आठ किलोमीटर के लिए 60 रुपए टोल
बंद न करने पर हल्लाबोल, निंभी टोल कृति समिति आक्रामक
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अमरावती /दि. 24– मोर्शी वासियों पर जबरदस्ती लादा गया निंभी का टोल नाका 15 दिनों में रद्द न करने पर हजारों की संख्या में निंभी के टोल नाका पर आकर तीव्र स्वरुप में हल्लाबोल आंदोलन करने की चेतावनी सोमवार को निंभी टोल कृति समिति की तरफ से जिलाधिकारी सौरभ कटियार को सौंपे ज्ञापन में की गई है.
नांदगांव पेठ से मोर्शी राष्ट्रीय महामार्ग पर निर्मित किए गए निंभी टोल नाका पर वाहनधारकों से खुलेआम लूट शुरु है. मोर्शी से केवल आठ किलोमीटर दूरी पर स्थित इस अवैध टोल नाके से मोर्शी वासियों को मुक्ती देने की मांग ज्ञापन में की गई है. इसके मुताबिक मोर्शी व आसपास के गांव के नागरिकों को जिला मुख्यालय 50 किलोमीटर आने के लिए नांदगांव और निंभी के दो टोल नाके पर पैसे अदा करने पडते है. मोर्शी में रहनेवाले और आसपास के गांव में रहनेवाले किसानों का बाजारपेठ रहने से अमरावती में उन्हें अपना कृषि माल निंभी व नांदगांव में दो टोल देकर लाना-ले जाना पडता है. इस कारण टोल हटाने की मांग एड. आशिष टाकोडे, नीलेश रोडे, विशाल तिवारे, नीलेश गनथडे, उल्हास पवार, रवींद्र कोवले, अब्दुल नईम, अनुपम जावरकर, क्षिप्रा मानकर, अभिलाष व्यवहारे, पवन राऊत सहित सैकडों कार्यकर्ताओं ने की है.
* यात्री हुए त्रस्त
मोर्शी के नागरिक और माल यातायात करनेवाले पेट भरने के लिए अमरावती हर दिन आना-जाना करते है. इससे उन्हें 500 रुपए मिलते थे. उन्हें दो टोल अदा करना पडता है.
* खेत में जाने के लिए भी टोल
मोर्शी से निंभी 8 किलोमीटर है. इसके लिए मोर्शी वासियों को और आसपास के गांव के नागरिकों को खेत में जाने के लिए भी 60 रुपए देना पडता है.