अमरावती/दि.13– कल शुक्रवार 14 जनवरी को बडे धुमधाम के साथ मकर संक्रांति का पर्व मनाया जायेगा. जिसे लेकर अभी से तैयारियां भी शुरू हो गई है. जहां एक ओर सभी घरों में तिल्ली व गुड से बने लड्डू व मिष्ठान्न बनाने का काम शुरू हो गया है. वहीं अब कल खिचडी पर्व एवं मकर संक्रांति का त्यौहार बडे हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि, मकर संक्रांति पर्व के साथ ही अगले 23 दिनों तक महिलाओं द्वारा हलदी-कुमकुम जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. जिसके तहत हलदी-कुमकुम कार्यक्रमों में शामिल होनेवाली महिलाओं द्वारा एक-दूसरे को वाण के तौर पर भेंट वस्तुएं प्रदान की जाती है. जिसके चलते इस समय शहर के बाजारों में वाण साहित्य की दुकानेें सज गई है. जहां पर 350 से अधिक तरह की वस्तुएं बिक्री हेतु उपलब्ध है और महिलाओं द्वारा इन दुकानों में जमकर खरीददारी भी की जा रही है.
हिंदू पंचांग के मुताबिक 14 जनवरी को रात्री 8.49 बजे सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होगा और इसके साथ ही सूर्य की दक्षिणायण से उत्तरायण की ओर यात्रा शुरू होगी. जिसके चलते मकर संक्रांति व खिचडी पर्व मनाने का योग बनता है. शास्त्रों में इस दिन स्नान-ध्यान व दान पुण्य करने से अश्वमेघ यज्ञ के बराबर फल की प्राप्ति होने की बात कही गई है. इसी दिन खरमास की समाप्ती भी होगी और पुत्र कल्याण हेतु किया जानेवाला शनि प्रदोष व्रत भी इसी दिन है. ऐसे में कल मनायी जानेवाली मकर संक्रांति का महत्व और भी अधिक बढ जाता है.
यहां यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि, मकर संक्रांति पर्व के निमित्त विभिन्न समाजों द्वारा सार्वजनिक स्तर पर हलदी-कुमकुम व खिचडी भोज जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. किंतु इस समय कोविड संक्रमितों की लगातार बढती संख्या के मद्देनजर ऐसे आयोजनों पर पाबंदी लगायी गई है. अत: मकर संक्रांति का पर्व घरेलू स्तर पर व्यक्तिगत रूप से ही मनाया जायेगा. साथ ही रिहायशी इलाकों में कालोनी स्तर पर हलदी-कुमकुम जैसे आयोजन होंगे.