* हरा धनिया और हरी मिर्ची की कीमतंेंं भी बढने लगी
अमरावती/ दि. 10 – टमाटर के साथ प्याज व आलू व अदरक के भाव भी बढ गए है. सब्जीभाजी का उत्पादन कम होने से सब्जीयों की कीमत बढ गई है. जिससे रसोईघर से अनेक सब्जियां गायब होने लगी है. बारिश में अदरक की चाय लोग अधिक पीते है. वह अदरक भी अब गायब होने लगा है. आम लोग और परिश्रमी लोगों को सब्जीभाजी खरीदना महंगा पड गया है. जिससे कडधान्य यानी दालों की मांग बढ गई है. हरा धनिया और हरी मिरची के भाव भी बढ गए है.
विगत कुछ दिनों से गंभीर स्थिति में टमाटर के भाव अचानक बढ गए है. 10 रूपए किलो बिकनेवाला टमाटर अब थोक बाजार में 80 से 90 रूपए किलों पर पहुंच गया है और फुटकर बाजार में टमाटर 160 रूपए किलों बिक रहा है. इस तरह सब्जी के भाव देखकर ग्राहकों ने टमाटर की ओर से अपनी पीठ घुमा ली है. अनेक सब्जियां और पदार्थो से टमाटर गायब हो गया है. होटल व रेस्टॉरेंट में भी इसका उपयोग कम हो गया है. बेमौसम बारिश के कारण प्याज की आवक कम हो गई है. गर्मी के दिनों में प्याज को भाव नहीं था. वह अब फुटकर बाजार में 35 से 40 रूपए किलों पर पहुंच गया है. बारिश में अदरक की मांग अधिक रहती है. अदरक भी बाजार में आना कम हो गया है. हाल ही में अदरक के भाव थोक बाजार में 180 रूपए किलों तथा फुटकर बाजार में 240 रूपए किलो है.
इसके साथ- साथ सब्जीभाजी की कीमत भी अधिक हो गई है. उत्पादन कम होने से सब्जी की आवक भी कम हो गई है. जो सब्जियां उपलब्ध है उसके दाम आसमान पर पहुंच गए है. रविवार को बाजार समिति मेें सब्जियों के 23 टेम्पो व 2 ट्रक आवक हुई. सभी प्रकार की सब्जियों की 73 क्विंटल आवक हुई. सुबह नीलामी होने के बाद खरीददारों ने भाव खोल दिए. फुटकर बाजार में इन सब्जियों के भाव आसमान पर पहुंच गए है. बैगन, आलू, पत्ता गोबी, कद्दू, बरबटी यह सब्जी होने पर भी बाकी सब्जियों ने तो आम आदमी की जेब ही खाली कर दी है.
* उत्पादक किसानों को लाभ कम
बाजार समिति में नीलामी होते समय खरीददार भाव कम कर देते है. उसके बाद फुटकर विक्रेता उंचे भाव में सब्जियां बेचते है. फुटकर विक्रेता सभी खर्च उस पर नफा कितना यह देखकर सब्जियां बेचते है. जिसके कारण ग्राहकों को महंगी सब्जियां खरीदनी पडती. जिससे किसान उत्पादक को लाभ नहीं मिलता. सबसे अधिक लाभ अडतेेेेेेेेेे और थोक माल खरीदनेवालों को मिलता है.
सस्ती सब्जियां- आलू, बैगन, कद्दू, पत्ता गोबी, पालक, बरबटी,
महंगी सब्जियां- करेले, भिंडी, गवार की फल्ली, फुलगोबी,