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आज 18 संक्रमित मिले

119 मरीज हुए कोविड मुक्त

अमरावती/दि.19– बीते 24 घंटे के दौरान अमरावती जिले में 18 नये कोविड संक्रमित मरीज पाये गये. इसके साथ ही अब एक्टिव पॉजीटीव मरीजों की संख्या 154 हो गई है. इन एक्टिव पॉजीटीव मरीजों में मनपा क्षेत्र के 80 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 74 मरीजों का समावेश है. इनमें से 25 मरीज कोविड अस्पताल में भरती है. वहीं मनपा क्षेत्र में 75 व ग्रामीण क्षेत्र में 54 मरीजों को होम आयसोलेशन में रखा गया है. साथ ही 154 मरीज कोविड मुक्त भी हुए.

* पॉजीटिविटी रेट 2.29 व रिकवरी रेट 98.33 फीसद
बीते 24 घंटे के दौरान जिले में 786 संदेहितों के थ्रोट स्वैब सैम्पलों की जांच की गई. जिसमें से 2.29 फीसद की टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटीव आयी है. वहीं इस समय कोविड संक्रमित मरीजों के कोविड मुक्त होने का प्रमाण 98.33 फीसद के स्तर पर है.

* संभाग में 81 पॉजीटीव, 277 हुए कोविड मुक्त
वहीं समूचे संभाग में विगत 24 घंटे के दौरान कुल 81 कोविड संक्रमित मरीज पाये गये. जिनमें अकोला के 17, यवतमाल के 5, बुलडाणा के 30 व वाशिम के 11 मरीजों का समावेश है. वहीं राहतवाली बात यह भी रही कि, बीते 24 घंटे के दौरान संभाग में 277 मरीज कोविड मुक्त हुए. जिनमें अकोला के 34, यवतमाल के 26, बुलढाणा के 38 व वाशिम के 60 व्यक्तियों का समावेश रहा.
संभाग में अब तक 3 लाख 95 हजार 869 कोविड संक्रमित मरीज पाये जा चुके है. जिनमें 3 लाख 88 हजार 874 मरीज कोविड मुक्त हो चुके है. वहीं कोविड संक्रमण के चलते संभाग में अब तक 5 हजार 978 मरीजों की मौत हो चुकी है. जिनमें अमरावती के 1 हजार 619, अकोला के 1 हजार 466, यवतमाल के 1 हजार 802, बुलडाणा के 687, वाशिम के 404 मरीजों का समावेश है.

यवतमाल जिले में 40 ओमिक्रॉन संक्रमित मिले
यद्यपि इस समय अमरावती संभाग में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर का असर खत्म हो गया है. किंतु बीते 48 घंटों के दौरान संभाग के अकोला जिले में 40 संक्रमितों की ओमिक्रॉन टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटीव आयी है. जिसमें से बुधवार को 26 तथा गुरूवार को 14 ओमिक्रॉन पॉजीटीव मरीज पाये गये.
बता देें कि, कोविड संक्रमित पाये जानेवाले मरीजों में कुछ अलग लक्षण दिखाई देने पर उनके सैम्पलों को जांच हेतु राष्ट्रीय विषाणु परीक्षण प्रयोगशाला में भेजा जाता है. जहां से रिपोर्ट मिलने में 10 से 15 दिनों का समय लग जाता है. इस दौरान संक्रमित व संदेहित मरीज इलाज पश्चात ठिक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज भी हो चुके रहते है. जिसके बाद एनआयवी की रिपोर्ट प्राप्त होती है.

 

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