अमरावतीमहाराष्ट्र

आज सिंध तीर्थ स्थल के लिए रवाना होगा जत्था

अमरावती/ दि. 6– पूरे विश्व के आस्था को केन्द्र पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ, सनातन वैदिक संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है. 300 वर्ष से अधिक पुरानी लोक कल्याणकारी संत परपंरा के साथ सेवा के नित नये आयाम स्थापित करते हुए हिंद और सिंध के तीर्थ दर्शन हेतु सेतु का कार्य पिछले कई वर्षो से करता आ रहा है यह पूज्य शदानी दरबार तीर्थ इंडो पाक एग्रीमेंट 1973 के तहत तीर्थ यात्रियों को हिंद भारत और सिंध पाकिस्तान के तीर्थ स्थलों के दर्शन लाभ का अवसर प्राप्त करता आ रहा है. समाज कल्याण के महत्वपूर्ण विभिन्न कार्य सेवा कार्य करते हुए शदाणी दरबार तीर्थ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख सेवा केन्द्र के रूप में विख्यात है. पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ के नवम (वर्तमान) पीठधिश्वर डॉ. संत युधिष्ठिरलाल जी के पावन सानिध्य व नेतृत्व में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सिंध के तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए भारत के विभिन्न स्थानों से व शदाणी दरबार तीर्थ, रायपुर, छत्तीसगढ, से 92 तीर्थ यात्रियों का एक जत्था जनवरी को वाघा बॉर्डर से पार्क स्थित सिंध के प्रमुख तीर्थस्थलों के दर्शन लाभ एवं विभिन्न सेवाकार्यो सामूहिक जनेउ संस्कार, सामूहिक विवाह, विशाल भजन कीर्तन व पूजा समारोह के लिए जाएगा. यह जत्था शनिवार 4 जनवरी को रायपुर छत्तीसगढ से रवाना होगा.

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