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आज तापमान ने दी 1 डिग्री की राहत

42.5 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज

* अगले 3-4 दिन तक यही स्थिति रहेगी
अमरावती/दि.8 – गत रोज 43.3 डिग्री सेल्सियस के उच्चतम स्तर तक पहुंच जाने के बाद आज तापमान में करीब 1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी तथा आज अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. जिसके चलते गत रोज की तुलना में आज अमरावती शहर व जिलावासियों को कुछ हद तक राहत मिली. वहीं बीती रात न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जिसके चतले रात काफी गर्म व उमसभरी थी.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए मौसम विज्ञानी प्रा. अनिल बंड ने बताया कि, इस समय मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान व दिल्ली क्षेत्र में ग्रीष्मलहर वाला माहौल है. जहां से गर्म हवाएं महाराष्ट्र की ओर आ रही है. जिसके चलते महाराष्ट्र के लगभग सभी इलाकों में मौसम काफी हद तक गर्म हो चला है. इसमें भी मध्यप्रदेश की सीमा से सटे विदर्भ क्षेत्र में राज्य के अन्य इलाकों की तुलना में तापमान अधिक है. तापमान एवं मौसम को लेकर यह स्थिति अगले 3-4 दिनों तक इसी तरह बरकरार रहेगी. जिसके बाद तापमान में धीरे-धीरे इजाफा होना शुरु होगा और अप्रैल माह के अंत तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास तक जा सकता है.

* 4 दिनों मेें 9.2 डिग्री से उछला तापमान
बता दें कि, विगत सप्ताह बदरीले वातावरण तथा बेमौसम बारिश की वजह से तापमान में बडी तेजी के साथ गिरावट आयी थी और 3 अप्रैल को अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. इसके बाद बदरीले वातावरण के खुलते ही तापमान में बडी तेजी के साथ वृद्धि होनी शुरु हुई और पिछले 4 दिनों के दौरान तापमान में 9.2 डिग्री सेल्सियस का उछाल देखा गया. वहीं सोमवार 7 अप्रैल को अधिकतम तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो जारी मौसम का सर्वाधिक तापमान रहा. उल्लेखनीय है कि, प्रतिवर्ष ह अप्रैल व मई माह के दौरान विदर्भ में विशेषकर अमरावती व अकोला जिले में भीषण गर्मी पडती है. लेकिन 15 अप्रैल के बाद ही तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के स्तर पर पहुंचता है. परंतु इस बार अप्रैल माह के पहले सप्ताह में ही तापमान ने 43 डिग्री सेल्सियस के स्तर को छुकर एक तरह से आने वाले दिनों के लिए अलर्ट दे दिया है. क्योंकि भीषण गर्मी वाले दिन आना अभी बाकी है और रुतुमान के मुताबिक अभी अगले 53 दिनों तक गर्मी का मौसम रहेगा. ऐसे में आगामी 53 दिनों के दौरान तापमान में और कितना इजाफा होगा. इसका अनुमान लगाना काफी मुश्किल है.

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