उत्पादन घटने से टमाटर के भाव पहुंचे आसमान पर
मौसम बदलने से टमाटर हुए 100 रूपए किलो
कोल्हापुर/दि.4– मौसम बदलने का फटका सब्जीभाजी फसलों को लगने लगा है. इस बार तापमान 40 है. जिसका प्रभाव टमाटर के उत्पादन पर पडा है. ग्रीष्मकाल में इस सब्जियों का उत्पादन घटने से टमाटर के भाव आसमान पर पहुुंच गये है. फुटकर बाजार में भी टमाटर 100 रूपए किलो हो गया है. वैश्विक मौसम बदलने का आवाहन किसान के सामने निर्माण हो गया है. कभी गर्मी का अधिक तापमान तो कभी बेमौसम बारिश का प्रभाव कभी ओले गिरने की समस्या. जिसके कारण सब्जीभाजी व्यवसाय का गणित ही बिगड गया है. इसका प्रभाव सबसे अधिक टमाटर के उत्पादन पर पडा है. जिससे किसानों का बहुत नुकसान हो रहा है.
टमाटर खेत में साधारण तौर पर एकड में एक दिन छोड कर 25 किलो वजन के 200 से 250 कैरेट उत्पादन मिलता है. इस बार तापमान बिगड जाने से रोज का उत्पादन 125 से 150 कैरेट पर आ गया है. जिसका परिणामस्वरूप बाजार में टमाटर की आवक कम हो गई है. कोल्हापुर सब्जी भाजी के उत्पादन के लिए प्रसिध्द माना जाता है. जिसके कारण शिरोल तहसील में टमाटर का उत्पादन बडे प्रमाण में लिया जाता है. हर साल इस भाग में साधारण रूप से एक हजार टन इतना टमाटर देशभर में बिक्री के लिए भेजा जाता है. इस बार बिघडे तापमान के कारण उत्पादन घटा है. जो कि 600 टन पर पहुंचा है.
कडी धूप और पानी की कमी के कारण टमाटर का उत्पादन बडी मात्रा में घटा है. बाजार में आवक घट जाने से टमाटर के भाव आसमान पर पहुंच गये है.
-रावसाहब पुजारी, कृषि अभ्यासक
टमाटर की फसल 90 से 110 दिन की होती है. इस साल गर्मी का तापमान बढ जाने से इसकी फसल पर इसका परिणाम हुआ है. पानी का स्त्रोत कम हो जाने से पानी की उपलब्धता कम रही. मई माह में बेमौसम बारिश होने से फसल हो गई थी. किंतु जून माह में बारिश न होने से तापमान अधिक ही रहा.
– कृष्णकांत विठ्ठल हजारे,
टमाटर उत्पादक