराव सार्वे, डॉ. विलासराव मते, रामदास भगत, बलीराम ढबाले आदि मान्यवर उपस्थित थे. कार्यक्रम दौरान भारतीय बावने कुणबी ( कृषक)समाज मंडल के अध्यक्ष विष्णुपंत कांबे व संचालक मंडल की ओर से विधायक सुलभा खोडके एवं संजय खोडके का शॉल, श्रीफल, व स्मृतिचिह्न देकर सत्कार किया गया. इसके साथ ही मेधावी विद्यार्थी, खिलाडियों का गुणगौरव किया गया. तथा समाजभूषण पुरस्कार प्राप्त गुरुकुंज मोझरी के दत्तात्रय तिजारे, कृषिभूषण पुरस्कार प्राप्त हिरापूर के राजकुमार ईश्वरकर व महिला समाज प्रेरणा पुरस्कार से सम्मानित बडनेरा की सुशीलाबाई रामराव ढोरे का सत्कार किया गया. कार्यक्रम में भारतीय बावने कुणबी ( कृषक) समाज मंडल के अध्यक्ष विष्णुपंत कांबे, सचिव रितेश बोन्द्रे,उपाध्यक्ष शरदराव सार्वे, सहसचिव लोकेश मते, संचालक भगवंतराव ईश्वरकर, भानुदास बांडाबूचे, अरविंद जगनाडे, जयकिशन मते, रमेश धांडे, विनोद तिजारे, विजय ठवकर, प्रवीण बांते, संजय पिंगले, उषा शेंडे, संगीता शेलोकार, माधुरी गाढवे, अशोक हजारे, गणेश शिंगणजुडे, श्रीकृष्णराव तिजारे, रुपराव शेलोकार, प्रविण बांते, गोवर्धन कानतोडे, सुधाकर ढबाले, प्रदीप लाकडे, अरुण शेंडे आदि उपस्थित थे.