ताऊ व्दारा दी गई शिक्षा से आज मैं कुलगुरु पद पर कार्यरत हूं
कुलगुरु डॉ. अर्जुनसिंग राणा का प्रतिपादन
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हव्याप्र मंडल में राष्ट्रीय फेकल्टी डेवलपमेंट कार्यशाला का उद्घाटन
अमरावती/दि.2 – हव्याप्र प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव ताऊ व्दारा दी गई शिक्षा से आज मैं देशसेवा में हूं. ताऊ हमारे लाडले दैवत है. उनके व्दारा दी गई शिक्षा से मैं क्रीडा विद्यापीठ के कुलगुरु पद पर कार्यरत हूं ऐसा प्रतिपादन गुजरात स्थित गांधी नगर क्रीडा विद्यापीठ के कुलगुरु अर्जुनसिंग राणा ने व्यक्त किया. कुलगुुरु अर्जुनसिंग राणा हव्याप्र मंडल के डिग्री कॉलेज ऑफ एज्युकेशन महाविद्यालय में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय फेकल्टी डेवलपमेंट कार्यशाला में बतौर उद्घाटक के रुप में उपस्थित थे.
मंगलवार को हव्याप्र मंंडल के स्व. सोमेश्वर पुसदकर सभागृह में सुबह 9.30 बजे राष्ट्रयी फेकल्टी डेवलपमेंट कार्यशाला का उद्घाटन किया गया. 30 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलने वाली इस कार्यशाला का उद्घाटन कुलगुुरु डॉ. अर्जुनसिंग राणा के हस्ते किया गया. इस अवसर पर हव्याप्र मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, मंडल की सचिव डॉ. माधुरी चेंडके, डिग्री कॉलेज ऑफ फिजीकल एज्युकेशन के प्राचार्य डॉ. के.के. देबनाथ, डॉ. अजयपाल उपाध्याय, डॉ. लक्ष्मीकांत खंडागडे मंच पर उपस्थित थे.
कार्यशाला को संबोधित करते हुए कुलगुरु डॉ. अर्जुनसिंग राणा ने आगे कहा कि, शिक्षण तथा शिक्षक प्रत्येक विद्यार्थियों के जीवन का मूलभूत घटक है. इसके बगैर जीवन में व्यक्तित्व निर्माण की कल्पना नहीं की जा सकती. श्री हव्याप्र मंडल निरंतर शिक्षा के साथ देश व समाज में अच्छा व्यक्तित्व निर्माण करने का भी कार्य कर रहा है. हव्याप्र मंडल से शिक्षा लेकर हजारों विद्यार्थी देश व समाज के लिए समर्पित होकर कार्य कर रहे है इसका मुझे सदा अभिमान रहेगा.
कार्यशाला का प्रास्ताविक रखते हुए हव्याप्र मंडल की सचिव प्रा. माधुरी चेंडके ने हव्याप्र मंडल व यहां के शिक्षण के संदर्भ में विस्तार से जानकारी दी. कार्यशाला का संचालन डॉ. अजय पाल उपाध्याय ने किया तथा आभार डॉ. लक्ष्मीकांत खंडागडे ने माना. इस अवसर र बडी संख्या में प्राध्यापक, विद्यार्थी उपस्थित थे.