* कई मकानों व दुकानों में बाढ व बारिश का पानी घुसा
अमरावती/दि.18– करीब 48 घंटे की राहत देने के बाद बीती शाम से एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से शहर सहित जिले में कई स्थानों पर एक बार फिर जलजमाववाली स्थिति बन गई है और कई इलाकों के मकानों व दुकानों में बाढ व बारिश का पानी जा घुसा है. जिसके चलते आम जनजीवन एक बार फिर अस्त-व्यस्त होता दिखाई दे रहा है. इसके अलावा जिले के सभी छोटे-बडे व मध्यम प्रकल्पों में जलस्तर बढना शुरू हो गया है. जिसके चलते एक बार फिर अप्पर वर्धा बांध के सभी 13 दरवाजे खोल दिये गये है. जहां से बडे पैमाने पर जलनिकासी की जा रही है.
बता दें कि, जिले में विगत पूरा सप्ताह झमाझम बारिश होती रही. जिससे आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त भी रहा. पश्चात शुक्रवार की शाम से बारिश का जोर कुछ कम हुआ और शनिवार व रविवार को मौसम खुला रहा. जिसके चलते आम लोगों ने काफी हद तक राहत महसूस की. लेकिन रविवार की रात से एक बार फिर झमाझम बारिश होनी शुरू हो गई, जो सोमवार को पूरा दिन चलती रही. इस मूसलाधार बारिश का जोर इतना अधिक तेज रहा कि, सुबह तक शहर सहित जिले में जगह-जगह पर जलजमाव वाली स्थिति बन गई. आज सुबह अमरावती शहर के कई इलाकों में सडकों पर पानी भरा हुआ था और बारीश की वजह से सडकों पर जमा पानी लोगों के मकान व दुकानों में घुसना शुरू हो गया था. जिससे कई स्थानों पर काफी नुकसान होकर लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पडा.
* अप्पर वर्धा बांध के सभी 13 दरवाजे फिर खुले
विगत सप्ताह अप्पर वर्धा बांध में तेजी से हो रही पानी की आवक और लगातार बढते जलस्तर को देखते हुए बांध के सभी 13 दरवाजों को खोल दिया गया था. पश्चात स्थिति थोडी नियंत्रण में आते ही आठ दरवाजों को बंद करते हुए केवल पांच दरवाजों से ही जलनिकासी की जा रही थी. लेकिन पिछले 36 घंटों के दौरान सतपुडा पर्वत श्रृंखला में हो रही तेज बारिश की वजह से अप्पर वर्धा बांध में पानी की जमकर आवक हो रही है और इस बांध में इस समय 454.26 दलघमी यानी कुल जलसंग्रहण क्षमता की तुलना में 80.54 फीसद जलसंग्रहण हो चुका है और बांध में पानी का स्तर 341.22 मीटर तक जा पहुंचा है. इस बात के मद्देनजर आज सुबह 7 बजे अप्पर वर्धा बांध के सभी दरवाजों को 150 सेमी तक खोल दिया गया और बांध से प्रति सेकंड 3 हजार 159 घनमीटर पानी वर्धा नदी में छोडा जाने लगा. इस समय अप्पर वर्धा बांध में प्रति सेकंड 3,880 घनमीटर पानी की आवक हो रही थी. पश्चात अपरान्ह 12 बजे बांध में आनेवाले पानी की रफ्तार के घटते ही बांध के सभी 13 दरवाजों को 150 सेमी की बजाय 120 सेमी तक खुला रखा गया. जिसके बाद वर्धा नदी में प्रति सेकंड 2,211 घनमीटर पानी नदी में छोडा जा रहा है. अप्पर वर्धा बांध प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस समय बांध में 1,358 घनमीटर पानी की प्रति सेकंड आवक हो रही है.
* 19 परिवारों के 92 लोगों को किया गया स्थलांतरित
– गाडगेबाबा वृध्दाश्रम से भी 30 लोगों को हटाया गया
विगत 24 घंटों से हो रही झमाझम बारिश की वजह से जिले में अलग-अलग स्थानों पर जलजमाववाली स्थिति बन गई है और नदी-नालों में पानी का जबर्दस्त उफान रहने की वजह से लोगबाग जगह-जगह पर फंसे हुए है. ऐसे में जिला आपदा महकमे द्वारा राहत व बचाव दलों के जरिये अलग-अलग स्थानों पर बाढ व बारिश में फंसे रहनेवाले लोगों को सुरक्षित स्थानोें पर पहुंचाया जा रहा है. जिसके तहत मोर्शी तहसील में 16 परिवारों के 52, चांदूर बाजार तहसील में 3 परिवारों के 10 लोग स्थलांतरित किये गये है. इसके अलावा वलगांव में पेढी नदी के किनारे स्थित संत गाडगेबाबा वृध्दाश्रम में रहनेवाले 30 बुजुर्ग नागरिकों को भी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. इन सभी स्थलांतरित लोगों के भोजन व निवास हेतु प्रशासन द्वारा पहले से पर्यायी व्यवस्था को तैयार रखा गया था.
* मूसलाधार बारिश की वजह से जिले में 43 घर गिरे
लगातार हो रही बारिश की वजह से अमरावती शहर सहित जिले में कुल 43 मकान गिर गये, जो पहले की काफी खस्ताहाल व जर्जर हो चुके थे. आज सुबह स्थानीय भाजीबाजार परिसर में एक मकान अपने आप ही तेज बारिश की वजह से ढह गया. वहीं उसके बगल में स्थित दूसरी पुरानी इमारत भी क्षतिग्रस्त होकर ढहने की कगार पर पहुंच गई थी. जिसे सुबह 6 से 7 बजे के बीच मनपा के तोडू दस्ते द्वारा कार्रवाई करते हुए गिरा दिया गया. इसके अलावा मोर्शी तहसील में 37, भातकुली तहसील में 4, अचलपुर में 2 मकान तेज बारिश की वजह से ढह गये है.
* भाजीबाजार में सुबह से मचा रहा हडकंप
आज तडके 4 बजे भाजी बाजार परिसर में अग्रवाल परिवार की मिल्कीयत रहनेवाली एक पुरानी इमारत अचानक ही भर-भराकर गिर पडी. जिससे पडोस में ही स्थित बजाज परिवार की इमारत का बडा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और यह इमारत भी गिरने की कगार पर आ पहुंची. चूंकि इस पूरे परिसर में सुबह से काफी गहमा-गहमी और भीडभाड रहती है. ऐसे में अगर दूसरी इमारत भी कुछ समय बाद गिरती, तो यहां जनहानि भी हो सकती थी. ऐसे में संभावित खतरे को देखते हुए परिसर में रहनेवाले काका जोशी ने तुरंत इसकी जानकारी क्षेत्र के पूर्व पार्षद व पूर्व महापौर विलास इंगोले को दी. पश्चात विलास इंगोले अपने साथ पूर्व पार्षद वसंत साउरकर सहित गजानन राजगुरे व सुरेश रतावा को लेकर मौके पर पहुंचे. इस समय तक महावितरण सहित महानगर पालिका को इस बात की जानकारी दे दी गई थी. जिसके चलते सबसे पहले इस परिसर की विद्युत आपूर्ति को बंद किया गया. जिसके बाद मनपा के तोडू दस्ते ने दूसरी इमारत को गिराते हुए दोनों ही इमारतों के मलबे को साफ किया, ताकि इसकी वजह से परिसर में किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो.
* ऑटो गली व माताखिडकी परिसर बने तालाब
बीती रात से लगातार हो रही बारिश की वजह से बुधवारा परिसर के माताखिडकी और राजकमल चौक परिसर की ऑटो गली में अच्छा-खासा पानी भर गया. ऐसे में यहां से लोगों को आवाजाही करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पडा. साथ ही लोगों में प्रशासन को लेकर अच्छी-खासी नाराजगी भी देखी गई.
* पूर्णा बांध के 9 दरवाजे खुले
जिले की चांदूर बाजार तहसील अंतर्गत विश्रोली में पूर्णा नदी पर बनाये गये पूर्णा मध्यम प्रकल्प के 9 दरवाजों को 20 सेंटीमीटर तक खोलते हुए जलविसर्ग किया जा रहा है. जिसके चलते पूर्णा नदी में बाढ आयी हुई है और सावरखेड गांव में पूर्णा नदी की बाढ का पानी घुस गया है.
* सभी तहसीलों में मचा त्राहीमाम्
इस समय जिले की सभी तहसीलों में मूसलाधार बारिश हो रही है. जिसकी वजह से सभी तहसीलों एवं ग्रामीण क्षेत्रों से गूजरनेवाले नदी-नालों में पानी का जमकर उफान देखा जा रहा है. विशेष तौर पर आदिवासी बहुल धारणी व चिखलदरा तहसीलों के पहाडी झरने इस मूसलाधार बारिश की वजह से जीवित हो उठे है और इन दोनों तहसीलों के सभी पहाडी रास्ते इस समय किसी नदी या नाले की तरह दिखाई दे रहे है. वही मैदानी क्षेत्र की तहसीलों में भी बारिश की वजह से बाढ की स्थिति है और बाढ की वजह से हजारों हेक्टेयर क्षेत्रों में पानी घुस गया है. वहीं बाढ व बारिश की वजह से आम जन-जीवन भी बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है.
* 24 घंटे दौरान बरसा 817.8 मिमी
विगत 24 घंटों से चल रही बारिश के चलते अमरावती जिले के 14 तहसील क्षेत्रों में कुल 817.8 मिमी पानी बरसा है. जिसमें सर्वाधिक 83.4 मिमी बारिश चिखलदरा तथा 82.2 मिमी बारिश धारणी तहसील क्षेत्र में हुई है. यानी पूरा मेलघाट क्षेत्र बीते 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश की वजह से सराबोर रहा. वहीं अमरावती तहसील क्षेत्र 63.3 मिमी, भातकुली में 40 मिमी, नांदगांव खंडेश्वर में 69.3 मिमी, चांदूर रेल्वे में 70.2 मिमी, तिवसा में 45.4 मिमी, मोर्शी में 61.6 मिमी, वरूड में 25.7 मिमी, दर्यापुर में 30.3 मिमी, अंजनगांव में 43.2 मिमी, अचलपुर में 49.1 मिमी, चांदूर बाजार में 78.3 मिमी व धामणगांव रेलवे तहसील क्षेत्र में 75.8 मिमी पानी बरसा. जिला प्रशासन के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान जिले में 57.5 मिमी औसत वर्षा हुई है.
* 90 में से 31 राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि
बता दें कि, अमरावती जिले की कुल 14 तहसीलों में 90 राजस्व मंडल है. प्रशासन के मुताबिक इनमें से 31 राजस्व मंडलों में विगत 24 घंटे के दौरान अतिवृष्टिवाली स्थिति रही. इसमें भी धारणी व चांदूर बाजार राजस्व मंडल में सर्वाधिक पानी बरसा.
* जिले में हुई बारिश की तहसीलनिहाय स्थिति
तहसील 24 घंटे के दौरान हुई बारिश अब तक हुई बारिश
धारणी 82.2 324.1
चिखलदरा 83.4 401.3
अमरावती 63.3 260.7
भातकुली 40.0 175.7
नांदगांव खंडे. 69.3 303.3
चांदूर रेल्वे 70.2 294.1
तिवसा 45.4 380.0
मोर्शी 61.6 306.3
वरूड 25.7 307.9
दर्यापुर 30.3 161.9
अंजनगांव 43.2 197.4
अचलपुर 49.1 202.9
चांदुर बाजार 78.3 298.8
धामणगांव 75.8 394.6
कुल बारिश 817.8 4009
कुल औसत 57.5 281
* सापन व शहानूर के चार दरवाजे खोले
अचलपुर तहसील अंतर्गत वझ्झर के पास स्थित सापन मध्यम प्रकल्प सहित अंजनगांव सूर्जी स्थित शहानूर मध्यम प्रकल्प में भी इस समय अच्छा-खासा जलसंग्रहण हो चुका है और बांध क्षेत्र में लगातार हो रही पानी की आवक के चलते जलस्तर उंचा उठ रहा है. ऐसे में बढते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए दोनों बांधों के चार-चार दरवाजों को खोलकर यहां से जलनिकासी की जा रही है. ऐसे में इन दोनों बांधों पर जलनिकासी के नजारे को देखने हेतु पर्यटकों की अच्छीखासी भीड उमड रही है.