फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के लिए नाट्य और नृत्यकला की अच्छी तैयारी होनी चाहिए
अभिनेता भारत गणेशपुरे का आवाहन
अमरावती/दि. 25– मुंबई के फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के लिए नाट्य और नृत्यकला की अच्छी तैयारी होनी चाहिए. प्रादेशिक कला विभाग के माध्यम से इस क्षेत्र के कलाकारों के ऑडिशन के लिए प्रयास करने पर कलाकारों को मुंबई में काम करने का अवसर मिलेगा, ऐसा मत मराठी फिल्म के अभिनेता भारत गणेशपुरम ने व्यक्त किया.
स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव निमित्त आधुनिक रंगभूमि पर नाट्य ओर नृत्य प्रसूति की दशा व दिशा इस विषय पर प्रादेशिक कला विभाग की ओर से द्बिदिवसीय राज्यस्तरीय चर्चा सत्र का आयोजन विद्यापीठ में किया गया था. गुरूवार को हुए इस समारोप कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में बोल रहे थे. मंच पर अध्यक्षस्थान पर क्रीडा व शारीरिक शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. अविनाश असनारे, विशेष अतिथि के रूप में विद्यपीठ के पूर्व कुलगुरू डॉ. मुरधीर चांदेकर प्रमुख उपस्थिति में व्यवस्थापन परिषद के सदस्य डॉ. प्रफुल्ल गवई, प्रादेशिक कला विभाग के समन्वयक रमेश जाधव उपस्थित थे.
भारत गणेशपुरे ने कहा कि 1986 से वे अमरावती से इस क्षेत्र में काम कर रहे है. नाट्यशास्त्र की पदवी नही होने पर भी इस क्षेत्र में काम करते रहे. परिश्रम किया. अनुभव से सीखा. जिसके कारण मुझे इस क्षेत्र में काम करने का अच्छा अवसर मिलकर नाम रोशन हुआ.मुंबई में आने के लिए बहुत परिश्रम करना पडता है. ऑडिशन बार बार देना पडता है. इस क्षेत्र में काम करनेवाले कलाकारों को केवल पाठांतर पर जोर न देकर अभिनय किस तरह से अच्छा कर सकेंगे इसके लिए प्रयास करने की आवश्यकता है.
डॉ. चांदेकर डॉ. प्रफुल्ल् गवई, डॉ.अविनाश असनारे ने भी इस समय मार्गदर्शन किया. समन्वयक रमेश जाधव ने प्रास्ताविक कर उपस्थितों का मार्गदर्शन किया. संचालन डॉ. संतोष बनसोड ने किया. इस अवसर पर राज्य नाट्य स्पर्धा में जत्रा नाटक को पुरस्कार मिलने संबंध में रौप्य पदक प्राप्त करने के संबंध में स्नेहा सयाम व शुभम ठाकरे इन कलाकारों का भारत गणेशपुरे ने शाल, श्रीफल व स्मृतिचिन्ह देकर सत्कार किया. इस समारोपण कार्यक्रम में विद्यापीठ के अधिकारी, कर्मचारी, प्राधिकरण के सदस्य तथा कलाकार बडी संख्या में उपस्थित थे.