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आज हमारा कार्यकाल खत्म हो रहा है, जिम्मेदारियां नहीं

कार्यकाल के अंतिम दिन पत्रवार्ता में बोले मनपा पक्ष नेता तुषार भारतीय

* पांच वर्ष तक मनपा में भाजपा के कामकाज को बताया शानदार व ऐतिहासिक
* विभिन्न विकास कामों एवं निर्णयों की विस्तृत जानकारी भी दी
अमरावती/दि.8– पांच वर्ष पूर्व सन 2017 में अमरावती की जनता ने बडी उम्मीदों व आशाओं के साथ भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत के साथ अमरावती महानगर पालिका की सत्ता सौंपी थी और हमने इन पांच वर्षों के दौरान जनता की अपेक्षाओें व आकांक्षाओं पर पूरी तरह से खरा उतरते हुए काम किया. साथ ही आज यद्यपि पार्षद होने के नाते हमारास कार्यकाल खत्म हो रहा है. किंतु अगला चुनाव होने तक हमारी जिम्मेदारियां यथावत बनी रहेगी और प्रशासक राज के दौरान भी हम अपने-अपने प्रभागों की मुलभूत सुविधाओं व विकास कामों की ओर पूरा ध्यान देंगे. यह हमारा नैतिक दायित्व है. इस आशय का प्रतिपादन मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय द्वारा आज अपने कक्ष में बुलाई गई पत्रवार्ता में किया गया.
बता दें कि, आज मनपा के मौजूदा पदाधिकारियों व पार्षदों के कार्यकाल का आखरी दिन था. ऐसे में अपने पूरे कार्यकाल का सिंहावलोकन करने की दृष्टि से मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय ने मनपा स्थित अपने कक्ष में आज एक पत्रवार्ता बुलाई थी. इस पत्रवार्ता में उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ-साथ तुषार भारतीय ने कहा कि, विगत पांच वर्षों में से करीब दो वर्ष तो कोविड संक्रमण की भेंट चढ गये और उस दौरान कोई भी काम नहीं हो पाया. किंतु जितना भी इस समय काम करने के लिए मिला, इसमें हमने पूरे समर्पित भाव से अमरावती शहर के विकास हेतु काम किया. इस दौरान समूचे शहर में करीब 300 करोड रूपये से अधिक के विकास कार्य किये गये. साथ ही सबसे बडी उपलब्धि घन कचरा व्यवस्थापन प्रकल्प को शुरू करने की रही. यह कार्य इससे पहले कांग्रेस की अकार्यक्षमता के चलते अनेक वर्षों से प्रलंबित पडा था. किंतु हमने मनपा की सत्ता में रहने के दौरान घनकचरा व्यवस्थापन प्रकल्प को सफलतापूर्वक शुरू किया. जिसके चलते आज सुकली कंपोस्ट डिपो में लगे कचरे के बडे-बडे पहाडों से मुक्ति मिलने का रास्ता खुल गया है तथा इस कंपोस्ट डिपो में विगत अनेक वर्षों से जमा कचरे से अब सेंद्रिय खाद भी बनाई जा रही है. इसके साथ ही मनपा के सत्ता में रहते हुए हमने संपत्ति कर के ऑनलाईन भूगतान की व्यवस्था भी उपलब्ध करायी. जिसके चलते अब सभी शहरवासी घर बैठे अपना संपत्ति कर अपने मोबाईल के जरिये अदा कर सकते है. इस सुविधा का अब तक 1 हजार से अधिक संपत्ति धारकों द्वारा फायदा लिया जा चुका है. इसके साथ ही कोविड संक्रमण काल के दौरान आय के स्त्रोत घट जाने के मद्देनजर हमने बकाया संपत्ति कर पर लगनेवाले विलंब शुल्क व दंड की राशि में भारी-भरकम छूट देने का निर्णय लिया. जिसके तहत जनवरी माह में 3 हजार 994 लोगों ने 75 फीसद छूट का लाभ उठाते हुए 2.85 करोड तथा फरवरी माह में 1 हजार 982 लोगों ने 50 फीसद छूट का लाभ उठाते हुए 1.26 करोड रूपयों का संपत्ति कर अदा किया. जिससे मनपा की आय बढी.
इस समय मनपा द्वारा किये गये विभिन्न कामों का विस्तृत ब्यौरा देते हुए सभागृह नेता तुषार भारतीय ने बताया कि, अमरावती शहर में वर्ष 2009 से पहले स्थापित हुई झोपडपट्टियों के अतिक्रमण को नियमित करने का काम किया गया, ताकि उन झोपडपट्टियों में रहनेवाले लोगों को उनकी जमीनों का पीआर कार्ड दिया जा सके. इस योजना का लाभ 5 हजार से अधिक झोपडपट्टीवासियों को मिला है. इसके तहत निजी मिल्कीयतवाली जमीनों पर बनी 20 झोपडपट्टियों को भी घोषित झोपडपट्टी का दर्जा देते हुए उन जमीनों के मूल मालिकों को जमीन का पर्याप्त मुआवजा प्रदान किया गया. इसके अलावा दिव्यांगों एवं महिलाओं को मनपा द्वारा हमेशा अपनी पहली प्राथमिकता में रखा गया. जिसके तहत प्रशांत नगर बगीचे के पास स्थित मनपा संकुल में दिव्यांगों के लिए आठ दुकानें आरक्षित रखी गई. साथ ही महिला बचत गुटों को अपना स्टॉल लगाने या प्रदर्शनी आयोजीत करने के लिए भी जगह उपलब्ध करायी गयी. इसके साथ ही शहर के पूर्वी छोर पर स्थित छत्री तालाब का सौंदर्यीकरण करने के साथ-साथ वहां पर महाराष्ट्र के आराध्य दैवत छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य-दिव्य स्मारक बनाने को मंजुरी देते हुए इस कार्य हेतु पांच करोड रूपये की निधी का प्रावधान किया गया और राजापेठ रेलवे उडानपुल को धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज का नाम दिया गया, ताकि युवा पीढी को स्वराज्यरक्षक शंभुराजे की स्मृतियों व कार्यों से प्रेरणा मिल सके.
* राज्य सरकार का व्यवहार रहा भेदभावपूर्ण
इस पत्रवार्ता में मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय ने कहा कि, राज्य की मौजूदा महाविकास आघाडी सरकार का भाजपा की सत्ता रहनेवाली अमरावती महानगरपालिका के साथ हमेशा ही भेदभावपूर्ण व सौतेला व्यवहार किया और कई बार विकास कामों के लिए निधी देने के काम में अडंगा डाला गया. जिसका सबसे बडा उदाहरण अमरावती मनपा क्षेत्र के 114 चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के काम को कहा जा सकता है. इस कार्य हेतु राज्य की पूर्ववर्ती फडणवीस सरकार द्वारा मंजुरी दी गई थी, लेकिन राज्य की सत्ता में आते ही महाविकास आघाडी सरकार ने यह कहते हुए इस काम के लिए निधी देने से मना कर दिया कि, यह कार्य महानगरपालिका का नहीं, बल्कि पुलिस महकमे का है. यह अपने आप में बेहद हास्यास्पद है कि, पूरे शहर का जिम्मा रखनेवाली महानगरपालिका के लिए कहा जा रहा है कि, इसका जिम्मा मनपा का नहीं है, जबकि हम मौजूदा सरकार से इस काम के लिए निधी नहीं बल्कि केवल मंजुरी चाहते थे. लेकिन हमें सरकार द्वारा इस काम के लिए मंजुरी भी नहीं दी गई. जिससे सरकारी की मंशा स्पष्ट होती है. इसी तरह विकास से संबंधी अन्य कई कामों में भी राज्य सरकार द्वारा अडंगा डाला गया, ताकि उन विकास कामोें का श्रेय कई भाजपा को न मिले. ऐसे में सरकार को चाहिए कि, अब कल से अमरावती मनपा में प्रशासक राज शुरू होने जा रहा है और प्रशासक राज के दौरान किये जानेवाले कामों का श्रेय भाजपा को नहीं मिलेगा. अत: अब अमरावती मनपा के लिए विकास कामों हेतु खुले हाथ से निधी प्रदान की जाये.

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