आर्थिक लाभ के लिए ‘अल्पसंख्यांक’ का दर्जा लिया, भर्ती किए गए हर एक से थाने में पूछताछ होगी
ब्रजलाल बियाणी में भ्रष्टाचार का मामला, पुलिस ने आज ‘मंडल’ को बताया
* आज अध्यक्ष-सचिव से 5 घंटे पूछताछ, फिर थाना बुलाया जाएगा
* थैला भरकर कागज जब्त किये, प्रत्येक अपॉईंटमेंट की जानकारी को खंगाला जाएगा
* बियाणी का घोटाला ढूंढने 6 अलग-अलग टीमें जांच के जुटी
अमरावती/दि.23– स्थानीय ब्रजलाल बियाणी शिक्षा संस्था में पैसों के बदले नियुक्ति के मामले को लेकर शहर पुलिस के बुलावे पर बियाणी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष ओमप्रकाश लढ्ढा और सचिव सुनील गोयनका आज सुबह फ्रेजरपुरा पुलिस थाने पहुंचे इस समय इन दोनों के साथ ब्रजलाल बियाणी शिक्षा संस्था के कुछ कर्मचारी भी थे, जो संस्था के दस्तावेजों को अपने साथ थैलों में भरकर लाये थे. इन सभी दस्तावेजों को फ्रेजरपुरा पुलिस ने तुरंत अपने कब्जे में लेकर जब्त करते हुए संस्था के अध्यक्ष ओमप्रकाश लढ्ढा व सचिव सुनील गोयनका से थाने में बिठाकर करीब 5 घंटे तक पूछताछ की तथा संस्था की स्थापना एवं संस्था को प्राप्त अल्पसंख्यांक दर्जे के संदर्भ में जानकारी हासिल करते हुए यह भी जानना चाहा कि, संस्था में चयन एवं भर्ती की प्रक्रिया के लिए कौन से मानक व पद्धति का अवलंब किया जाता है तथा संस्था में किस आधार पर नियुक्तियां की जाती थी. इसके अलावा यह भी तय किया गया कि, अब बियाणी शिक्षा संस्था में भर्ती किये गये हर एक व्यक्ति को थाने में बुलाकर उनसे पूछताछ की जाएगी. उधर दूसरी ओर पैसा लेकर नियुक्ति का झासा देकर पुुंडलिक जाधव नामक व्यक्ति के साथ बंधक बनाकर मारपीट करने के मामले में नामजद मुख्य आरोपी प्रशांत राठी का अब तक कही कोई पता नहीं चल पाया है. ऐसे में राठी की तलाश सहित बियाणी में चल रहे आर्थिक घोटाले की जांच करने हेतु शहर पुलिस द्वारा पुलिस के 6 अलग-अलग पथक गठित किये गये है. जिनमें दोनों क्राइम ब्रांच के 1-1, फ्रेजरपुरा डीबी स्क्वॉड के 2 तथा सीआईयू पथक के 2 दलों का समावेश है.
फ्रेजरपुरा पुलिस द्वारा बियाणी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष ओमप्रकाश लढ्ढा व सचिव सुनील गोयनका से की गई पूछताछ को लेकर विश्वसनीय सूत्रों के जरिए दैनिक अमरावती मंडल को मिली जानकारी के मुताबिक यह तथ्य बडी प्रखरता के साथ सामने आया है कि, वर्ष 1972 में स्थापित बियाणी शिक्षा संस्था की स्थापना तो समाज के सभी घटकों को समान रुप से शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने हेतु की गई थी. परंतु आगे चलकर इस शिक्षा संस्था में अपने आर्थिक लाभ के लिए भाषाई अल्पसंख्यांक का दर्जा प्राप्त किया था और इसी दर्जे को आधार बनाते हुए आगे चलकर संस्था के पदाधिकारियों ने अलग-अलग स्तर पर जमकर चांदी काटी. ऐसे में अब पुलिस द्वारा इस बात की जांच की जाएगी कि, संस्था की स्थापना से लेकर अब तक शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के पदों पर कुल कितने लोगों की नियुक्तियां की गई. साथ ही यह भी देखा जाएगा कि, हर नियुक्ति के समय बियाणी कॉलेज में विद्यार्थी संख्या कितनी थी और क्या वाकई उस समय पदभर्ती करना आवश्यक था. इसके अलावा इस बात की भी पडताल की जाएगी कि, पदभर्ती करते समय संबंधित पद सेवानिवृत्ति के चलते रिक्त हुआ था. या फिर उस पद पर रहने वाला व्यक्ति नौकरी छोडकर गया था, जिसके चलते पद रिक्त हुआ था. साथ ही ऐसे रिक्त पदों पर भर्ती करते समय संस्था ने किन नियमों का मानकों को आधार बनाया था. इस बात की भी पडताल की जाएगी.
इन्हीं तमाम बातों व सवालों के जवाब खोजने हेतु गत रोज बियाणी कॉलेज पहुंचे क्राइम ब्रांच व फ्रेजरपुरा पुलिस के दल ने संस्था के अध्यक्ष व सचिव को जरुरी दस्तावेजों के साथ आज सुबह 11 बजे फ्रेजरपुरा पुलिस थाने में आने हेतु कहा था. जिसके चलते दोनों पदाधिकारी आज सुबह आवश्यक दस्तावेज लेकर फ्रेजरपुरा थाने पहुंचे. जहां पर उनसे 5 घंटे तक पूछताछ की गई.
* प्रशांत राठी की वजह से बियाणी संस्था निशाने पर
उल्लेखनीय है कि, पुंडलिक जाधव नामक व्यक्ति को बंधक बनाकर उससे मारपीट करने के मामले में नामजद रहने वाले प्रशांत राठी की वजह से इस समय बियाणी शिक्षा संस्था जांच व पूछताछ के दायरे में है. क्योंकि पैसों के बदले नियुक्ति देने व मारपीट करने के मामले में नामजद रहने वाला प्रशांत राठी नामक मुख्य आरोपी बियाणी शिक्षा संस्था की कार्यकारिणी में सदस्य है और उसने तमाम घपले व घोटाले बियाणी शिक्षा संस्था का नाम लेकर ही किये है. जिसकी वजह से बियाणी शिक्षा संस्था संदेह के घेरे में है और संस्था के पदाधिकारियों को पुलिसिया पूछताछ की उठापठक का सामना करना पड रहा है.
* राठी की तलाश हेतु 6 दल गठित
विगत 13 फरवरी को पुंडलिक जाधव नामक व्यक्ति के साथ बंधक बनाकर मारपीट की गई थी. पश्चात 16 फरवरी की देर रात जाधव की शिकायत पर अपराधिक मामला दर्ज करते हुए अतुल पुरी नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. लेकिन तब से लेकर अब तक इस मामले में नामजद रहने वाला प्रशांत राठी फरार है. जिसकी तलाश करने हेतु शहर पुलिस के 6 दल बनाये गये है. साथ ही शहर पुलिस द्वारा प्रशांत राठी के मोबाइल की सीडीआर डिटेल्स भी खंगाली जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि, फरार होने से पहले राठी किन-किन लोगों के संपर्क में था और उनमें से वह इस समय अलग-अलग नंबरों के जरिए किन-किन लोगों के साथ संपर्क कर सकता है.
* महल्ले को भी बुलाया गया पुलिस थाने
इसी बीच फ्रेजरपुरा पुलिस ने महल्ले नामक व्यक्ति को भी पूछताछ व बयान हेतु आज पुलिस थाने बुलाया गया. बता दें कि, महल्ले ही वह व्यक्ति है, जिसने अपनी पत्नी की नौकरी के लिए पुंडलिक जाधव के जरिए अतुल पुरी के माध्यम से प्रशांत राठी को 15 लाख रुपए दिये थे. लेकिन पैसा देने के बावजूद भी प्रशांत राठी ने महल्ले नामक व्यक्ति की पत्नी को कोई नौकरी नहीं दी. ऐसे में महल्ले ने बार-बार जाधव को फोन लगाना शुरु किया था और फिर जाधव द्वारा राठी को फोन लगाकर पूछताछ की जाती थी. इसी के चलते प्रशांत राठी और अतुल पुरी ने विगत 13 फरवरी को पुंडलिक जाधव को एक जगह पर बुलाते हुए उसका अपहरण कर लिया था तथा उसे महादेवखोरी परिसर स्थित एक घर में बंधक बनाकर रखते हुए उसकी जमकर पिटाई की थी. ऐसे में इस पूरे मामले की कडी सीधे तौर पर महल्ले नामक व्यक्ति के साथ भी जुडती है. जिसके चलते फ्रेजरपुरा पुलिस ने आज महल्ले नामक व्यक्ति को पूछताछ हेतु पुलिस थाने बुलाया.
* अपहरण कांड का एक और आरोपी गिरफ्तार, बाकी फरार
– बबलू गाडे को महादेवखोरी परिसर से लिया गया हिरासत में
वहीं इस बीच पुंडलिक जाधव को बंधक बनाकर मारपीट किये जाने के मामले में नामजद रहने वाला बबलू उर्फ नितिन भगवंत गाडे को बीती रात पुलिस के दल ने महादेवखोरी परिसर से गिरफ्तार किया है. जिसे आज स्थानीय अदालत में पेश करते हुए उसका पीसीआर मांगा गया है. वहीं इस मामले में प्रशांत राठी सहित अन्य नामजद आरोपियों की तलाश की जा रही है.
* राठी ने पहले भी लिये थे लाखो रुपए
इसी दौरान पुंडलिक जाधव ने फ्रेजरपुरा पुलिस को बताया कि, प्रशांत राठी ने इससे पहले भी दो लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर 5-5 लाख रुपए लिये थे. पश्चात जब यह मामला पुलिस के पास पहुंचा, तो प्रशांत राठी ने संबंधितों को उनकी रकम वापिस लौटाते हुए इन मामलों में समझौता कर लिया था. ऐसे में अब फ्रेजरपुरा पुलिस उन दोनों मामलों को लेकर कोतवाली पुलिस से जानकारी हासिल कर रही है.