कल संत श्री. सीतारामदासजी बाबा प्याउ का शुभारंभ
महामंडलेश्वर महंत मनमोहनदास बाबा के हाथों होगा लोकार्पण

* विधायक खोडके दंपत्ति की रहेंगी उपस्थिति
अमरावती/दि.29-महान तपस्वी 1008 संत शिरोमणी संत श्री सीतारामदास जी बाबा की कृपा से विगत 35 वर्षों से स्थानीय एसटी डिपो, सायन्स स्कोर मैदान के सामने भव्य प्याउ लगाई जा रही है. वर्षों से किए जा रहे इस सेवा कार्य की कडी को आगे बढाते हुए इस वर्ष भी रविवार 30 मार्च को गुढी पाडवा व नववर्ष के शुभमुहूर्त पर सुबह 9.30 बजे संत शिरोमणी सीतारामदास बाबा प्याउ का शुभारंभ महामंडलेश्वर महंत मनमोहनदास बाबा के करकमलों से किया जाएगा. इस मौके पर विधायक सुलभा खोडके, विधानपरिषद के नवनिर्वाचित विधायक संजय खोडके समेत अन्य अतिथिगण उपस्थित रहेंगे. इस प्याउ को पिछले कई सालों से सीतारामजी बाबा के परम भक्त सरल सेवा भाव के धनी भामाशाह गोपाल भाऊ राठी (सायतवाले) अपने असंख्य साथियों के साथ निस्वार्थ भाव से सुबह से शाम तक सेवा देते हुए रोज सुबह बाबा के महाआरती उपरांत हर दिन स्वादिष्ट विविध व्यंजनों के साथ नमकीन, मिठाई, और शरबत वितरण के साथ निर्मल जल का वितरण किया जाता है.
सभी समाज के भाई बहन इस प्याउ हेतु अपना तन-मन -धन से अमुल्य योगदान देने के साथ अपना जन्मदिन, शादी की सालगिरह, एवं अन्य समारोह अपने परिवार के साथ स्व खुशी से यहां सभी के साथ मनाते हैं. जल है तो कल है, यही आपके सेवा का फल है. पुज्यपाद श्री गुरु देवजी की कृपा से समुचे चातुर्मास में अपनों से मिलने का यह एक रमणीय स्थल है. समुचे विदर्भ में ही नहीं अपितु महाराष्ट्र में भी ऐसी प्याउ देखने नहीं मिलेगी, जहां 100से 150 मिट्टी के बड़े राजन (मटके) हर वर्ष नये खरीदी करके साफ धोने के पश्चात जीवन प्राधिकरण के सहयोग से हर दिन शुद्ध और निर्मल जल भरके रखा जाता है. अगले दिन शीतल जल एस .टी बस द्वारा दूरदराज से आवागमन करने वाले प्रवासी भाई-बहनों को चिलचिलाती धूप में तृष्णातृप्ती कराने के कार्य के साथ पानी बोतल भरकर देने का कार्य सेवा देने वाले महानुभावों द्वारा किया जाता है.
अमरावती स्थित प्याउ जो पिछले 35 वर्ष निरंतर परंपरागत तरीके से चलते आ रही है. उसकी कल्पना पहले समाजसेवी बाबूजी चुन्नीलालजी मंत्री जी ने की थी. उनके जाने के पश्चात गोपाल भाऊ राठी ने उसको निरंतर चलाने की जिम्मेदारी उठायी. इसीके फल स्वरूप प्याउ का 36वें वर्ष में पदार्पण होने के साथ गुड़ी पड़वा के शुभ मुहूर्त पर शुभारंभ होने जा रहा है. अतः सभी समाज के धर्म प्रेमी भाई-बहनों को रविवार 30 को सुबह 9.30 बजे भव्य दिव्य शुभारंभ के अवसर पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपस्थित रहने का अनुरोध आयोजन समिति द्वारा किया गया है.