* चना, गेहूं, संतरा, आम, मौसंबी पर संकट
अमरावती/दि.15- पश्चिमी विक्षोभ के कारण अमरावती संभाग के लगभग सभी जिलों में कल 16 और परसों 17 मार्च को ओलावृष्टि की आशंका मौसम तज्ञों ने व्यक्त की हैं. उन्होंने बताया कि, यूं तो पूरे विदर्भ में अगले दो दिन मौसम खराब रहेगा. अधिकांश स्थानों पर बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है. मौसम विशेषज्ञ प्रा. अनिल बंड ने आज दोपहर अमरावती मंडल से बातचीत में बताया कि, बिल्कुल अलग तरह की ओलों की बरसात की संभावना है. अमरावती संभाग के सभी भागों में ओले गिरेंगे यह भी हो सकता है कि एक गांव में ओलावृष्टि हो तथा बगल के गांव में कुछ भी न हो. किंतु मौसम परिर्वतित अवश्य हो रहा है.
* इन फसलों को खतरा
प्रा.डॉ. अनिल बंड ने बताया कि, इस समय हमारे क्षेत्र में चना, गेहूं, संतरा, मौसंबी के साथ ही आम, टरबूज, खरबूज को भी ओलावृष्टि से खतरा हो सकता है. कुछ मात्रा में किसानों ने फसल कटाई कर ली है. ुफिर भी काफी माल अभी खेत और पेडों पर ही है. इसलिए ओलो के कारण फसल खराब होने का अंदेशा अधिक है.
* क्या है पश्चिमी विक्षोभ
डॉ. बंड ने बताया कि, इन दिनों हिमालय से शीतल हवाएं बहती है वह दक्षिण की ओर आती है. वहीं बंगाल की खाडी से गर्म हवाएं आती है जो मध्य भारत के उपर आसमान में टकराती है. इस टकराव से बर्फ के टूकडे गिरते है. जिससे ओलावृष्टि होती है. यह ओले फसलों को बडा नुकसान पहुंचा जाते है. 16 और 17 मार्च को इन ओलो की आशंका अधिक लग रही है. अमरावती, अकोला, बुलढाणा, वाशिम, यवतमाल के साथ विदर्भ के अनेक हिस्सों में मध्यम से तेज बरसात और ओले गिरने की आशंका बनी है.
विदर्भ में 20-22 मार्च तक बारिश का आलम रह सकता है. 17 मार्च को पूरब और पश्चिम दोनों भागों में कहीं-कहीं बरसात हो सकती है. 18 मार्च को यवतमाल, भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर, गडचिरोली में बारिश की संभावना है. अकोला, अमरावती, बुलढाणा, यवतमाल में भी अनेक स्थानों पर भी मध्यम से तेज बारिश के आसार है. 19 मार्च को विदर्भ के सभी जिलों में हल्की या मध्यम बारिश होगी.