कल शहर सहित जिले में रहेगा कडा पुलिस बंदोबस्त
पर्व व त्यौहार सहित लाउडस्पीकर बवाल के चलते पुलिस है पूरी तरह से चौकस
* रिकॉर्डधारियों की हो रही धरपकड, 5 तक पुलिसवालों की छुट्टियां रद्द
* संवेदनशील इलाकों में किया जा रहा रूट मार्च
अमरावती/दि.2- इस समय जहां एक ओर लाउडस्पीकर व हनुमान चालीसा के पठन को लेकर राजनीतिक माहौल तपा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कल मंगलवार 3 मई को मुस्लिम समाज बंधुओं द्वारा रमजान ईद व हिंदू समाज बंधुओं द्वारा अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जायेगा. ऐसे में कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने के साथ ही शांति व सौहार्दवाला वातावरण बनाये रखने हेतु शहर एवं ग्रामीण पुलिस द्वारा तमाम ऐहतियाती कदम उठाये जा रहे है. जिसके तहत पर्व एवं त्यौहारों को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने हेतु पूरी सतर्कता भी बरती जा रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने हेतु शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह द्वारा अपने अधिनस्थ सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम अलर्ट जारी कर दिया गया है. जिसके तहत शहर पुलिस के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की आगामी 5 मई तक छुट्टियां रद्द कर दी गई है. साथ ही कोम्बिंग ऑपरेशन चलाते हुए पुलिस रिकॉर्ड पर रहनेवाले नामचीन बदमाशों को प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत हिरासत में लेने का काम शुरू किया गया है. वहीं शहर के सभी संवेदनशिल इलाकों में फिक्स पॉइंट ड्युटी लगाने के साथ-साथ आम लोगोें का विश्वास जीतने हेतु पुलिस द्वारा रूटमार्च भी किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर जिला ग्रामीण विभाग के प्रभारी पुलिस अधीक्षक शशीकांत सातव ने विगत दिनों अचलपुर में हुई जातिय तनाववाली घटना को देखते हुए जिले के सभी तहसील एवं ग्रामीण इलाकों में अतिरिक्त चौकसी व सतर्कता बरतने के निर्देश सभी पुलिस थानों के नाम जारी किये गये है. ऐसे में तहसील एवं ग्रामीण इलाकों में भी पुलिस की गश्त को बढा दिया गया है और ग्रामीण क्षेत्रों के संवेदनशील इलाकों में भी पुलिस द्वारा फ्लैगमार्च किया जा रहा है.
ऐसे में कहा जा सकता है कि, कल अक्षयतृतीया व रमजान ईद जैसे पर्व पर चारों ओर कडा पुलिस बंदोबस्त रहेगा और पुलिस विभाग के सभी महकमों को किसी भी संभावित विवाद या अप्रिय स्थिति से निपटने हेतु पूरी तरह से तैयार रखा गया है.
* दंगे का कारण खोजने सत्यशोधन समिती पहुंची
– तीन दिन तक करेगी सभी तथ्यों की पडताल
विगत 12 व 13 नवंबर 2021 को अमरावती तथा हाल ही में 17 अप्रैल को अचलपुर में हुए दंगों की वजहों को खोजने के लिए मैत्री परिवार की पहल पर सत्यशोधन समिती का अमरावती आगमन हुआ है. जिसके द्वारा 2 से 4 मई तक सभी तथ्यों की पडताल की जायेगी.
बता दें कि, विगत 12 नवंबर को रजा अकादमी द्वारा त्रिपुरा में कथित तौर पर हुई घटना का आधार लेते हुए 40 हजार लोगों का विशाल मोर्चा निकाला गया था. किंतु यह मोर्चा अचानक हिंसा पर उतारू हो गया और कुछ स्थानों पर पत्थरबाजी की गई. जिसके प्रतिक्रिया स्वरूप दूसरे दिन 13 नवंबर को भाजपा द्वारा अमरावती बंद का आवाहन किया गया है और इस बंद के दौरान बडे पैमाने पर तोडफोड व पत्थरबाजी की घटनाएं हुई. हालांकि बाद में दोनों मामलों को लेकर सैंकडों गिरफ्तारियां भी हुई, लेकिन जनभावनाओं को उकसानेवाला मुख्य मास्टरमाइंड कौन था, यह अभी तक पता नहीं चल पाया है. वहीं दूसरी ओर विगत 17 अप्रैल को संवेदनशील माने जाते अचलपुर में भी बेहद मामूली सी बात को लेकर दंगा भडका. जिसके चलते अचलपुर में तुरंत ही कर्फ्यू लागू करना पडा. इससे पहले नवंबर माह के दौरान अमरावती में भी कर्फ्यू लागू करना पडा था. ऐसे में बार-बार होनेवाले दंगों के पीछे मुख्य वजह क्या है और इन दंगों को भडकाने में किसका हाथ है, इस बात की जांच करने हेतु सत्यशोधन समिती अमरावती जिले में आ रही है.
वरिष्ठ पत्रकार उदय निर्गुलकर की अध्यक्षतावाली इस समिती में सेवानिवृत्त न्या. मिरा खडककार, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी अनिल बोबडे, वरिष्ठ विधिज्ञ प्रदीप महल्ले तथा वरिष्ठ पत्रकार विलास मराठे, गजानन जानभोर व प्रवीण मुधोलकर का समावेश है. यदि कोई भी व्यक्ति इस समिती से संवाद साधने के साथ ही अपने पास उपलब्ध जानकारी प्रस्तुत करना चाहता है, तो ऐसे सभी लोगोें को समिती द्वारा अवसर उपलब्ध कराया जायेगा.