अमरावती

जिले में मूसलाधार बारिश ने बरसाया कहर

तखतमल मार्केट, मोची गल्ली, शेगांव नाका सहित अन्य क्षेत्रों में दिखी बाढ की झलक

प्रतिनिधि/दि.२४
अमरावती – शहर सहित जिलेभर में गुरुवार की शाम ६ बजे के बाद मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाने का काम किया है. शहर में जहां मूसलाधार बारिश ने मनपा की कार्यप्रणाली की कलई खोल दी है. वहीं दूसरी ओर बारिश ने जिले के अधिकांश हिस्सों में नुकसान किया है. यह बता दे कि गुरुवार को सुबह से दोपहर तक लोगों को उमस का सामना करना पडा. लेकिन इसके बाद मौसम ने अचानक करवट बदली और देखते ही देखते मूसलाधार बारिश ने दस्तक दी. मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार की शाम में १०.२ मिली मीटर बारिश होने की जानकारी है. बारिश की तीव्रता इतनी थी कि हर कोई जगह पर ही रुकने के लिए मजबूर नजर आया. बरसात की तीव्र बूंदो का सामना करना भी वाहनधारकों के लिए मुश्किल साबित हो रहा था. बारिश में सभी सडकों पर घुटनों तक पानी जम गया था. शहर की हालात को बारिश ने पूरी तरह से बिगाडने का काम किया. शहर के व्यस्ततम बाजार क्षेत्र में अनेक दुकानों में पानी घुस गया. यही नहीं तो शहर के निचले हिस्सों में भी बारिश का पानी घुस जाने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पडा. शहर के तखतमल इस्टेट, मोची गल्ली,शेगांव नाका रोड, गांधी चौक सहित शहर के कई बाजार क्षेत्र में दुकानों में पानी घुसने से व्यापारियों को परेशानी झेलनी पडी. यही नहीं तो शहर के निचले हिस्सों में पानी जमने से लोग परेशान नजर आए. शेगांव से राहटगांव मार्ग पर स्थित कॉम्पलैक्स की दुकानों में भी नाले का पानी घुस जाने से व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है. यहां बता दे कि, शेगांव राहटगांव मार्ग पर नाले का निर्माण कार्य चल रहा है. लेकिन बीते २० दिनों से यह निर्माण कार्य बंद पड हुआ है. इस संबंध में ठेकेदार से काम जल्द करने की मांग करने पर भी नजर अंदाज करने का काम किया जा रहा है. जिसकी वजह से गुरुवार को ही मूसलाधार बारिश से नाला खुदाई के लिए बनाए गए गड्ढों में पानी जम जाने से बाढ की स्थिति देखने को मिली. नाले का पानी सीधे मार्केट मेंं घुस गया जिससे पानी दुकानों में प्रवेश कर गया. नाले का पानी यहां के शीतल दूध डेयरी, आर ओ स्पेयर पार्टस, सायबर कैफे, मधु रिफरेशमेंट में घुस गया. इस क्षेत्र के व्यापारियों ने जैसे तैसे दुकान में प्रवेश कर किमती सामनों को बाहर निकाला. दुकानो में पानी घुसने से व्यापारियों को ५० लाख रुपयों का नुकसान होने के समाचार है.

मोची गल्ली में व्यापारियों को उठानी पडी भारी परेशानी
बरसात के दिनों में नालियां पूरी तरह से चॉकअप हो जाने के बाद बारिश का पानी सडकों पर आ जाता है. गुरुवार को यही नजारा देखने को मिला. खासतौर पर मूसलाधार बारिश का खामियाजा मोची गल्ली सहित तखतमल व अन्य इलाकों के व्यापारियों को भुगतना पडा. कई जगहों पर जलभराव की स्थितियां देखने को मिली. मोची गल्ली में बजाज प्लायवुड, बजरंग काकरिज, शुभमंगल बैग हाउस, कुंदन फुटवेयर सहित अन्य दुकानों में पानी घुस गया. शहर के मुख्य बाजार स्थित तखतमल इस्टेट मार्केट में भी जलभराव की स्थिति देखने को मिली मार्केट में खडी गाडियां पानी के बीच तैरते नजर आयी. दुकानों से बाहर रखी किमती सामग्री व्यापारियों द्वार भीतर लाने के बाद भी पानी सडकों से बहते हुए दुकानों में घुस गया. जिससे दुकानों में रखी किमती सामग्री खराब हो गई. व्यापारियेां ने मनपा प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली को इसके जिए दोषी ठहराया है. व्यापारियों का कहना रहा है कि नालियों की साफ सफाई नहीं किए जाने से यह स्थिति निर्माण हुई है.

चांदूर बाजार तहसील में भी बरपा बारिश का कहर
मूसलाधार बारिश ने गुरुवार को चांदूर बाजार तहसील के अधिकांश हिस्सों में कहर बरपाने का काम किया है. तहसील के हिरुलपुर्णा में बारिश का पानी खेत खलियानों व घरों में घुसने के समाचार मिले है. एक घंटे के मूसलाधार बारिश ने हिरुपुर्णा के बाजार चौक में जलभराव की स्थिति देखने को मिली.गांव के नाले की सफाई नहीं किए जाने से बरसात का पानी नाले से होते हुए लोगोंं के घरों में घुस गया जिससे बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. यही नहीं तो नाले का पानी खेतों में घुसने से शिरजगांव अर्डक, फुबगांव तथा कुरल में खेत की फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.

नाले में आयी बाढ से गांव का टूटा संपर्क
गुरुवार को मूसलाधार बारिश से पथ्रोट गांव से बहने वाले नाले में बाढ आ गई. इस बाए का पानी पूरे गांव सहित नागरिकों के घरों में घुस गया. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पडा है. गांव के मालीपुरा, जयडक्ससंगपुरा, आंबेडकर चौक, वालीपुरा परिसर सहित अन्य क्षेत्र में बाढ का पानी घुस गया. इसके अलावा गुजरी लाइन, आर्यसमाज चौक, ग्रामपंचायत सोसायटी के परिसर में भी जलभराव की स्थिति देखने को मिली. तेलखडी परिसर में रहने वाले कुछ लोगों के घरों में पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ है. बता दे कि, बीते पांच वर्षो से गांव से बहने वाले नाले की साफ सफाई नहीं की गई है. नाले में जंगली झाडियां उग आयी है. जिसके चलते बारिश होने पर कुछ समय पर ही नाले में बाढ आ जाती है और बाढ का पानी गांव में घुस जाता है. यही नजारा गुरुवार को भी देखने को मिला. नाले को बाढ आने से पथ्रोट से जुडे आस पास के छोटे ग्रामीण क्षेत्रों का भी संपर्क टूट गया.

संभाग में सबसे ज्यादा बारिश
गुरुवार को अमरावती शहर, जिला ही नहीं बल्कि पूरे संभाग में मूसलाधार बरिश हुई है. मौसम विभाग के मुताबिक यवतमाल में सबसे ज्यादा २२.० मिमी बारिश हुई है. इसी तरह वाशिम जिले में १८.७ मिमी, बुलढाणा में ११.९, अकोला में ९.७, अमरावती में १०.२ मिमी बारिश हुई है. यवतमाल जिले की वणी तहसील में सबसे ज्यादा ७९.९ मिमी बारिश अब तक हुई है. वहीं बीते १ जून से २३ जुलाई तक बुलढाणा में २४, अकोला में २०, वाशिम में ३१, अमरावती २५ तथा यवतमाल जिले में २७ दिन बारिश होने की जानकारी दी है.

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