अमरावती/दि.2 – आज संपूर्ण विश्व विनाश की कगार पर है. पर्यावरण का और कितना रास होगा तथा उसके कितने भयानक परिणाम भोगने पडेगें यदि इस संकट को टालना हो तो पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत पर पडने वाले बोझ को कम करके सोलर एनर्जी का उपयोग करना होगा. ऐसा प्रतिपादन आयआयटी मुंबई के सोलर मेन ऑफ इंडिया के नाम से पहचाने जाने वाले प्रा. चेतनसिंह सोलंकी ने व्यक्त किया.
प्रा. चेतनसिंह सोलंकी हाल ही में बडनेरा के राम मेघे इंस्टिट्यूट के मेकनिकल विभाग में आयोजित सोलर एनर्जी फॉर फ्यूचर नामक विषय पर आयोजित कार्यशाला में बतौर वक्ता के रुप में बोल रहे थे. प्रा. सोलंकी ने उपस्थित विद्यार्थियों और प्राध्यापकों से संवाद साधते हुए मानव जाति के बढते बिजली के इस्तेमाल और उसके कारण होने वाली हानी को सांकेतिक आलेख व्दारा प्रस्तुत किया.
प्रा. सोलंकी के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों के लिए एनर्जी स्वराज क्लब की स्थापना करने का मानस यांत्रिकी विभाग प्रमुख डॉ. अनूप शिरभाते ने व्यक्त किया तथा सोलर एनर्जी का भी महत्व विषद किया. साथ ही इस क्षेत्र में विद्यार्थियों को किस प्रकार रोजगार प्राप्त करना संभव होगा इस संदर्भ मे मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम का संचालन प्रा. थरेश गावंडे ने किया कार्यक्रम में प्रा. ऋचा कोल्हेकर, प्रा. सौरभ पारवपटे, प्रा. अनिकेत देशमुख ने योगदान दिया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रा.डॉ. अमोल बोडके, विदर्भ युथ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे, एड. उदय देशमुख, रागीनी देशमुख, वैशाली धांडे, पूनम चौधरी ने अथक प्रयास किए.