* मुस्लिम लिग व युथ मुस्लिम लिग का पठान चौक पर आंदोलन
अमरावती / दि. 6- देश में सांप्रदायिक ताकतों ने मिलकर युती की सरकार के साथ दिनदहाडे बाबरी मस्जिद को शहीद कर दिया. इसकी प्रक्रिया में देशभर में हुए दंगलों में कई लोगों की जान गई. इसके पीछे तत्कालीन राज्य व केंद्र सरकार जिम्मेदार थी. हुई उस घटना के निषेध में मुस्लिम लिग व युथ मुस्लिम लिग व्दारा आज पठान चौक पर 6 दिसंबर बाबरी मस्जिद की शहादत पर कालादिन मनाते हुए उपस्थितों ने काले कपडे परिधान कर निषेध व्यक्त किया.
आंदोलनकर्ताओं के अनुसार आज भी देशभर में ऐसी मस्जिदे है, जिसपर सांप्रदायिक ताकतों की निगाहे पडी हुई है. इसलिए आज उस दिन मुस्लिम लिग व युथ मुस्लिम लिग ने धरना आंदोलन कर देश की सरकार को बताया है, बाबरी मस्जिद लोगों के दिलों में मौजूद है और जिंदगीभर मौजूद रहेगी. इंडियन मुस्मिल युनियन अमरावती में वर्ष 1993 से लगातार पठान चौक पर धरना आंदोलन करती रही है. इमेशा की तरह इस बार भी पठान चौक पर बाबरी मस्जिद तोडने का निषेध किया. इस बार 6 दिसंबर के दिन निषेध के मौके पर सैय्यद अफसर अली, युथ लिडर इमरान अशरफी, रसिद खान, अहमद शेख मिर्झा, नसिम बेग, अब्दुल रफिक, नदीम अहेमद, शायर इकबाल, साहिल मोहम्मद हनिफ, मतीन राज, इरशाद पठान, इकबाल अय्युब, हाफीज अहमद, आशिफ खान व दिगर कई जिम्मेदार तथा कार्यकर्ता बडी संख्या में मौजूद थे.