अमरावती

आज बाजार में बरसा धन

सराफा व बर्तन बाजार में आयी तेजी

* गत वर्ष की तुलना में 30 से 35 फीसद अधिक व्यवहार का अनुमान
अमरावती दि.22- आज से पांच दिवसीय दीपावली के त्यौहार की शुरूआत हो गई है और इस त्यौहार के पहले दिन धनत्रयोदशी के अवसर पर बाजार में सोने-चांदी व बर्तनों की खरीददारी के लिए अच्छी-खासी भीड उमडी. चूंकि इस समय देश में ेसोने के दाम घटे हुए है और सोना 50 हजार रूपये प्रति तोला के आसपास है. इसके अलावा दो वर्ष बाद बिना किसी प्रतिबंध के लोगबाग बडी धूमधाम के साथ दीपावली का त्यौहार मनाने के मुड में है. जिसकी वजह से बाजार में अच्छी-खासी रौनक दिखाई दे रही है. जिसे देखते हुए अनुमान है कि, इस बार गत वर्ष की तुलना में 30 से 35 फीसद अधिक का आर्थिक लेन-देन होगा.
उल्लेखनीय है कि, अक्तूबर माह के पहले सप्ताह से ही सोने-चांदी के दाम बढने शुरू हुए थे और पहले ही सप्ताह के दौरान सोने के दामों में ढाई हजार रूपये प्रति तोला का उछाल देखा गया था. लेकिन इसके बावजूद दशहरे के मुहूर्त पर सोने की अच्छी-खासी खरीदी-बिक्री हुई. इस दौरान चांदी भी 57 से 58 हजार रूपये प्रति किलो के आसपास थी. वहीं ऐन दीपावली पर्व के मुहाने पर सोने-चांदी के दाम घटने शुरू हुए. जिसे ग्राहकों के लिए सोने-चांदी की खरीददारी करने हेतु शानदार मौका माना जा रहा है. ऐसे में दो वर्ष बाद दीपावली पर्व के उत्साह से लबरेज लोगबाग बडे पैमाने पर सराफा बाजार पहुंच रहे है और सोने-चांदी के आभूषणों की खरीददारी कर रहे है. जिससे सराफा बाजार में अच्छी-खासी रौनक दिखाई दे रही है.
इसके साथ ही साथ धनतेरस के पर्व पर कोई न कोई बर्तन खरीदने की भी परंपरा रही है. ऐसे में सराफा बाजार से ही सटे बर्तन बाजार में भी इस समय खरीददारी का अच्छा-खासा दौर चल रहा है.

* अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने-चांदी के दाम घटे
धनत्रयोदशी पर सोने-चांदी की खरीददारी का मुहूर्त रहने के समय सोने-चांदी के भाव कम होने के चलते इस बार मुहूर्त की खरीदी में अच्छी-खासी तेजी रहने की संभावना पहले ही जताई गई थी, जो पूरी तरह से सही भी साबित हुई. स्थानीय बाजार सूत्रों ने बताया कि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दामोें में कमी आने के चलते इस समय स्थानीय बाजारोें में भी सोने-चांदी के दाम घटे है. उल्लेखनीय है कि, धनत्रयोदशी पर होनेवाली सोने-चांदी की बिक्री में करीब 70 फीसद बिक्री सोने की ही होती है.

* इस बार देश में 70 टन सोने की बिक्री का अनुमान
– इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक विगत वर्ष धनतेरस पर पूरे देशभर में करीब 50 टन सोने की विविध स्वरूप में बिक्री हुई थी. वहीं इस वर्ष यह आंकडा 70 टन तक जाने का अनुमान है.
– वर्ष 2019 में करीब 30 टन सोना बिका था. इसके बाद कोविड और लॉकडाउन काल के दौरान इसमें कमी आयी. लेकिन वर्ष 2021 और 2022 में जैसे-जैसे कोविड की तीव्रता कम हुई और प्रतिबंधात्मक आदेश हटाये गये, वैसे-वैसे लोगोें में पर्व एवं त्यौहारों को लेकर उत्साह लौटने लगा. साथ ही अब लोगबाग सोने-चांदी में निवेश करने पर जोर दे रहे है.
बता दें कि, भारत में प्रति वर्ष करीब 800 मेट्रिक टन सोने की बिक्री होती है और पूरी दुनिया में भारत ही सोने-चांदी का सबसे बडा बाजार है. यहां चमकिली धातुओं की सर्वाधिक मांग है. इसमें भी दशहरा व दीपावली जैसे पर्वों पर सोने-चांदी से बने आभूषणों को खरीदने व पहनने का रिवाज है. जिसके चलते इन पर्वों के अवसर पर सोने-चांदी की मांग में अच्छा-खासा इजाफा रहता है.

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