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शेड्युल्ड लोडशेडिंग का आज तीसरा दिन

2 से सव्वा 4 घंटों का लोडशेडिंग शुरु

* ज्यादा लॉस वाले फिडरों पर अधिक कटौती
* भीषण गर्मी में पसीना निकाल रहा बिजली विभाग
* सुबह व शाम के सत्र में लोडशेडिंग का टाईमटेबल जारी
अमरावती/दि.22 महावितरण कंपनी ने धीरे से ही सही लेकिन लोडशेडिंग का झटका देकर बिजली कटौती शुरु कर दी है. जिले में शेड्यूल्ड लोडशेडिंग का आज तीसरा दिन है. आगामी कई दिनों तक इसी प्रकार लोडशेडिंग होने की जानकारी बिजली विभाग द्बारा दी गई. बिजली की बढती डिमांड, कोयले की कम आपूर्ति, बिजली निर्मिति की कमी आदि कारणों के चलते बढती डिमांड पूर्ण करने में कम पडने से मजबूरी में आकस्मिक लोडशेडिंग करना पड रहा है. लोडशेडिंग करते वक्त सभी फिडरों की ए, बी, सी, डी, ई, एफ, जी-1, जी-2 व जी-3 की श्रेणी में वर्गवारी कर 2 से सव्वा 4 घंटे तक का लोडशेडिंग शुरु हो गया है. जिस फिडर पर कम लॉस है, ऐसे फिडर को ए, बी व सी कैटेगिरी में रखा गया है. सबसे अधिक लॉस व बिजली चोरी होने वाले फिडरों को जी-1, जी-2, जी-3 की श्रेणी में डाला गया है. सर्वाधिक लोडशेडिंग की मार जी-1 से लेकर जी-3 तक के फिडरों पर पड रही है. इनमें शहर के ताज नगर, नवसारी, इमाम नगर, रोशन नगर, भाजीबाजार, पाकीपुरा, न्यू ताज नगर आदि फिडरों का समावेश है. उसी प्रकार ए-1 कैटेगिरी वाले क्षेत्रों मेें न्यू कॉटन मार्केट, अंध विद्यालय, कैम्प, गाडगे नगर, कांता नगर, चपराशीपुरा, जवाहर गेट, साई नगर, यशोदा नगर, कंवर नगर, गणेश विहार, महादेव खोरी आदि परिसरों का समावेश है.
लोडशेडिंग की समय सारणी जारी करते वक्त महावितरण द्बारा जिस समय पर लोडशेडिंग का संदेश मिलता है, उस वक्त जिस फिडर क्षेत्र में लोडशेडिंग का समय प्रस्तावित है. उन फिडरों पर समय सारणी अनुसार 2 से सव्वा 4 घंटे की लोडशेडिंग शुरु है. लेकिन यदि आकस्मिक लोडशेडिंग का समय बदलता है, तो फिर किसी भी वक्त लोडशेडिंग की जाती है. डिमांड व सप्लाई में समन्वय रखने के लिए आकस्मिक लोडशेडिंग किया जा रहा है, ऐसा बिजली अधिकारियों ने दै. अमरावती मंडल को बताया. महावितरण द्बारा बिजली की डिमांड पूर्ण करने के प्रयास तेज किये गये है, लेकिन जितनी डिमांड है उतनी मात्रा में बिजली का उत्पादन नहीं होने से बैलेन्स बनाये रखने के लिए लोडशेडिंग करना मजबूरी है, ऐसा अधिकारियों का कहना रहा.
महावितरण द्बारा लिये गये इस फैसले के बाद अब जनता का गुस्सा महावितरण पर प्रकट हो सकता है. जिन फिडरों पर सर्वाधिक लोडशेडिंग प्रस्तावित है, वे अधिकांश इलाके रिहायशी इलाके है. साथ ही प्रमुख मार्केट भी इसी क्षेत्र में रहने से व्यापारियों को भी लोडशेडिंग का शॉक सहना पडेगा. राजनीतिक क्षेत्र में भी इस मुद्दे को खुब भुनाया जाएगा. जिसके चलते आगामी दिनों में लोडशेडिंग को लेकर लोग रास्तें पर उतरना शुरु होगा.

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