अमरावती

तंबाकू, गुटखा छोडों वरना गंवाने पडेंगे गाल, होंठ और जबडा

जिले में 189 नागरिकों को मुंह का कैंसर, युवा आ रहे चपेट में

अमरावती/दि.31– आप यदि तंबाकू खाते होंगे, धूम्रपान करते होंगे तो सावधान हो जाइए. तुम्हें भी गाल, जीभ, होंठ, जबडा गंवाना पड सकता है. जिले में 189 नागरिकों को मुंह का कैंसर हुआ है. इसमें 140 मरीज उपचार ले रहे हैं. जिले में मुंह के कैंसर की औसत एक शस्त्रक्रिया होते रहने की जानकारी अस्पताल प्रशासन की तरफ से दी गई है.
हर वर्ष 21 मई यह विश्व तंबाकू विरोधी दिन के रुप में मनाया जाता है. तंबाकू का कोई भी प्रकार यह कैंसर का खतरा बढाता है. कैंसर से 80 प्रतिशत मृत्यु होने के पीछे धूम्रपान की लत कारणीभूत साबित हुई है. तंबाकू और सिगारेट की लत में बुजुर्गो के साथ भी युवा वर्ग भी आता जा रहा है. जिले में 25 हजार संदिग्ध मरीजों की जांच करने के बाद 189 नागरिकों को मुंह का कैंसर होने का निदान किया गया. राष्ट्रीय तंबाकू कार्यक्रम के तहत तंबाकू मुक्ति के लिए नागरिकों का समुपदेशन व मार्गदर्शन किया जाता है. पूरे वर्ष में इस कार्यक्रम के तहत 13032 लोगों का समुपदेशन किया गया है. लेकिन प्रत्यक्ष में इसमें से 573 नागरिकों ने ही तंबाकू के सेवन से मुक्त होने का निर्णय लिया है.

* वर्षभर में 94 लाख मूल्य के तंबाकू-गुटखे की जब्ती
एफडीए व्दारा वर्षभर में 94 लाख 90 हजार 86 रुपए का गुटखा जब्त किया गया है. अस्पताल परिसर में तंबाकू खाने वाले नागरिकों से पूरे वर्ष में 58 हजार 163 रुपए जुर्माना वसूल किया गया है, ऐसी जानकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम विभाग व्दारा दी गई है.

* अधिकारी-कर्मचारियों पर होगी क्या कार्रवाई?
गुटखा बिक्री कर राज्य में पांबदी कर हर जिले में गुटखे की बिक्री खुलेआम होती है. साथ ही विविध विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय में उसका सेवन करते हुए दिखाई देते है. ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों पर कब कार्रवाई होगी, ऐसा भी प्रश्न उपस्थित हो रहा है.

* कैंसर के लक्षण
मुंह के कैंसर में खाते-पीते समय गटकने में परेशानी होना, आवाज में बदलाव होना, गर्दन में गांठ आना, मुंह खोलने में परेशानी होना और दांत में दर्द आदि लक्षण मुंह के कैंसर के है.
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* एप छोडेगा तंबाकू का व्यसन
तंबाकू व गुटखा सेवन के कारण लाखों के स्वास्थ्य पर विपरित परिणाम होता है. तंबाकू का व्यसन छोडने के लिए विविध उपाययोजना की जाती है, लेकिन इसका परिणाम दिखाई नहीं देता. अब तंबाकू का व्यसन छोडने के लिए एडिक्शन-आरएक्स नामक विशेष एप तैयार किया गया है. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एण्ड न्यूरो साइसेंस की तरफ से यह एप तैयार किया गया है. इसमें विविध शास्त्रीय जांच के माध्यम से व्यसनाधिनता के किस स्तर पर मरीज है इसकी जांच करते आ सकती है. एप में विशेषज्ञ डॉक्टरों से संवाद करने के लिए चैट और ई-कंसलटेशन की सुविधा भी उपलब्ध कर दी गई है.

 

 

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