चिखलदरा/ दि.13 – पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. पर्यटन नगरी चिखलदरा का खुशगवार नजारा दिखाई दे रहा है. सभी झरने उफान पर नजर आ रहे है. जिसे देखने के लिए पर्यटकों की काफी भीड उमडने लगी हैं. वहीं दूसरी ओर जंगल सफार बंद करने के कारण पर्यटकों और जिप्सी चालकों में नाराजी दिखाई दे रही है. फिलहाल चिखलदरा की सभी होटले, वन विभाग आमझरी पर्यटन संकुल भी खचाखच भरे हुए है. यहां के झरने पर्यटकों को रिझा रहे है. यह देखकर पर्यटक झुमते नजर आ रहे है.
सिकंदरा से 5 किलोमीटर की दुरी पर आमझरी संकुल से सटे खतरनाक जानलेवा जत्रा डोह पर भी पर्यटकों की भीड दिखाई दी. पिछले वर्ष जत्रा डोह में अकोला के कुछ लोगों ने अपनी जान गवाई थी. उस समय जिलाधिकारी पवनीत कौर ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ जत्रा डोह घटनास्थल का मुआयना किया था और वन विभाग को सूचना दी थी कि, इसे सुरक्षित कंपाउंड किया जाए ताकि पर्यटक नहाने के लिए यहां तक न पहुंचने पाये. इसके बाद भी जत्रा डोह पर दिनभर लोगों की भीड दिखाई दे रही है. जबकि वन विभाग का कोई भी कर्मचारी सुरक्षा के लिए यहां उपलब्ध नहीं है. पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी के चलते चिखलदरा में पर्यटक मौजमस्ती नहीं कर पाये. इस वर्ष कोरोना लगभग खत्म हो चुका है. बारिश शुरु होते ही सभी झरने बहने लगे है. यह देखकर पर्यटक सुबह से ही चिखलदरा की पहाडियों में घुमते हुए नजर आ रहे है. इसके अलावा करीब यहां कुछ उपद्रवी मोटरसाइकिल सवार नशे में चुर होकर पर्यटकों को परेशान करते नजर आ रहे है. पुलिस थाने के सामने से गुजरते समय भी वे मोटरसाइकिल सवार सिटियां बजाते हुए मस्ती कर रहे है. फिर भी पुलिस का एक भी जवान यहां नहीं दिखाई दिया. नगर परिषद व्दारा लगाए गए प्रवेश व्दार पर इन मोटरसाइकिल सवार पर्यटकों की जांच की जाना चाहिए, ऐसी मांग की जा रही है. इसके अलावा यहां उत्पात मचाने वाले शराबियों के कारण उच्च शिक्षित पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करन पडता है. टोल नाके पर यातायात पुलिस कर्मचारी तैनात करने और इस बारे में पुलिस अधिक्षक अविनाश बारगल से भी शिकायत करने की भी चेतावनी दी गई है.